'शॉट देने नहीं आते थे...' 'Karan Arjun' की शूटिंग में Salman और Shahrukh के नखरों से तंग आ गए थे Rakesh Roshan
हाल ही में आई नेटफ्लिक्स डॉक्यूमेंट्री 'द रोशन्स' में 'करण अर्जुन' के डायरेक्टर राकेश रोशन ने बताया कि कैसे सलमान खान और शाहरुख खान फिल्म की मिड शूट में अपना इंट्रेस्ट खोना शुरू कर दिया था. सिर्फ इतना ही नहीं रोशन सारा दिन शॉट के लिए दोनों का इंतजार करते रह जाते थे लेकिन वे दोनों उनके बुलाने पर भी नहीं आते थे.

सलमान खान (Salman Khan) और शाहरुख खान (Shahrukh Khan) स्टारर 'करण अर्जुन' (1995) को रिलीज हुए 30 साल हो गए. हालांकि एक्टर और डायरेक्टर राकेश रोशन को इसे बनाना की चैलेंज से कम नहीं था, खासकर तब जब सलमान और शाहरुख इस फिल्म की मिड शूट में इंट्रेस्ट खोना शुरू कर दिए थे और वह दोनों एक्टर्स की शैतानियों और मनमानियों से परेशान हो गए थे. इस बात का खुलासा राकेश ने अपनी नई नेटफ्लिक्स डॉक्यूमेंट्री 'द रोशन्स' में राकेश ने फिल्म की शूटिंग के बारे में बताया है.
राकेश ने कहा, 'जहां शाहरुख पुनर्जन्म की इस कहानी पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं करते थे वहीं सलमान ने मुझसे कहा कि तुम एक बड़ी फिल्म बनाओगे। लेकिन तुम हमें यहां राजस्थान के एक गांव में ले आए. मेरी कुछ और कल्पनाएं थीं.' मैंने कहा, 'सलमान, तुम एक एक्टर हो.. तुम्हें यह कल्पना करने की ज़रूरत नहीं है कि मैं कहां फिल्म बनाऊंगा।' वे फिल्म में रुचि खोने लगे. जब कोई शॉट तैयार होता है, तो सूरज ढलने के बाद भी वे हमारे बुलाने पर नहीं आते. वे आखिरी समय पर आते थे और हमें शॉट जल्दी खत्म करना पड़ता था.'
बच्चों की तरह करते थे शैतानी
डॉक्यूमेंट्री में दिखाई देते हुए शाहरुख खान ने खुद उनके व्यवहार को स्वीकार किया, उन्होंने कहा, 'हां, हमने (शाहरुख और सलमान) उन्हें बहुत परेशान किया क्योंकि हम दोनों बहुत शरारती और परेशान करने वालों में से थे. उन्होंने यह भी याद किया कि कैसे राकेश की पत्नी पिंकी रोशन ने उन्हें कई बार डांटा था. पिंकी जी अक्सर शाहरुख से कहती थी, 'तुम गुड्डू (राकेश) को बहुत परेशान कर रहे हो. मुझे तुमसे इसकी उम्मीद नहीं थी क्योंकि, सलमान और मेरे बीच, मैं थोड़ा बेहतर व्यवहार कर रहा था. कम से कम ऊपरी तौर पर तो मैं ऐसा था. लेकिन खुद के बचाव के लिए मैं पूरी शैतानियों का इल्जाम सलमान पर डाल देता था क्योंकि उस दौर में हम दो छोटे बच्चों की तरह थे, जो सच में एक पिता को परेशान कर रहे थे.'
राकेश को था दोनों पर भरोसा
राकेश रोशन ने बताया कि जब भी वह कुछ ऑफर करते, शाहरुख और सलमान दूसरे विचार सजेस्ट करते और मैं उनसे कहता, 'नहीं, मैं यही चाहता हूं और वे नाराज़ हो जाते. इन चुनौतियों के बावजूद राकेश की दृढ़ता रंग लाई और 'करण अर्जुन' अब तक की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक बन गई, जिसने सभी को चौंका दिया, खासकर शाहरुख और सलमान को, जिन्हें उस समय तक इस फिल्म पर बहुत कम भरोसा था.
पैर छूकर मांगी माफ़ी
शाहरुख ने दर्शकों की एक्साइटमेंट को याद करते हुए कहा, 'वे ताली बजा रहे थे, सीटी बजा रहे थे और चिल्ला रहे थे. मैं सोच रहा था, 'क्या चल रहा है? लोगों को इसमें क्या पसंद है?' खास तौर पर वह शॉट जहां बच्चे हाथ पकड़कर एक-दूसरे को देख रहे थे - उस समय से चीखना-चिल्लाना शुरू हो गया और पूरी फिल्म के दौरान, हर कोई चीख रहा था और चिल्ला रहा था. मुझे याद है कि मैं बाहर गया और मुझे लगता है कि मैंने राकेश जी के पैर छुए और कहा, 'मुझे खेद है, मुझे फिल्म समझ में नहीं आई, इसलिए, मेरे लिए, मैंने वह सब कुछ किया जो एक एक्टर के रूप में मेरे दिमाग में था. यह एक सीखने का अनुभव था कभी-कभी, मुझे उस किरदार पर विश्वास करने की ज़रूरत नहीं होती जिसे मैं निभा रहा हूं. मुझे बस दर्शकों को किरदार पर विश्वास दिलाना होता है. मुझे खुशी है कि राकेश जी ने मुझे इसके लिए मजबूर किया.'