Bigg Boss 18: ये कंटेस्टेंट हुआ घर से बेघर, सलमान का चाहत पर फूटा गुस्सा, क्या घर में होगा कोई नया बवाल?
बिग बॉस ने 5 नए वाइल्ड कार्ड कंटेस्टेंट की एंट्री ने घर में खूब बवाल मचाया है. जहां एक तरफ अविनाश ने विवियन को नॉमिनेट कर अपना रूख साफ किया है. वहीं, दूसरी ओर सलमान ने इस वीकेंड के वार पर विवियन को फटकार लगाई.

बिग बॉस के घर में काफी कुछ बदल रहा है. जहां अविनाश और ईशा ने विवियन को धोखा दिया. वहीं, इस हफ्ते कंटेस्टेंट के घरवालों ने उन्हें सलाह दी. दूसरी ओर, करण और विवियन का रिश्ता फिर से बनता हुआ नजर आ रहा है. वहीं, रजत और दिग्विजय के बीच दरार आ चुकी है.
कल वीकेंड के वार की शुरुआत हल्के-फुल्के अंदाज में हुई, जहां सलमान ने कंटेस्टेंट को कुछ टास्क दिए. इस टास्क में कंटेस्टेंट को दूसरे घरवाले का नाम लेना था, जिसकी जिंदगी वह घर में बचे हुए दिनों के लिए मुश्किल बनाना चाहते हैं. टास्क के दौरान सलमान का चाहत पांडे पर गुस्सा फूटा. चलिए जानते हैं आखिर भाईजान को गुस्सा क्यों आया?
सलमान का चाहत पर फूटा गुस्सा
इस टास्क के दौरान चुने हुए कंटेस्टेंट को एक मंच पर खड़ा होना था, जो घड़ी की दिशा में घूमता है. उन्हें तब तक वहीं रहना था, जब तक दूसरा कंटेस्टें यह नहीं बताता कि वह उनकी जिंदगी मुश्किल क्यों बनाना चाहता है. इसे टॉर्चर टास्क कहते हैं और पहिए पर टॉर्चर लिखा हुआ था. जैसे ही चाहत पांडे की बारी आती है, वह यह कहते हुए इस गेम को खेलने से इनकार कर देती है कि वह अगले 50 दिनों में किसी की जिंदगी इतनी मुश्किल नहीं बनाना चाहती हैं. इस बात से सलमान खान नाराज हो जाते हैं.
इस पर भाईजान का गुस्सा फूट जाता है और वह कहते हैं किक्या आपने बचपन में मेरी-गो-राउंड पर सवारी नहीं की है? क्या यह आपको चाइनीज टॉर्चर जैसा लगता है?" मैं इन सब चीजों से डील नहीं करना चाहता हूं.
घरवालों ने रजत को कहा पलटू
टास्क की बात करें तो घरवालों ने सबसे ज़्यादा बार करण वीर मेहरा, श्रुतिका अर्जुन और रजत दलाल को बुलाया. रजत को शिल्पा शिरोडकर, चुम दरंग, दिग्विजय राठी, श्रुतिका अर्जुन और करण वीर मेहरा ने बुलाया. उनमें से ज़्यादातर की राय थी कि खेल की उनकी स्ट्रैटजी सही नहीं है. वह अपनी जरूरतों के मुताबिक'समीकरण' बदल देते हैं. इसके बजाय उनका पिछला वर्जन- 'पलटू' बेहतर था.
तजिंदर बग्गा हुए घर से बेघर
तजिंदर बग्गा घर से बेघर हो चुके हैं. हालांकि, शुरुआत के पहले हफ्ते के बाद तजिंदर का गेम काफी स्लो हो गया था. इसके बावजूद वह गेम तकरीबन दो महीने से ज्यादा समय तक बने रहे.