Jackie Shroff को बस स्टॉप पर ऑफर हुई थी मॉडलिंग, दी 51 फ्लॉप फिल्में, फिर भी मिला सुपरस्टार का दर्जा
नायक से लेकर खलनायक तक की भूमिका निभाते हुए, उन्होंने अपनी वर्सटिलिटी के लिए पहचान हासिल की. अपने करियर के शुरुआती दौर में जैकी ने कई फिल्मों में काम किया जो फ्लॉप साबित हुईं. जैकी श्रॉफ का जन्म एक चॉल में हुआ था और उनका बचपन वहीं बीता. वास्तव में, उन्हें बॉलीवुड में 'बिडू' शब्द को पॉपुलर बनाने का क्रेडिट दिया जाता है.

जैकी श्रॉफ (Jackie Shroff) ने अपना बचपन मुंबई के तीन बत्ती इलाके में बिताया. अपने पूरे करियर में उन्होंने लगभग 250 फिल्मों में काम किया. उनकी असल जिंदगी की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट की तरह ही नाटकीय है. कई हिट फ़िल्में देने के बावजूद, वह एक चॉल में रहना जारी रखा. जैकी का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था, लेकिन किस्मत ने उन्हें अमीर बना दिया. चार दशकों में जैकी ने बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाई और इंडस्ट्री पर राज किया.
नायक से लेकर खलनायक तक की भूमिका निभाते हुए, उन्होंने अपनी वर्सटिलिटी के लिए पहचान हासिल की. अपने करियर के शुरुआती दौर में जैकी ने कई फिल्मों में काम किया जो फ्लॉप साबित हुईं. हालांकि, यह सुभाष घई की 'हीरो' ही थी जिसने उन्हें रातों-रात स्टारडम दिला दिया. 51 फ्लॉप और 69 विनाशकारी फिल्मों में काम करने के बावजूद उन्होंने सुपरस्टार का दर्जा हासिल किया. चालीस से अधिक सालों से, जैकी श्रॉफ इंडस्ट्री में एक में 'मेन ऑफ़ हॉनर' बने हुए हैं, लेकिन उनकी यात्रा आसान नहीं थी. वह किसी फ़िल्मी परिवार या रिच बैकग्राउंड से नहीं आते थे. फिर भी किस्मत उन्हें एक्टिंग की दुनिया में ले आई. उनका करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है, लेकिन उनके टैलेंट ने उन्हें बुलंदियों पहुंचाया.
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बस स्टैंड पर मिला था ऑफर
जैकी श्रॉफ का जन्म एक चॉल में हुआ था और उनका बचपन वहीं बीता. वास्तव में, उन्हें बॉलीवुड में 'बिडू' शब्द को पॉपुलर बनाने का क्रेडिट दिया जाता है. इन सालों में, उन्हें निकनेम 'जग्गी दादा' मिला. उनके शानदार एक्टिंग स्किल ने उन्हें चार दशकों तक टॉप पर बनाए रखा है. एक्टिंग की दुनिया में आने से पहले जैकी ने काफी समय नौकरी की तलाश में बिताया. एक दिन, बस स्टैंड पर बस का इंतजार करते समय, एक व्यक्ति ने उनकी हाइट देखी और उन्हें मॉडलिंग का ऑफर दिया. इसके चलते उन्हें 1973 में 'हीरा पन्ना' और 'स्वामी दादा' जैसी फिल्मों में लीड रोल मिला. जैकी का करियर एकदम सफलता के साथ शुरू नहीं हुआ उनकी शुरुआती फिल्में अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाईं.
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बाथरूम में करते थे प्रोड्यूसर्स इन्तजार
हालांकि, हीरो की सफलता के बाद वह रातों-रात सुपरस्टार बन गए. जल्द ही, फिल्म प्रोड्यूसर उन्हें कास्ट करने के लिए एक्साइटेड होकर उनके घर के बाहर लाइन लगा रहे थे. कहा जाता है कि 'हीरो' के हिट होने के बाद भी जैकी श्रॉफ ने चॉल नहीं छोड़ा. अपने स्टारडम के बावजूद, वह वहीं रहना जारी रखा. लीजेंड है कि उस दौरान, प्रोड्यूसर और डायरेक्ट उन्हें अपनी फिल्मों के लिए साइन करने के लिए चॉल के बाहर, कभी-कभी उनके बाथरूम के बाहर भी इंतजार करते थे. इन सालों में, जैकी ने कई हिट फिल्मों में काम किया, लेकिन 1989 की ब्लॉकबस्टर 'राम लखन' में डिंपल कपाड़िया के साथ उनकी जोड़ी को खास तौर से पसंद किया गया. उनकी ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री ने उन्हें बॉलीवुड की सबसे मशहूर जोड़ियों में से एक बना दिया.