जानें क्यों लता मंगेश्कर ने राज कपूर की फिल्मों में गाने से कर दिया था इंकार?
लता मंगेश्कर ने 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं. उन्हें स्वर कोकिला के नाम से जाना जाता है. भले ही वह आज इस दुनिया में नही हैं, लेकिन आज भी उनके गाने लोगों को याद हैं. लता मंगेश्कर और राज कपूर का साथ पुराना था, लेकिन इस रिश्ते के बीच भी दरार आ गई थी.

राज कपूर और लता मंगेश्कर का साथ बेहद पुराना था, लेकिन दोनों के रिश्ते के बीच दरार तब आई, जब राज कपूर ने लता मंगेश्कर के भाई हृदयनाथ मंगेशकर को सत्यम शिवम सुंदरम के लिए उन्हें मनाने के लिए कहा, लेकिन बाद में उन्होंने हृदयनाथ की जगह लक्ष्मीकांत प्यारेलाल को गाने के लिए चुन लिया.
राज कपूर: द वन एंड ओनली शोमैन बुक में बताया गया है कि “राज कपूर चाहते थे कि वह भाई हृदयनाथ मंगेशकर से म्यूजिक करवाएं. इसके लिए मैंने अपने भाई को मनाया, जबकि वह फिल्मों के लिए म्यूजिक बनाने में दिलचस्पी नहीं रखते थे.” इसके तुरंत बाद ही वह अमेरिका चली गईं, जहां उन्हें राज ने उनकी पीठ पीछे उनके भाई की जगह लक्ष्मीकांत प्यारेलाल को काम पर रख लिया है. यह मेरे लिए शर्म की बात थी. दयनाथ ने मुझे फोन करके बताया कि मैंने तुम्हारी वजन से फिल्म के लिए हां कहा था, लेकिन अखबारों में खबर दूसरी है.
इस बात पर मैं राज जी से बहुत खफा थी. जब मैं वापस अमेरिका से भारत आई, तब मैंने उन्हें फोन कर कहा-'आपने ऐसा क्यों किया? मैंने उन्हें इसलिए मनाया क्योंकि आपने मुझसे ऐसा करने के लिए कहा था'. बुक की राइटर ने बताया कि इस बात को लेकर ही दोनों के बीच दूरी आ गई थी.
लता ने किया राज कपूर को परेशान
इस बुक में बताया कि इस बात के बाद लता ने राज कपूर को परेशान करना शुरू कर दिया था. यही नहीं, लता ने कहा कि फ्यूचर में वह जो भी गाने गाएंगी, उनके लिए उन्हें रॉयल्टी चाहिए. इसके अलावा, वह ज्यादा पैसे भी चाहती थीं और यहां तक कि उनके लिए रिकॉर्डिंग में देरी भी करती थीं."
पंडित नरेंद्र शर्मा ने किया बीच-बचाव
राज कपूर और लता मंगेश्कर के बीच आई इस दरार को पंडित नरेंद्र शर्मा ने दूर किया था. पंडित नरेंद्र शर्मा लता दीदी के लिए पिता समान थे. उन्होंने ही लता को सत्यम शिवम सुंदरम के लिए गाने के लिए राजी किया, लेकिन इस पर लता ने शर्त रखी कि अगर वह गाती हैं, तो वह स्टूडियो में किसी से बात नहीं करेंगी. उन्होंने लक्ष्मीकांत प्यारेलाल से राज कपूर को रिकॉर्डिंग के दौरान स्टूडियो में आने से भी मना किया.