निर्देशक Payal Kapadia को मिला स्पिरिट ऑफ सिनेमा अवार्ड, केरल के सीएम पिनाराई विजयन ने किया सम्मानित
केरल के 29वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में नारीवादी राजनीति को दृढ़ता से बरकरार रखा, जिसमें महिलाओं द्वारा निर्देशित 40 से अधिक फिल्में प्रदर्शित की गईं.
भारतीय फिल्म निर्माता पायल कपाड़िया (Payal Kapadia) को शुक्रवार को 29वें केरल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (आईएफएफके) में स्पिरिट ऑफ सिनेमा अवार्ड मिला. यह अवार्ड उनकी फिल्म 'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' (All We Imagine as Light) के लिए कान्स फिल्म फेस्टिवल में उनकी ऐतिहासिक ग्रैंड प्रिक्स जीत की मान्यता में था.
इस उपलब्धि ने उन्हें 30 सालों में कान्स के लीड कॉम्पिटिशन सेक्शन में शामिल होने वाली पहली भारतीय फिल्म निर्माता बना दिया. अपनी ग्रैंड प्रिक्स जीत के अलावा, फिल्म को दो गोल्डन ग्लोब्स और क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड्स 2025 के लिए भी नॉमिनेट किया गया है. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कपाड़िया को अवार्ड से सम्मानित किया.
20 दिसंबर को समाप्त होगा इवेंट
केरल के 29वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में नारीवादी राजनीति को दृढ़ता से बरकरार रखा, जिसमें महिलाओं द्वारा निर्देशित 40 से अधिक फिल्में प्रदर्शित की गईं. फेस्टिवल की सिग्नेचर फिल्म के जरिए पीके रोजी को सम्मानित किया गया. यह इवेंट यूनिटी और एकजुटता का मंच बन गया. यह त्यौहार उत्पीड़ितों और पीड़ा सहन करने वाले लोगों के अधिकारों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करता है. प्रत्येक फिल्म खचाखच भरे दर्शकों के सामने प्रदर्शित की गई, जो इस आयोजन के लिए भारी समर्थन और उत्साह को दर्शाता है. 13 दिसंबर को तिरुवनंतपुरम के निशागांधी ऑडिटोरियम में एक ग्रैंड इवेंट के साथ शुरू हुआ यह फेस्टिवल 20 दिसंबर को समाप्त होगा.
ऑस्कर 2025 में नहीं बना पाई जगह
बता दें कि पायल कपाड़िया की 'ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट' ने 77वें कान्स फिल्म फेस्टिवल में ग्रांड प्रिक्स अवार्ड रचकर इतिहास रच दिया था. पायल यह अवार्ड जीतने वाली भारत की पहली महिला फिल्म निर्माता बन गई हैं. पायल की फिल्म 'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' का प्रीमियर 23 मई को कान्स में हुआ था. जिसे 77वें कान्स में 8 मिनट तक स्टैंडिंग ओवेशन मिली थी. हालांकि 'ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट' ऑस्कर 2025 की भारतीय ऑफिशियल एंट्री में अपनी जगह नहीं बना पाई थी. इस रेस में किरण राव की 'लापता लेडीज' ने ऑस्कर 2025 की भारतीय ऑफिशियल एंट्री में अपनी जगह बनाने में सफल रही. कई लोगों ने 'ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट' के पीछे रह जाने से कुछ लोगों FFI के फैसले की आलोचना की थी. हालांकि FFI के अध्यक्ष ने आलोचनाओं का जवाब देते हुए कहा था कि पायल कपाड़िया की 'ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट' एक भारतीय फिल्म नहीं है.'
दो नर्सों की है कहानी
'ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट' एक मलयालम-हिंदी फीचर है. फिल्म में कनी कुश्रुति, दिव्या प्रभा, छाया कदम, रिधु हारुन और अजीस नेदुमंगद जैसे कलाकारों ने काम किया है. यह दो नर्सों (प्रभा और अनु) की कहानी है जो एक साथ रहती हैं. प्रभा और अनु अपने दो दोस्तों के साथ यात्रा पर जाते हैं. जहां वह अपनी पहचान तलाशती है. यह फिल्म इस समाज में एक महिला होने, एक महिला की जिंदगी और उसकी आजादी जैसे मुद्दों पर बात करती है.





