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इस फेस्टिव सीजन में नहीं बिगड़ेगा आपका बजट, GST रिफॉर्म के बाद इन कंपनियों ने सस्ते कर दिए प्रोडक्ट्स

इस त्योहारी सीजन में उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी क्योंकि जीएसटी रिफॉर्म के बाद भारत की बड़ी FMCG कंपनियों ने अपने उत्पादों की कीमतें कम कर दी हैं. एचयूएल, पीएंडजी, इमामी और आईटीसी ने साबुन, शैंपू, टूथपेस्ट, बेबी डायपर, क्रीम, कॉफी आदि रोज़मर्रा के सामान में कटौती की है. 22 सितंबर से लागू नई दरों के तहत रोज़मर्रा के सामान पर 5% और प्रीमियम पर 18% जीएसटी लगेगा. इससे उपभोक्ताओं का बजट संतुलित रहेगा, खरीदारी बढ़ेगी और अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा.

इस फेस्टिव सीजन में नहीं बिगड़ेगा आपका बजट, GST रिफॉर्म के बाद इन कंपनियों ने सस्ते कर दिए प्रोडक्ट्स
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( Image Source:  Sora AI )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Updated on: 19 Sept 2025 4:59 PM IST

त्योहारी सीजन भारत की अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा इंजन माना जाता है. दीपावली, दुर्गा पूजा, नवरात्रि और छठ जैसे पर्वों के बीच बाज़ारों में हर वर्ग का ग्राहक सक्रिय होता है. ठीक इसी समय सरकार ने जीएसटी ढांचे में बड़ा सुधार करते हुए चार स्लैब की जगह दो स्लैब लागू कर दिए हैं. अब रोज़मर्रा के उपयोग वाले सामान पर 5% और प्रीमियम प्रोडक्ट्स पर 18% जीएसटी लगेगा, जबकि लग्जरी कैटेगरी पर 40% की विशेष दर बनी रहेगी. नतीजा यह है कि एफएमसीजी सेक्टर की दिग्गज कंपनियों ने अपने कई लोकप्रिय ब्रांड्स की कीमतों में भारी कटौती कर दी है.

यह फैसला ऐसे वक्त में आया है जब महंगाई की वजह से आम उपभोक्ता का बजट पहले से ही दबाव में है. सरकार चाहती है कि त्योहारी खरीदारी के समय लोगों की जेब पर बोझ कम हो और उपभोग बढ़े. दूसरी तरफ कंपनियां भी जानती हैं कि यही वह तिमाही है जिससे उनकी सालाना कमाई और मार्केट शेयर पर सीधा असर पड़ता है. इसीलिए एचयूएल, पीएंडजी, आईटीसी और इमामी जैसी कंपनियों ने साबुन, शैंपू, टूथपेस्ट, बेबी डायपर, क्रीम और कॉफी जैसे रोज़मर्रा के सामान सस्ते कर दिए हैं.

एचयूएल: भारत की सबसे बड़ी FMCG कंपनी का बड़ा कदम

  • हिंदुस्तान यूनिलीवर ने डेली यूज प्रोडक्ट्स की लंबी लिस्ट को सस्ता किया है.
  • डव हेयर फॉल शैम्पू (340ml) की कीमत ₹490 से घटकर ₹435 कर दी गई है.
  • लाइफबॉय (75g × 4 पैक) अब ₹60 में मिलेगा, पहले ₹68 लगता था.
  • क्लोजअप टूथपेस्ट (150g) ₹145 से घटकर ₹129 और लक्स रेडिएंट ग्लो सोप (4 पैक) ₹96 से घटकर ₹85 हो गया है.
  • हेल्थ ड्रिंक कैटेगरी में हॉर्लिक्स चॉकलेट (200g) ₹130 से घटकर ₹110 और बूस्ट ₹124 से घटकर ₹110 कर दिया गया है.
  • किसान केचप (850g) की कीमत ₹100 से घटकर ₹93 और किसान जैम (200g) ₹90 से घटकर ₹80 कर दिया गया है.
  • ब्रू कॉफी (75g) अब ₹270 में मिलेगी, जबकि पहले ₹300 तक देनी पड़ती थी.

इमामी: आयुर्वेदिक ब्रांड्स हुए और किफायती

इमामी के आयुर्वेदिक और घरेलू ब्रांड हमेशा से मिडल क्लास उपभोक्ताओं के बीच लोकप्रिय रहे हैं.

  • बोरोप्लस एंटीसेप्टिक क्रीम (80ml) की कीमत ₹165 से घटकर ₹155 हो गई है.
  • नवरत्न आयुर्वेदिक तेल (180ml) ₹155 से घटकर ₹145 में उपलब्ध होगा.
  • झंडू बाम ₹125 से घटकर ₹118 और झंडू सोना चांदी च्यवनप्लस (900g) ₹385 से घटकर ₹361 पर मिलेगा.
  • बोरोप्लस सैंडल साबुन (125g × 6 पैक) की कीमत ₹384 से घटाकर ₹342 कर दी गई है.

प्रॉक्टर एंड गैंबल: बच्चों से लेकर बड़ों तक को राहत

पीएंडजी ने अपने मशहूर ब्रांड्स - विक्स, हेड एंड शोल्डर्स, पैंटीन, पैम्पर्स, जिलेट, ओल्ड स्पाइस और ओरल-बी की कीमतों में कटौती की है.

  • विक्स इनहेलर और विक्स एक्शन 500 की कीमतें अब ₹64 में मिलेंगी, जबकि पहले ₹69 तक देना पड़ता था.
  • हेड एंड शोल्डर्स कूल मेंथॉल शैम्पू (300ml) अब ₹320 में मिलेगा, पहले कीमत ₹360 थी.
  • पैंटीन हेयरफॉल कंट्रोल शैम्पू (340ml) की कीमत ₹410 से घटकर ₹355 कर दी गई है.
  • बच्चों के डायपर पैम्पर्स पर जीएसटी 12% से घटकर 5% होने से कीमतों में 10-12% तक की राहत मिल रही है.
  • जिलेट शेविंग क्रीम ₹45 से घटकर ₹40 और ओल्ड स्पाइस आफ्टरशेव लोशन ₹320 से घटकर ₹284 कर दिया गया है.

आईटीसी: उपभोक्ता और कारोबार दोनों को फायदा

आईटीसी ने साफ कहा है कि कंपनी अपने पूरे पोर्टफोलियो में ग्राहकों को जीएसटी रिफॉर्म का लाभ पहुंचाएगी. कंपनी का एफएमसीजी कारोबार 70 लाख रिटेल दुकानों तक फैला है. आईटीसी के कार्यकारी निदेशक बी सुमंत ने इसे “कंज्यूमर-फ्रेंडली और बिज़नेस-फ्रेंडली रिफॉर्म” बताया. उनके मुताबिक टैक्स दरों के युक्तिसंगत होने से उपभोक्ताओं की सामर्थ्य बढ़ेगी, खपत में इज़ाफा होगा और रोजगार सृजन को बल मिलेगा.

सरकार का बड़ा संदेश

जीएसटी काउंसिल ने 22 सितंबर से लागू होने वाले सुधार के तहत महंगे और गैर-ज़रूरी सामानों को छोड़कर लगभग हर रोज़मर्रा की कैटेगरी को सस्ता किया है. टीवी, एयर कंडीशनर, रेफ्रिजरेटर जैसे मंहगे इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स पर भी दरें घटी हैं. सबसे बड़ी राहत यह है कि अब कर ढांचा सरल हो गया है - पहले चार स्लैब थे, अब सिर्फ दो रह गए हैं.

कंज्‍यूमर और अर्थव्यवस्था पर असर

विशेषज्ञों का मानना है कि कीमतों में कमी का सीधा फायदा आम उपभोक्ता को मिलेगा. त्योहारी सीजन में खरीदारी बढ़ेगी तो कंपनियों की सेल्स में भी उछाल आएगा. इससे अर्थव्यवस्था में खपत का स्तर ऊपर जाएगा और सरकार को अप्रत्यक्ष करों से ज्यादा राजस्व मिलेगा. त्योहारी मौसम में महंगाई की चिंता के बीच जीएसटी रिफॉर्म और कंपनियों की ओर से की गई यह कटौती उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देने वाली है. यह कदम न केवल ग्राहकों के बजट को संतुलित रखेगा, बल्कि बाज़ार की रौनक बढ़ाकर देश की अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा भी डालेगा.

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