Begin typing your search...

1965 में फिल्म वक्त ने तोड़े थे सभी रिकॉर्ड, आज का बॉलीवुड भी नहीं दे पाएगा टक्कर

मल्टीस्टारर फिल्मों का जादू दर्शकों पर अक्सर चल जाता है. इन फिल्मों में एक साथ कई सितारों को देखना लोगों को बेहद आकर्षक लगता है, क्योंकि अलग-अलग कलाकार अपनी विशिष्ट भूमिकाओं में नजर आते हैं. हिंदी सिनेमा की पहली मल्टीस्टारर फिल्म 1965 में आई 'वक्त' थी, जिसने इस प्रवृत्ति की शुरुआत की.

1965 में फिल्म वक्त ने तोड़े थे सभी रिकॉर्ड, आज का बॉलीवुड भी नहीं दे पाएगा टक्कर
X
संस्कृति जयपुरिया
by: संस्कृति जयपुरिया

Updated on: 17 Sept 2024 11:22 AM IST

पहली मल्टीस्टारर हिंदी फिल्म : मल्टीस्टारर फिल्मों का जादू दर्शकों पर अक्सर चल जाता है. इन फिल्मों में एक साथ कई सितारों को देखना लोगों को बेहद आकर्षक लगता है, क्योंकि अलग-अलग कलाकार अपनी विशिष्ट भूमिकाओं में नजर आते हैं. इस प्रकार की फिल्में न केवल दर्शकों के दिलों में जगह बनाती हैं, बल्कि बॉक्स ऑफिस पर भी अपना धमाल मचाती हैं. हिंदी सिनेमा की पहली मल्टीस्टारर फिल्म 1965 में आई 'वक्त' थी, जिसने इस प्रवृत्ति की शुरुआत की.

1965 में रिलीज हुई 'वक्त' ने एक नई परंपरा की शुरुआत की. इस फिल्म में बी आर चोपड़ा ने कई बड़े सितारों को एक साथ स्क्रीन पर उतारा, जिनमें उस समय के दिग्गज कलाकार शामिल थे. यह न केवल बी आर चोपड़ा की पहली कलर फिल्म थी, बल्कि बॉलीवुड की भी पहली मल्टीस्टारर फिल्म के रूप में इतिहास में दर्ज हुई.

'वक्त': बॉलीवुड की पहली मल्टीस्टारर फिल्म

28 जुलाई 1965 को यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी 'वक्त' रिलीज हुई थी. इस फिल्म में बलराज साहनी, सुनील दत्त, राज कुमार, शशि कपूर, साधना, शर्मिला टैगोर, मनमोहन कृष्णा, मदन पुरी और अचला सचदेव जैसे बड़े नाम शामिल थे. इस तरह के बड़े कलाकारों को एक ही फिल्म में देखना उस समय दर्शकों के लिए एक अद्भुत अनुभव था.

फिल्म का संगीत रवि द्वारा दिया गया था और इसे बी आर चोपड़ा के प्रोडक्शन में बनाया गया था. यह फिल्म बी आर चोपड़ा की कंपनी की पहली रंगीन फिल्म भी थी, जिसने हिंदी सिनेमा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर स्थापित किया.

'वक्त' का बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन

यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी यह फिल्म उस समय की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक साबित हुई. रिपोर्ट्स के अनुसार, 'वक्त' का बजट लगभग 1 करोड़ रुपये था, जबकि इसने बॉक्स ऑफिस पर 6 करोड़ रुपये का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया था. इस फिल्म का गाना 'ए मेरी जोहरा जबीं' भी बेहद लोकप्रिय हुआ, जिसे यश चोपड़ा ने अपनी अन्य फिल्मों में भी इस्तेमाल किया.

बॉलीवुड की मल्टीस्टारर फिल्मों का चलन

'वक्त' के बाद हिंदी सिनेमा में कई मल्टीस्टारर फिल्में आईं, जिनमें 'शोले', 'द बर्निंग ट्रेन', 'राजपूत', 'नागिन', 'मोहब्बतें', 'रंग दे बसंती', 'जिंदगी ना मिलेगी दोबारा', 'दिल धड़कने दो', 'नो प्रॉब्लम', 'दिल चाहता है', 'कभी खुशी कभी गम', 'थ्री इडियट्स' जैसी फिल्में शामिल हैं. इनमें से अधिकांश फिल्में बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त हिट साबित हुईं और दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई.

अगला लेख