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मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी के बाद ईडी ने भेजा राज कुंद्रा को समन, इस हफ्ते होना है पेश

शिल्पा शेट्टी के पति और बिजनेसमैन राज कुंद्रा पर कानूनी मुसीबत बढ़ती जा रही है. 49 वर्षीय कुंद्रा को अब ईडी ने समन भेजकर इस हफ्ते पेश होने को कहा है.

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी के बाद ईडी ने भेजा राज कुंद्रा को समन, इस हफ्ते होना है पेश
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( Image Source:  From X )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Published on: 1 Dec 2024 1:59 PM

ईडी ने शनिवार को पोर्नोग्राफी और एडल्ट फिल्मों के कथित डिस्ट्रब्यूट से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty) के बिजनेसमैन पति राज कुंद्रा को समन जारी किया. कुंद्रा को इस हफ्ते जांच एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया है.

ईडी द्वारा मुंबई और उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों में लगभग 15 स्थानों पर छापेमारी के बाद समन जारी किया गया था, जिसमें 49 वर्षीय कुंद्रा और कुछ अन्य व्यक्तियों के घर और ऑफिस भी शामिल थे.

कोई अपराध नहीं किया है

राज कुंद्रा के वकील प्रशांत पाटिल ने आश्वासन दिया कि कुंद्रा ने कोई अपराध नहीं किया है. उन्होंने टाइम्स नाउ को दिए एक बयान में कहा, 'मैंने अभी तक अपने कलाइंट से बात नहीं की है, लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि वे निर्दोष हैं. अगर आप मुंबई पुलिस की चार्जशीट पर गौर करें तो राज कुंद्रा के ट्रांजेक्शन लीगल हैं. उन्होंने टैक्स का पे किया है. मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि राज कुंद्रा ने कोई अपराध नहीं किया है.'

यह मनी लॉन्ड्रिंग का दूसरा मामला है

मई, 2022 का मनी लॉन्ड्रिंग मामला कुंद्रा और अन्य के खिलाफ दायर मुंबई पुलिस की कम से कम दो एफआईआर और चार्ज शीट से उपजा है. मामले में बिजनेसमैन और कुछ अन्य को गिरफ्तार किया गया और बाद में जमानत दे दी गई. कुंद्रा के खिलाफ यह मनी लॉन्ड्रिंग का दूसरा मामला है. इस साल की शुरुआत में ईडी ने क्रिप्टो करेंसी मामले में कुंद्रा और शेट्टी की 98 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी जब्त की थी. हालांकि कपल को इस कुर्की आदेश के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट से राहत मिली. कुंद्रा ने 2021 में मुंबई की एक स्थानीय अदालत को बताया कि प्रॉसिक्यूटर्स (मुंबई पुलिस) के पास रत्ती भर भी सबूत नहीं है जो कथित पोर्न फिल्म रैकेट में इस्तेमाल किए गए ऐप 'हॉटशॉट्स' को कानून के तहत अपराध से जोड़ सके.

कोई सबूत नहीं है

जांच एजेंसी के मुताबिक आरोपी व्यक्तियों द्वारा पोर्नोग्राफी अपलोड करने और स्ट्रीम करने के लिए 'हॉटशॉट्स' ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा था. कुंद्रा ने दावा किया था कि कथित पोर्नोग्राफी के निर्माण में उनके एक्टिव होने का कोई सबूत नहीं है. उन्होंने दावा किया था कि उन्हें झूठा फंसाया गया था और एफआईआर में उनका नाम भी नहीं था और डिफेंडेंट ने उन्हें मामले में घसीटा था. बिजनेसमैन ने याचिका में दावा किया कि जांचकर्ताओं को बेहतर ज्ञात कारणों से उसे "बलि का बकरा" बनाया जा रहा है.

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