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Oscar 2025 : 'भारतीय फिल्म नहीं है! 'All We Imagine As Light', FFI के अध्यक्ष ने आलोचनाओं पर तोड़ी चुप्पी

किरण राव की फिल्म 'लापता लेडीज़' पायल कापड़िया की फिल्म 'ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट' को पीछे छोड़कर ऑस्कर 2025 के लिए भारत की ऑफिशियल एंट्री में शामिल हो गई. जिसके बाद कई यूजर्स ने FFI के फैसले पर सवाल उठाया. अब FFI के अध्यक्ष ने 'लापता लेडीज़' को भारतीय फिल्म बताते हुए इसे चुनने की वजह बताई है.

Oscar 2025 : भारतीय फिल्म नहीं है! All We Imagine As Light, FFI के अध्यक्ष ने आलोचनाओं पर तोड़ी चुप्पी
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रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 27 Sept 2024 2:11 PM IST

ऑस्कर 2025 के लिए भारत की ऑफिशियल एंट्री में शामिल हुई किरण राव की फिल्म 'लापता लेडीज़' (Laapataa Ladies) इन दिनों चर्चा में है. इस फिल्म ने ऑस्कर 2025 के लिए पायल कापड़िया की फिल्म 'ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट' (All We Imagine as Light) को पीछे छोड़ दिया.

जिसे 77वें कांस फिल्म फेस्टिवल में ग्रैंड प्रिक्स अवार्ड से सम्मानित किया गया था. हालांकि सोशल मीडिया के आधे वर्ग ने एफएफआई के फैसले की आलोचना की और उनसे ऑस्कर 2025 में 'लापता लेडीज़' शामिल करने की वजह पूछी?. अब कड़ी आलोचना और ऑनलाइन आक्रोश के बाद, एफएफआई ने आखिरकार स्थिति पर प्रतिक्रिया दी है.

जूरी का फैसला था

ईटाइम्स से बातचीत में, फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) के अध्यक्ष रवि कोट्टाकारा ने बताया कि ऑस्कर में भारत की ऑफिशियल एंट्री के रूप में 'लापता लेडीज़' को भेजने का यह जूरी का सामूहिक निर्णय था. उन्होंने बताया कि जूरी इस निष्कर्ष पर पहुंचने के बाद इस फैसले पर पहुंची कि पायल कपाड़िया की 'ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट' एक विदेशी फ़िल्म की तरह है, न कि भारतीय.'

फैसला काफी मुश्किल था

उन्होंने आगे बताया कि 29 में से करीब सात फिल्में लिस्ट में थीं. उनमें से किसी एक को चुनने का फैसला काफी मुश्किल था और अंतिम फिल्म चुनने में उन्हें करीब चार घंटे लग गए. इस बात पर जोर देते हुए कि ये सभी फिल्में महिलाओं पर आधारित थीं, एफएफआई अध्यक्ष ने यह भी बताया कि 'Ullozhuku' और 'श्रीकांत' को लेकर काफी विवाद हुआ था.

ऐसा सिर्फ भारत में हो सकता है

रवि कोट्टाकारा ने अपनी अंतिम पसंद के पीछे का कारण बताते हुए कहा कि जब जूरी ने 'लापता लेडीज़' देखी, तो उन्हें यकीन हो गया कि यह फिल्म भारतीय महिलाओं की दुर्दशा को दर्शाती है. उन्होंने दावा किया कि ट्रेन में घूंघट के कारण दुल्हनों की अदला-बदली की कहानी सिर्फ़ भारत में ही होती है.

शामिल थी ये फिल्में

'लापता लेडीज़' उन 29 फ़िल्मों में से एक थी जिन्हें ऑस्कर 2025 के लिए FFI को भेजा गया था. नितांशी गोयल, प्रतिभा रांटा और स्पर्श श्रीवास्तव स्टारर यह फ़िल्म 1 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई. इस फ़िल्म से किरण राव ने अपनी पिछली फ़िल्म 'धोबी घाट' (2010) के बाद निर्देशक की कुर्सी पर वापसी की. अन्य फ़िल्मों में 'आर्टिकल 370' और 'अट्टम' भी शामिल थीं.

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