कभी बेचती थी लॉटरी टिकट, घर से भागकर आई भारत, आसान नहीं था Nora Fatehi का बॉलीवुड करियर
नोरा फतेही का पहला डांस नंबर 'बाहुबली' फिल्म का 'मनोहरी' था. लेकिन उनका सफल बॉलीवुड डांस नंबर बाटला हाउस का 'दिलबर' था. जिसे रिलीज के एक दिन के भीतर यूट्यूब पर 20 मिलियन से अधिक बार देखा गया. खासकर उनके अरेबिक डांस को खूब सराहा गया था.

बॉलीवुड में नोरा फतेही (Nora Fatehi) अपने सिजलिंग डांस मूव्स से फैंस का दिल जीत लेती है. उन्हें लंबे समय से स्क्रीन पर उनकी गॉर्जियस अपीयरेंस लिए तारीफें मिलती है. नोरा फतेही एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री अपने डांस नंबर से की, हालांकि उन्हें सबसे ज्यादा फेम रियलिटी शो 'बिग बॉस' सीजन 9 से मिली जब वह उसमें बतौर कंटेस्टेंट नजर आईं.
नोरा फतेही का पहला डांस नंबर 'बाहुबली' फिल्म का 'मनोहरी' था. लेकिन उनका सफल बॉलीवुड डांस नंबर बाटला हाउस का 'दिलबर' था. जिसे रिलीज के एक दिन के भीतर यूट्यूब पर 20 मिलियन से अधिक बार देखा गया. खासकर उनके अरेबिक डांस को खूब सराहा गया था. इसके बाद वह 'हाय गर्मी', 'साकी साकी', 'जेहदा नशा' और 'नाह' शामिल हैं.
उन्होंने फीफा वर्ल्ड कप 2022 के क्लोजिंग सेरेमनी में परफॉर्म करके बॉलीवुड में अपना स्टारडम हासिल किया। सिर्फ इतना ही नहीं 'क्रैक' और 'भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया' जैसी फिल्मों में नोरा के एक्टिंग स्किल ने इंडस्ट्री में खुद को स्टैब्लिश करने का मौका दिया। हालांकि नोरा स्टारडम की सक्सेस इतनी आसानी से नहीं मिली उन्हें इंडियन आने और काम ढूढ़ने के लिए भी बड़ा स्ट्रगल करना पड़ा था.
5,000 रुपये लेकर आई थी भारत
मैसेबल इंडिया को दिए एक इंटरव्यू नोरा ने बताया कि जब वह पहली बार भारत आई थीं तो कैसा था. नोरा ने कहा, 'मैं अपनी जेब में केवल 5,000 रुपये लेकर भारत आई थी. मुझे यह भी नहीं पता था कि 1000 डॉलर क्या होते हैं. मैं तीन बीएचके अपार्टमेंट में नौ साइकोपैथ के साथ रहती थी, जहां मैं दो अन्य लड़कियों के साथ कमरा शेयर करती थी. वहां रहने के दौरान, मैं सोचती थी, 'मैंने खुद को क्या फंसा लिया है?' मैं अब भी सदमे में हूं.'
बहुत बुरा था स्ट्रगलिंग फेज
उन्होंने उन एजेंसियों के साथ अपने बुरे अनुभवों के बारे में भी बताया जो उन्हें बहुत कम फीस देती थीं और उनका शोषण करती थीं. नोरा ने आगे कहा, 'एजेंसी बहुत सारे पैसे काटती थी और मुझे बहुत कम फीस देती थी. मैं एक अंडे और ब्रेड पर जिन्दा रहती थी. यह कठिन समय था. मुझे थेरेपी की जरूरत थी क्योंकि मेरा स्ट्रगलिंग फेज बहुत बुरा था. वे आपसे कमीशन लेते थे और सांस लेने के लिए भी पैसे काटते थे. कुछ एजेंसियां आपका शोषण करती हैं और आपकी सुरक्षा के लिए कोई कानून नहीं है.'
16 साल की उम्र शुरू की नौकरी
मोरक्को मूल की नोरा का जन्म और पालन-पोषण कनाडा में हुआ करियर के लिए दूसरे देश में जाना न केवल उनके लिए बल्कि उनके परिवार के लिए भी एक मुश्किल फैसला था. लेकिन उन्होंने अपने दिल की सुनी और अपने परिवार की रूढ़िवादी सोच को तोड़ते हुए इंडिया आ गई काम की तलाश में. हालांकि नोरा फतेही की पहली नौकरी 16 साल की उम्र में उनके हाई स्कूल के पास एक मॉल में रिटेल सेल्स एसोसिएट के रूप में थी.
सेल्स पर्सन के तौर पर किया काम
एक्ट्रेस ने एक बार शेयर किया था कि ऐसे कई कारण थे जिनकी वजह से उन्हें इतनी कम उम्र में काम करना शुरू करना पड़ा. उन्होंने खुलासा किया कि उनके घर की फाइनेंसियल कंडीशन इतनी अच्छी नहीं थी और उन्हें इसका हल करने के लिए उन्हें बाहर जाना पड़ा. सिर्फ इतना ही नोरा ने जेंट्स के कपड़ों की दुकान में सेल्स पर्सन के रूप में भी काम किया. वह सूट बेचती थी और साथ में आउटफिट पहनती थी. इसके बाद, उन्होंने रेस्तरां, बार और शावरमा प्लेसेस में वेट्रेस के रूप में भी काम किया. एक समय था जब वह एक टेलीमार्केटिंग ऑफिस में काम करती थी और लॉटरी टिकट बेचती थी.
लेती है मोटी फीस
इतने स्ट्रगलिंग फेज को देखने के बावजूद, फतेही 'रॉकी हैंडसम', 'सत्यमेव जयते', 'स्त्री', 'बाटला हाउस', 'एन एक्शन हीरो' और 'क्रैक' जैसी फिल्मों से इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रही हैं. इसके साथ नोरा डांस रियलिटी शो की जज रह चुकी है. रिपोर्ट के मुताबिक नोरा 15 से 20 लाख आइटम सॉन्ग के चार्ज करती है. वहीँ वह इवेंट में परफॉर्म करने के दो करोड़ रुपये लेती है.