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'अरे हुजूर वाह ताज बोलिए...' तबले की थाप से मार्केटिंग की दुनिया में हलचल मचाने वाले 'वाह उस्ताद वाह'

उस्ताद जाकिर हुसैन चाय के एड में नजर आ चुके हैं. उनका 'अरे हुजूर वाह ताज बोलिए' डायलॉग आज भी लोगों को याद है. ताजमहल के साथ चाय की शूटिंग के आइडिया ने सभी भारतीयों का दिल जीता, जिसके चलते टी ब्रांड की मार्केटिंग ही बदल गई.

अरे हुजूर वाह ताज बोलिए... तबले की थाप से मार्केटिंग की दुनिया में हलचल मचाने वाले वाह उस्ताद वाह
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( Image Source:  instagram/zakirhq9 )
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 16 Dec 2024 11:43 AM IST

उस्ताद जाकिर हुसैन अब इस दुनिया में नहीं रहे. उन्होंने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में अपनी आखिरी सांसे लीं. केवल 11 साल की उम्र में उन्होंने अपना पहला कॉन्सर्ट किया था. तबला बजाने के अलावा जाकिर हुसैन एक फेमस एड का चेहरा भी रह चुके हैं.

वह 1988 में ताजमहल चाय ब्रांड के एड में नजर आए थे, जिसका मालिकाना हक एक ब्रिटिश कंपनी के पास है. वाह ताज को घर-घर में मशहूर करने वाले जाकिर हुसैन ही थे, जिन्होंने अपने तबले की थाप से इस चाय ब्रांड का मार्केटिंग फंडा बदल दिया था. चलिए जानते हैं कैसे बने वह इस एड का चेहरा?

1966 में लॉन्च हुआ था ब्रांड

1966 में ब्रुक बॉन्ड ताजमहल ब्रांड लॉन्च किया गया था. यह चाय ब्रांड अपनी बेहतरीन क्वालिटी की चाय पत्तियों के लिए दुनियाभर में मशहूर है. शुरुआती दौर में इस ब्रांड ने जीनत अमान और मालविका तिवारी जैसी मशहूर हस्तियों को अपने ब्रांड के प्रमोशन में शामिल किया था, लेकिन उस दौरान इसे वेस्टर्न ब्रांड की तरह देखा जाता था. ऐसे में यह कंपनी चाय को भारत के साथ जोड़ना चाहती थी, ताकि यह भारत के मिडिल क्लास लोगों की पसंद बन जाए.

एड की खासियत

अब ताजमहल चाय को दोबारा से लॉन्च करना था. ऐसे में एंजेसी को एक ऐसा चेहरा चाहिए था, जो इस ब्रांड की डिमांड को पूरा कर सके. इस चाय के एड के लिए तीन पैमाने सेट किए गए थे. इसमें रंग, खुशबू और स्वाद शामिल था. ऐसे में इस एड के लिए जाकिर हुसैन को चुना गया.

एड के लिए जाकिर हुसैन बने पसंद

इस एड के लिए जाकिर हुसैन की पर्सनैलिटी एक दम परफेक्ट थी. जाकिर देश के जाने माने तबला वादक होने के साथ-साथ अमेरिका में रहते थे. उनकी शख्सियत में ए अनोखापन था. जाकिर हुसैन के इस एड का चेहरा बनते ही यह ब्रांड भारतीय घरों में फेमस हो गया.

आगरा में हुई एड की शूटिंग

इस एड की शूटिंग के लिए उस्ताद जाकिर हुसैन सैन फ्रांसिस्को से आगर गए. इस एड के बैकग्राउंड में ताजहल था, जिसके कारण इसने लोगों के दिमाग में अलग छाप छोड़ी. वह ताज के सामने बैठकर चाय पीते हैं और तबला बजाते हैं. ऐसे में दूसरा व्यक्ति उनकी तारीफ करते हुए कहता है "वाह उस्ताद," जिस पर वह जवाब देते हैं, "अरे हुजूर, वाह ताज बोलिए. इस एड ने भारतीय दर्शकों को इतना प्रभावित किया कि वे ब्रांड और जाकिर हुसैन दोनों के मुरीद हो गए.

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