Sunny Leone का डबल धमाल! देश की पहली AI फिल्म ‘Kaur vs Kore’ में दिखेगा डुअल अवतार
Sunny Leone: सनी लियोनी भारत की पहली ए.आई. फीचर फिल्म 'कौर बनाम कोरे' में डबल रोल निभा रही हैं. एक इंसानी सुपरहीरो के रूप में और दूसरी उनके AI-पावर्ड अवतार के रूप में. उन्होंने बताया कि AI केवल विजुअल इफेक्ट नहीं, बल्कि भावनाओं को भी पैदा कर सकता है.

Sunny Leone: एक्ट्रेस सनी लियोनी एक बार फिर भारतीय सिनेमा की सीमाओं को चुनौती देने के लिए तैयार हैं. इस बार उनका नया प्रोजेक्ट केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि तकनीकी और सांस्कृतिक क्रांति का प्रतीक है. सनी लियोनी मुख्य भूमिका में नजर आएंगी फिल्म Kaur vs Kore में, जिसे भारत की पहली AI-ड्रिवन फीचर फिल्म कहा जा रहा है. इस फिल्म की खासियत यह है कि सनी लियोनी डबल रोल में दिखाई देंगी - एक इंसानी सुपरहीरो के रूप में और दूसरी उनके AI-पावर्ड अवतार के रूप में.
इस परियोजना का निर्माण Paparazzi Entertainment Company कर रही है और इसे भविष्य की कहानी कहने की दृष्टि से तैयार किया गया है. निर्माता अजींक्य जाधव ने इसे भारतीय सिनेमा का पुनर्निर्माण क्षण बताया. उन्होंने कहा, “सनी लियोनी के दो अवतार इस फिल्म को केवल सुपरहीरो कहानी से कहीं आगे ले जाते हैं. यह फिल्म भारत को वैश्विक AI सिनेमा मानचित्र पर स्थापित करने का प्रयास है.”
फिल्म के निर्देशक विनिल वासु इसे “सिनेमाई प्रयोग” कहते हैं. उन्होंने बताया कि AI केवल विजुअल इफेक्ट नहीं, बल्कि भावनाओं को भी पैदा कर सकता है. Kaur vs Kore यह साबित करती है कि भारत इनावेशन से डरता नहीं है.
सनी लियोनी ने इस फिल्म को लेकर अपनी उत्सुकता व्यक्त करते हुए कहा, “आठ साल पहले हमने ‘कोरे’ नामक एक चरित्र बनाया और VFX का उपयोग करके एक छोटा प्रॉमो शूट किया. उस समय यह अपने समय से आगे लग रहा था. अब, AI की इस स्तर की क्षमता के साथ, हम इसे पूरी तरह जीवंत कर सकते हैं. सिनेमा अपने अगले स्तर पर पहुंच रहा है और मुझे गर्व है कि भारत इस पहल में अग्रणी है.”
कहानी और मानव भावनाओं का मेल
Kaur vs Kore केवल तकनीकी प्रयोग नहीं है. फिल्म में फोटोरियलिस्टिक विजुअल्स, डी-एजिंग टेक्नोलॉजी और उन्नत एक्शन सीक्वेंस शामिल हैं. लेकिन सनी लियोनी का जोर हमेशा कहानी और भावनाओं पर रहा. उन्होंने कहा, “यह सिर्फ टेक्नोलॉजी के लिए टेक्नोलॉजी नहीं है. यह एक कहानी कहने के बारे में है जिसे लोग महसूस करेंगे, और साथ ही दुनिया को दिखाएंगे कि भारत क्या कर सकता है.”
फिल्म की कहानी दो अवतारों के संघर्ष और सहयोग पर केंद्रित है. मानव और AI के बीच की जटिलता, भावनात्मक संघर्ष और सुपरहीरो तत्वों का मिश्रण इसे एक अद्वितीय अनुभव बनाता है. दर्शकों को एक ऐसी दुनिया दिखाने का प्रयास किया गया है, जहां तकनीकी नवाचार और मानवीय संवेदनाएँ साथ चलती हैं.
भारतीय सिनेमा में नया अध्याय
फिल्म Kaur vs Kore भारतीय सिनेमा में AI के प्रयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इसे तकनीकी और सांस्कृतिक दृष्टि से देखा जाए तो यह भविष्य की दिशा का संकेत देता है. फिल्म का उद्देश्य न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारतीय फिल्म उद्योग की पहचान को मजबूत करना है. अजींक्य जाधव का कहना है, “यह केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा के लिए एक मील का पत्थर है. AI के माध्यम से हम भावनाओं और दृश्य प्रभाव का मिश्रण दर्शकों तक पहुंचा रहे हैं. यह फिल्म साबित करेगी कि भारत तकनीकी नवाचार में पीछे नहीं है.”
हालांकि फिल्म की रिलीज़ तारीख और अन्य विवरण अभी तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं, लेकिन Kaur vs Kore पहले ही सांस्कृतिक और तकनीकी चर्चा का केंद्र बन चुकी है. सनी लियोनी के नाम के साथ यह फिल्म दर्शकों की उत्सुकता को चरम पर ले जा रही है. फिल्म में AI का प्रयोग न केवल सुपरहीरो अवतार को जीवंत बनाने में होगा, बल्कि यह दर्शकों को भावनात्मक रूप से भी जोड़ने का प्रयास करेगी.