अल्ट्रा मीडिया ने लॉन्च किए दो नए ओटीटी प्लेटफॉर्म, जानें इस कंपनी का VHS से लेकर OTT तक का सफर
अल्ट्रा फिल्म डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी 40 साल पुरानी है और यह वक्त की मांग के साथ अपने प्रोडक्ट्स में भी बदलाव करती रहती है. अब जल्द ही यह कंपनी ₹500 करोड़ इंवेस्ट करने जा रही है.

फिल्में देखना भला किसे नहीं पसंद? लेकिन आज के ज़माने में फिल्में देखना जितना आसान है, उतना पहले नहीं था. 1970 के दशक के अंत में और 1980 के दशक में VHS टेप्स ने घर-घर में फिल्में देखने का तरीका बदल दिया था। लोग वीडियो कैसेट रिकॉर्डर (VCR) का उपयोग करके फिल्मों को देख सकते थे। VHS टेप्स में एक पूरी फिल्म को रिकॉर्ड कर इन्हें किराए पर लिया जा सकता था। ऐसे में साल 1982 में लॉन्च हुई अल्ट्रा फिल्म डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी. इस कंपनी ने भारत में अपने करियर की शुरुआत VHS टेप के डिस्ट्रीब्यूशन से की थी, लेकिन कंपनी ने डिजिटल मीडिया के उभार के साथ अपने आप को पूरी तरह से बदला। वे समय के साथ नए-नए प्लेटफार्मों पर अपने कंटेंट को प्रोवाइड कराने में सफल रहे हैं। यही नहीं, अल्ट्रा ने फिल्मों के साथ-साथ इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री में भी अपना हाथ आजमाया, जिसमें वह सफल भी रहे. अब ओटीटी के जमाने में यह कंपनी करोड़ो रूपये इंवेस्ट करने जा रही है. चलिए जानते हैं कैसे अल्ट्रा मीडिया कंपनी ने भारतीय बाजार में अपनी जगह बनाई.
अल्ट्रा मीडिया कंपनी ने दो ओटीटी प्लेटफॉर्म किए लॉन्च
अल्ट्रा मीडिया एंड एंटरटेनमेंट ग्रुप ने दो नए प्लेटफॉर्म अल्ट्रा प्ले और अल्ट्रा गाने लॉन्च करके अपने ओटीटी ऑफरिंग को बढ़ाया है। कंपनी अगले पांच सालों में अपने डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर बिजनेस में इंवेस्ट करने का प्लान बना रही है. इस कंपनी ने अपनी डेवलपमेंट को बढ़ाने और कंटेंट पोर्टफोलियो का एक्सपैंड करने के लिए 500 करोड़ रुपये के इंवेस्ट करने का स्टेटमेंट जारी किया है।
देखने को मिलेंगी हिंदी क्लासिक फिल्में
अल्ट्रा प्ले भारत का पहला ओटीटी प्लेटफॉर्म है, जो हिंदी फिल्म क्लासिक्स के लिए बनाया गया है। इसमें गुरु दत्त, राज कपूर और शक्ति सामंत जैसे दिग्गज कलाकारों की बेहतरीन फिल्मों से लेकर आधुनिक समय की ब्लॉकबस्टर तक, बॉलीवुड के सुनहरे दौर की 2,000 से अधिक फिल्में शामिल हैं।
अल्ट्रा कंपनी का VHS से लेकर ओटीटी तक का सफऱ
इस कंपनी का VHS (वीडियो होम सिस्टम) टेप से लेकर OTT (ओवर-द-टॉप) प्लेटफार्म तक के सफर की कहानी काफी दिलचस्प है। यह बात 1980 और 1990 के दशक की है, जब अल्ट्रा फिल्म डिस्ट्रीब्यूशन ने VHS टेप के जरिए से अपनी फिल्मों का डिस्ट्रीब्यूशन किया। इस समय VHS टेप इंडियन मार्केट में फेमस हो रहे थे और घर-घर में फिल्म देखने का एक तरीका बन गए थे। इतना ही नहीं, अल्ट्रा ने अलग-अलग भाषओं में भारतीय फिल्में VHS टेप पर रिलीज कीं। इस समय VHS टेप पर फिल्में देखकर लोग आराम से अपने घर पर फिल्में देख सकते थे, जो कि थिएटर के एक्सपीरियंस से अलग था।
डीवीडी का दौर
इसके बाद VHS ने एक नया रूप लिया. साल २००० के शुरुआत में डीवीडी और ब्लू-रे डिस्क्स ने VHS टेप को रिप्लेस करना शुरू किया। अल्ट्रा ने भी इस बदलाव को अपनाया और अपनी फिल्मों को नए डिजिटल फॉर्मेट में रिलीज किया।
ओटीटी प्लेटफॉर्म
2010 के बाद OTT प्लेटफार्म्स जैसे नेटफ्लिक्स, अमेज़न प्राइम वीडियो, और डिज़नी+ हॉटस्टार का जन्म हुआ। अल्ट्रा कंपनी ने डिजिटल मीडिया की इस नई वेव को समझा और अपनी फिल्में और अन्य कंटेंट डिजिटल प्लेटफार्मों पर उपलब्ध कराने के लिए कदम बढ़ाया। अब हाल ही में यह कंपनी ओटीटी प्लेटफॉर्म पर करोड़ों रूपये इंवेस्ट करने जा रही है.
अल्ट्रा फिल्म डिस्ट्रीब्यूशन का .यह सफर दिखाता है कि कैसे एक कंपनी ने समय के साथ अपने डिस्ट्रीब्यूशन मॉडल को बदलते हुए तकनीकी बदलावों को अपनाया और सफलता की नई ऊंचाइयों को छूआ।