Shark Tank India 4: डील के बदले Ritesh Agarwal ने दी पिचर को ग्रांट, अमन गुप्ता ने दिया रियलिटी चेक
शार्क टैंक के लेटेस्ट एपिसोड में अमन गुप्ता ने एक पिचर को उसकी गलतियां बताते हुए कहा कि उन्हें आईआईटी नहीं छोड़नी चाहिए थी. साथ ही, दोस्तों को अपनी नौकरी छोड़ने के लिए राजी करना और अपने परिवार से पैसे उधार लेना गलत फैसला था.

शार्क टैंक इंडिया सीजन 4 काफी मजेदार है. अलग-अलग पिचर्स की डील शार्क्स का माइंड ब्लो कर देता है. हालिया एपिसोड में डैकबी टेक्नोलॉजीज के यंग फाउंडर आयुष चौहान ने अपने इनोवेटिव बिजनेस को पेश करने के लिए शार्क टैंक में एंट्री ली.
इस दौरान उन्होंने जज से 2.2% इक्विटी के लिए 75 लाख रूपये मांगे. इससे उनकी कंपनी की वैल्यू 34.09 करोड़ हो जाती है. वहीं, इस एपिसोड में इंटरप्रेन्योर रितेश अग्रवाल से जुड़े एक दिल को छू लेने वाले पल की झलक देखने को मिली.
पेरेंट्स से लेते हैं पॉकेट मनी
आयुष ने अपने स्टार्टअप को चलाने में अपने फाइनेंशियल प्रॉब्लम और त्याग के बारे में बताया. इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी बताया कि उनके खाते में केवल 4-5 हजार रुपये हैं. यह बात जान शार्क्स हैरान रह गए. साथ ही, वह अपने पेरेंट्स से पॉकेट मनी लेते हैं. इन सब चुनौतियों के बावजूद भी आयुष डटे रहते हैं. उनके इस नेचर ने शार्क्स को इंप्रेस किया. इस पर नमिता थापर ने रितेश अग्रवाल को कहा कि यह मुझे आपकी याद दिलाता है.
नहीं हुई डील
OYO के फाउंडर और पैनलिस्ट में से एक रितेश अग्रवाल ने आयुष की कहानी में अपनी जर्नी देखी. रितेश ने उसे लड़ाकू बताते हुए कहा कि जैसा कि नमिता ने कहा कि तुम मुझे खुद की याद दिलाते हो. मेरे पास रहने के लिए कोई जगह नहीं थी. हालांकि उन्होंने आयुष के बिजनेस में इंवेस्ट करने से इनकार कर दिया, लेकिन उन्होंने एक ऐसी पेशकश की, जिसे सुन सभी हैरान रह गए.
रितेश अग्रवाल का ऑफर
रितेश ने कहा कि हमारे फैमिली ऑफिस में हमारे पास एक फ़ेलोशिप है, जहां ग्रांट देते हैं और कोई इक्विटी नहीं लेते हैं. हम आपको 10 लाख रुपये देंगे. लेकिन इसका इस्तेमाल अपनी कंपनी के लिए न करें. इसके बजाय अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए करें और मुझे पता है कि आप बिजनेस में बेहतर करेंगे.
अमन गुप्ता ने दिया रियलिटी चेक
जहां एक तरफ नमिता और अनुपम मित्तल के साथ दूसरे जज ने आयुस के साहस की तारीफ की. वहीं, अमन गुप्ता ने उन्हें रियलिटी चेक देते हुए कहा कि आप एक अच्छे इंटरप्रेन्योर नहीं हैं. आप बहुत कच्चे हैं. आप बिजनेस के लिए तैयार नहीं हैं.