मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न पर अब ममूटी ने तोड़ी चुप्पी
ममूटी ने बताया है कि आखिर इतने लंबे समय तक वह चुप्पी क्यों साधे रहे।

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद से हलचल मची हुई है। कई ऐक्ट्रेसेस ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के खुलासे किए हैं और भयावह आपबीती सुनाई है। कई जाने-माने ऐक्टर्स पर आरोप लगे हैं और अब दिग्गज ऐक्टर ममूटी ने भी इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने बताया है कि आखिर इतने लंबे समय तक वह चुप्पी क्यों साधे रहे।
ममूटी ने रिपोर्ट का किया स्वागत
ममूटी ने फेसबुक पर अपनी राय व्यक्त करते हुए रिपोर्ट का स्वागत किया और इंडस्ट्री को काम करने की एक बेहतर जगह बनाने के लिए हो रहे बदलावों का समर्थन किया। ऐक्टर ने यह भी बताया कि उन्होंने ऐक्टर ऑर्गेनाइजेशन और लीडर्स के रिऐक्शन्स का इंतजार किया क्योंकि इसके बाद ही वह कोई टिप्पणी कर सकते हैं। उन्होंने सभी से इंडस्ट्री में सुधार लाने के लिए एकजुट होने का भी अनुरोध किया।
फिल्ममेकर्स को सावधान होना चाहिए
72 साल के ऐक्टर ने कहा, 'इस मामले में कुछ भी अप्रिय होने से रोकने के लिए फिल्ममेकर्स को सावधान होना चाहिए। जस्टिस हेमा कमेटी को फिल्म इंडस्ट्री के बारे में जानने, रिपोर्ट तैयार करने, सलाह देने और कुछ भी गलत होने पर कार्रवाई करने लिए सरकार द्वारा गठित किया गया था। मैं उस रिपोर्ट में उजागर सभी सुझावों और समाधानों का तहे दिल से स्वागत करता हूं और उनका समर्थन करता हूं। अब समय आ गया है कि फिल्म इंडस्ट्री के सभी एसोसिएशन उन्हें लागू करने के लिए एकसाथ खड़े हों।'
पुलिस को जांच करने दें
ऐक्टर ने सभी से गुजारिश की है कि पुलिस को अपनी जांच करने दें और कोर्ट को सजा तय करने दें। उन्होंने कहा, 'अभी-अभी जो शिकायतें सामने आई हैं, उनमें पुलिस की जांच मजबूती से जारी है। जस्टिस हेमा समिति की रिपोर्ट का पूरा संस्करण अदालत के सामने है। पुलिस को ईमानदारी से जांच करने दें। अदालत को सजा तय करने दें। फिल्म में कोई 'पावर सेंटर' नहीं है। अगर कानूनी अड़चनें हैं तो हेमा समिति की रिपोर्ट की सिफारिशों को लागू किया जाना चाहिए। आखिरकार सिनेमा को जीवित रहना चाहिए।'
सभी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता
ममूटी का बयान मोहनलाल की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया के ठीक एक दिन बाद आया है। अपने रोल पर विचार करते हुए उन्होंने कहा, "मैं पिछले दो कार्यकालों से AMMA का अध्यक्ष था। पूरा मलयालम सिनेमा हेमा समिति की रिपोर्ट के प्रति जवाबदेह है। हम जो देख रहे हैं, वह यह है कि सभी सवाल केवल एएमएमए से ही पूछे जा रहे हैं। एएमएमए सभी सवालों के जवाब नहीं दे सकता। ये सवाल सभी से पूछे जाने चाहिए। यह बहुत मेहनती इंडस्ट्री है। इसमें बहुत से लोग शामिल हैं लेकिन सभी को इसके लिए दोषी नहीं ठहराया जा सकता। जिम्मेदार लोगों को दंडित किया जाएगा।'