ज़ेलेंस्की ने ट्रम्प से जुबान तो लड़ा ली! अब आगे यूक्रेन का क्या होगा? जानिए वर्ल्ड मीडिया और एक्सपर्ट्स क्या कह रहे
Zelensky-Trump meeting: डोनाल्ड ट्रम्प, जेडी वेंस और वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच ओवल ऑफिस में हुई टेंशन वाली मीटिंग ने यूक्रेन के भविष्य को लेकर चिंताएं बढ़ा दीं. हर जगह यही चर्चा है कि अब तक अमेरिका के सहयोग से युद्ध लड़ रहा यूक्रेन आगे क्या करेगा?;
Zelensky-Trump meeting: व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के बीच हुई तीखी नोकझोंक ने यूक्रेन के भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. इस बीच यूरोपीय नेताओं ने यूक्रेन के लिए अपने समर्थन को तेज़ी से दोहराया, लेकिन क्या ये समर्थन सहयोग बन पाएगा, जैसे अमेरिका कर रहा.
दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच ऐसी तीखी बातचीत के बाद रूस-युक्रेन युद्ध के जल्द खत्म होने की उम्मीदें धुमिल होती दिख रही हैं. ट्रंप ने तो जेलेंस्की से यहां तक कह दिया कि जब आप शांति और समझौता करने के लिए तैयार हों तो दोबारा आ सकते हैं. जेलेंस्की की इस अमेरिका यात्रा से उम्मीद की जा रही थी कि दोनों देशों के बीच खनिज समझौता हो जाएगा और युद्ध के खात्मे को लेकर भी कोई ठोस बात सामने आएगी. लेकिन ऐसा न हो सका और यूक्रेन के भविष्य को लेकर अब दुनिया भर में आशंका गहरा गइ है.
ज़ेलेंस्की और यूक्रेन के लिए आगे क्या?
न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, एक्सपर्ट्स ने बताया कि व्हाइट हाउस में तीनों नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक चौंकाने वाली थी, लेकिन पूरी तरह अप्रत्याशित नहीं थी. इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रुप (ICG) के वरिष्ठ सलाहकार ब्रायन फिनुकेन ने एएफपी को बताया कि शुक्रवार की बैठक के तनावपूर्ण रहने की संभावना पहले से ही थी. वहीं यूक्रेनी राजनीतिक विश्लेषक वोलोडिमिर फेसेंको ने बताया कि ट्रम्प के शासन में अमेरिका ने बहुत कुछ ऐसा किया है जिससे दोनों देशों के रिश्तों का इस स्तर पर पहुंचना पहले ही तय लग रहा था.
आईसीजी के फिनुकेन ने कहा कि आगे क्या होगा, यह स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह यूक्रेन के लिए अच्छे संकेत तो नहीं हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी अफवाहें हैं कि अमेरिका यूक्रेन को दिए जा रहे हथियारों की आपूर्ति में कटौती कर सकता है. ये हथियारों की वही खेप है जिसे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्रंप के सत्ता संभालने से पहले यूक्रेन को दिए जाने की मंजूरी दी थी.
ट्रंप के साथ तनावपूर्ण बैठक के बाद फॉक्स न्यूज से बात करते हुए, ज़ेलेंस्की ने स्वीकार किया कि अमेरिकी समर्थन के बिना यूक्रेन के लिए रूसी सेना के आक्रमण को रोकना "कठिन" होगा.
क्या कह रहा वैश्विक मीडिया?
द गार्जियन ने इस बैठक को "दुनिया को डराने वाला तमाशा" बताया. रिपोर्ट में कहा गया है कि बैठक बिना किसी समझौते के समाप्त हो गई, जिससे ज़ेलेंस्की को खाली हाथ घर लौटना पड़ा.
समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा रूस और यूक्रेन के बीच तत्काल युद्धविराम के आह्वान पर रिपोर्ट की, जिसमें शांति प्रयासों को आगे नहीं बढ़ाने पर अमेरिकी समर्थन के संभावित नुकसान के बारे में ज़ेलेंस्की को उनकी चेतावनी की बात कही गई है.
पोलिटिको ने ओवल ऑफिस में हुई बैठक के नेचर पर रिपोर्ट की, जिसमें बताया गया कि कैसे ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने ज़ेलेंस्की की आलोचना की, जिसके कारण पहले से तय खनिज सौदे पर हस्ताक्षर हुए बिना ही बैठक खत्म हो गई.
वहीं द सन ने ज़ेलेंस्की को एक ग्लोबल हीरो करार दिया, जिन्होंने "एक तानाशाह की सेना के खिलाफ अपने देश की बहादुरी से रक्षा की."