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मिलिए ‘Panchayat 4’ के दमदार सांसद महोदय से, कौन हैं नेशनल अवॉर्ड विनर Swanand Kirkire?

स्वानंद किरकिरे ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत छोटे-छोटे किरदारों से की. हालांकि उनकी एक्टिंग जर्नी को असली उड़ान तब मिली जब उन्हें 'बद्रीनाथ की दुल्हनिया' में पहली बार एक अहम भूमिका निभाने का मौका मिला.

मिलिए ‘Panchayat 4’ के दमदार सांसद महोदय से, कौन हैं नेशनल अवॉर्ड विनर Swanand Kirkire?
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( Image Source:  Instagram : swanandkirkire )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Published on: 26 Jun 2025 12:53 PM

एक्टर, सिंगर, राइटर और असिस्टेंट डायरेक्टर स्वानंद किरकिरे हाल ही में 'पंचायत' 4 में नए सांसद के किरदार में एंट्री लिए हैं. इससे पहले उन्हें कई फिल्मों और वेब सीरीज में देखा जा चुका है. उन्हें शेफाली शाह के साथ नेटफ्लिक्स सीरीज थ्री ऑफ़ अस में देखा गया जिसकी जमकर सरहाना हुई. 29 अप्रैल 1972 को मध्य प्रदेश के इंदौर में एक मराठी परिवार में जन्मे स्वानंद के माता-पिता, चिंतामणि और नीलांबरी किरकिरे, दोनों क्लासिकल सिंगर थे, जिससे उन्हें कला और संगीत का माहौल मिला.

हालांकि उन्होंने सनीत के मामले में ट्रेनिंग नहीं ली. बचपन से ही उन्हें एक्टिंग का जुनून था, और इसी जुनून ने उन्हें दिल्ली स्थित जाने-माने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) तक पहुंचा दिया. वहां उन्होंने नवाजुद्दीन सिद्दीकी और सुब्रत दत्ता जैसे मंझे हुए कलाकारों के साथ थिएटर की बारीकियां सीखीं. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने मुंबई का रुख किया, जहां उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक लेखक और गायक के रूप में की.

निभाए छोटे-छोटे किरदार

स्वानंद किरकिरे ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत छोटे-छोटे किरदारों से की. हालांकि उनकी एक्टिंग जर्नी को असली उड़ान तब मिली जब उन्हें 'बद्रीनाथ की दुल्हनिया' में पहली बार एक अहम भूमिका निभाने का मौका मिला. इस फिल्म में उन्होंने आलिया भट्ट के किरदार वैदेही के पिता अंबरनाथ की भूमिका निभाई, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा. इसके बाद स्वानंद ने 'कला' और 'रात अकेली थी' जैसी फिल्मों में भी प्रभावशाली भूमिकाएं निभाईं, जो उनके एक्टिंग के दायरे को और भी एक्सटेंडेड करती हैं.

नेशनल अवार्ड से हुए सम्मानित

स्वानंद किरकिरे ने बॉलीवुड को कुछ ऐसी गीतों की रचनाएं दी हैं जो आज भी दिलों में गूंजती हैं, जैसे 'बावरा मन', 'पियू बोले' और 'बहती हवा का सा था वो'. उनके शब्दों में एक खास जादू था, जिसने न केवल म्यूजिक लेवर को अट्रैक्ट किया, बल्कि उन्हें 'बंदे में था दम, वंदे मातृम' और 'बहती हवा का सा था वो' जैसे गानों के लिए नेशनल फिल्म अवार्ड से भी नवाजा गया.

'पंचायत' सीज़न 4 में सांसद जी

स्वानंद किरकिरे, जो अपनी राइटिंग और सिंगिंग से दर्शकों के दिलों में पहले ही खास जगह बना चुके हैं, अब वे एक्टिंग की दुनिया में भी गहराई से उतर चुके हैं. हाल ही में स्वानंद किरकिरे 'पंचायत' सीज़न 4 में सांसद जी (Member of Parliament) का किरदार निभा रहे हैं. इस भूमिका में उनकी एंट्री फुलेरा गांव की कहानी में एक नया राजनीतिक मोड़ लाती है, जिससे गांव की सियासत में हलचल मचने की उम्मीद है। उनका किरदार सीरीज़ में एक प्रभावशाली और दमदार राजनेता के रूप में प्रेजेंट किया गया है, जो प्रधान जी, सचिव जी, और गांव के अन्य निवासियों के जीवन में बदलाव ला सकता है.

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