तेलुगू फिल्म के सेट पर क्रू से परेशान हुईं यह एक्ट्रेस, बार-बार कम हाईट को लेकर मिले ताने
श्वेता बसु प्रसाद ने 2008 की फ़िल्म 'कोठा बंगारू लोकम' से तेलुगु सिनेमा में अपना करियर शुरू किया. पिछले कुछ सालों में, वह कई तेलुगु फ़िल्मों में नज़र आ चुकी हैं, जिनमें 'राइड' (2009), 'कास्को' (2009), 'कलवर किंग' (2010), 'प्रियुदु' (2011) और 'जीनियस' (2012) शामिल हैं.

एक्ट्रेस श्वेता बसु प्रसाद (Shweta Basu Prasaad) ने हाल ही में एक तेलुगु फिल्म के सेट पर अपनी शार्ट हाईट के कारण परेशान किए जाने का अपना अनुभव शेयर किया. बॉलीवुड बबल के साथ एक इंटरव्यू में, उन्होंने खुलासा किया कि एक तेलुगु फिल्म की शूटिंग के दौरान, क्रू अक्सर उनकी शार्ट हाईट पर टिप्पणी करते थे, क्योंकि उनके को-एक्टर उनसे काफी लंबे थे.
उन्होंने कहा, 'मैं एक तेलुगु फ़िल्म कर रही थी और उस फ़िल्म की पूरी टीम मुझे हर दिन मेरी हाईट याद दिलाती थी. चूंकि मेरा हीरो काफ़ी लंबा था, इसलिए मैं 5’2 की हूं और मेरा एक्टर 5’11 या लगभग 6 फ़ीट लंबा था.' उन्होंने आगे बताया, 'वह हर सीन में गड़बड़ी करते थे, रीटेक देते थे, क्योंकि वह तेलुगु भाषा नहीं बोल सकते थे. मैं भी नहीं बोल सकती थी, लेकिन मैं मैनेज कर रही थी, और मुझे लगा कि आप मुझे ऐसी चीज के बारे में बता रहे हैं, जिस पर मेरा कोई कंट्रोल नहीं है. यह कुछ ऐसा है जो जेनेटिकली आया है, आप मैनेज नहीं करते. यह एकमात्र सेट है, जहां मुझे वाकई बहुत बुरी तरह से परेशान किया गया.'
इन फिल्मों में आईं नजर
श्वेता बसु प्रसाद ने 2008 की फ़िल्म 'कोठा बंगारू लोकम' से तेलुगु सिनेमा में अपना करियर शुरू किया। पिछले कुछ सालों में, वह कई तेलुगु फ़िल्मों में नज़र आ चुकी हैं, जिनमें 'राइड' (2009), 'कास्को' (2009), 'कलवर किंग' (2010), 'प्रियुदु' (2011) और 'जीनियस' (2012) शामिल हैं. उनकी सबसे हालिया तेलुगु फ़िल्म 'विजेता' (2016) थी. तेलुगु सिनेमा में अपने काम के अलावा, श्वेता ने हिंदी और तमिल फ़िल्मों में भी काम किया है जिसमें से वरुण धवन की 'बद्रीनाथ की दुल्हनियां' और प्राइम अमेज़ॉन की वेब सीरीज 'जुबली' शामिल है.
11 साल की उम्र में जीता नेशनल अवार्ड
उन्होंने 11 साल की उम्र में अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की, फिल्म 'मकड़ी' (2002) से शुरुआत की, जिसमें उन्होंने दोहरी भूमिका निभाई और बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट का नेशनल फिल्म अवार्ड जीता. मकड़ी में अपनी सफलता के बाद, श्वेता टेलीविजन शो 'कहानी घर घर की' और 'करिश्मा का करिश्मा' में दिखाई दीं. 2005 में, उन्होंने क्रिटिक द्वारा सरहाही गई फिल्म 'इकबाल' में खदीजा का किरदार निभाया, जिसके लिए उन्हें 5वें कराची इंटरनेशनल फिल्म इवेंट में बेस्ट सपोर्टिव एक्ट्रेस का अवार्ड मिला.