आखिर क्यों संजय खान बन गए थे शत्रुघ्न सिन्हा की जान के दुश्मन? बंदूक से मारने के लिए हो गए थे तैयार
संजय खान बॉलीवुड के जाने-माने स्टार्स में से एक है. उन्होंने अपनी ऑटोबायोग्राफी में कई किस्सों के बारे में बताया है, जिनमें से एक है संजय और शत्रुघ्न सिन्हा के बीच की लड़ाई. इन दोनों स्टार का झगड़ा इस कदर बढ़ गया था कि बात गोलियां चलने पर आ गई थी.

बॉब क्रिस्टो ने बॉलीवुड की कई फिल्मों में विलेन का रोल प्ले किया. संजय खान से मिलने से पहले बॉब ने फ्रांसिस फोर्ड कोपोला की एपोकैलिप्स नाउ के लिए कंबोडिया में सेट बनाए थे.
हिंदी सिनेमा में काम करने के बाद उनके हाथ असली सफलता लगी. अपनी ऑटोबायोग्राफी फ्लैशबैक: माई लाइफ एंड टाइम्स इन बॉलीवुड एंड बियॉन्ड में बाब ने अपनी जिंदगी से जुड़े कई मजेदार किस्से सुनाए हैं. इसमें एक ऐसी कहानी भी है, जिसने लगभग हिंसक मोड़ ले लिया था. संजय खान शत्रुघ्न सिन्हा के जान के दुश्मन बन गए थे. चलिए जानते हैं आखिर ऐसा क्या हुआ, जो दोनों के बीच बात इस कदर बढ़ गई थी?
संजय खान और शत्रुघ्न के बीच हुआ था झगड़ा
अपनी इस बुक में बॉब ने बताया कि यह आमना-सामना रंजीत के बंगले पर हुआ था, जहां संजय, शत्रुघ्न, प्रेम चोपड़ा और फिल्म मेकर सुभाष घई मौजूद थे. शराब पी गई और गुस्सा बढ़ गया, और किसी तरह, बॉब ने लिखा, 'झगड़ा शुरू हो गया'.उन्होंने आगे कहा, "मुझे झगड़ों में कोई दिलचस्पी नहीं है; जब तक मैं इसमें शामिल नहीं होता, मैं बीच में नहीं आता. हालांकि, संजय मेरा दोस्त था और शत्रु ने जो कुछ भी कहा, वह संजय को पसंद नहीं आया.' उसने देखा कि ज़्यादातर लोग शत्रुघ्न का साइड ले रहे थे, जिससे वह अपने दोस्त के लिए और भी ज़्यादा खड़ा हो गया. वहीं, इस दौरान एक व्यक्ति किचन से चाकू लेकर बाहर आया. मैंने उसके हाथ से चाकू छिना और कंट्रोल करने के लिए कहा. कई मिनट बाद संजय और मैं वहां से चले गए.
संजय खान ने मंगवाई बंदूक
बॉब ने बताया कि ऐसा लग रहा था कि रंजीत के बंगले से जाने के बाद भी मामला शांत नहीं हुआ.''उसी रात मुझे संजय का लगभग 5 बजे फ़ोन आया. संजय ने मुझे कहा 'बेट्सी को लेकर आओ. हम कोड वर्ड में बंदूक को बेट्सी कहते थे. मैं तुरंत गया और संजय ने बताया कि रंजीत की प्रॉपर्टी से उसके बंगले पर गोलियां चलाई गई थीं और किसी ने संजय के सामने वाले गेट के बाहर से भी कम से कम दो गोलियां चलाई थीं.'
सुभाष घई गए थे जेल
यह हमला होने के बाद हम दोनों ने जासूसी का काम किया. हमने संजय के घर के बाहर गार्ड से पूछताछ की, लेकिन बहुत अंधेरा था इसलिए उसे कुछ भी नहीं दिखाई दिया था. इसके बाद हमने 'गोलियों के इस्तेमाल किए हुए कारतूस उठाए और उन्हें पुलिस को सौंप दिया'.बॉब ने लिखा कि इसके बाद वे दिलीप कुमार के घर कुछ सलाह के लिए गए.सुभाष घई को जमानत मिलने से पहले ‘एक दिन लॉक-अप में’ बिताना पड़ा और ‘इंडस्ट्री के सीनियर्स’ के बीच एक मीटिंग बुलाई गई.विवाद अपने आप सुलझ गया, लेकिन बॉब ने खुलासा किया कि इसी वजह से शत्रुघ्न को ‘शॉटगन’ का नाम मिला.