20 बच्चों का सपना, 3 का इरादा, 12 पर आकर थम गई पति-पत्नी की जंग, ऐसे पालते हैं परिवार

आजकल जहां लोग एक बच्चे को पैदा करने के लिए भी हजार बार सोचते हैं. वहीं, एक ऐसी महिला भी है, जो 2-4 नहीं बल्कि 20 बच्चे चाहती है, लेकिन उसका पति सिर्फ 3 बच्चों की ख्वाहिश रखता है. इसके बावजूद दोनों के 12 बच्चे हो जाते हैं.;

Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 10 Jun 2025 5:16 PM IST

शादी के बाद बच्चे पैदा करना सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है. खासतौर पर महिलाओं के लिए यह समय बेहद नाजुक होता है. इस कारण से लोग पहले ही बच्चों की प्लानिंग कर लेते हैं कि उन्हें कब और कितने बच्चे चाहिए. चीन ने आबादी कम करने के लिए वन चाइल्ड पॉलिसी बनाई थी. इस ही तरह बच्चों की संख्या को लेकर भी लोगों की अलग-अलग राय है.

हालांकि, एक महिला के साथ कुछ अलग ही हुआ, जब शादी के बाद प्रेग्नेंसी की प्लानिंग करते समय पति-पत्नी के बीच बच्चों की संख्या को लेकर मतभेद हो गया. अमांडा को 20 बच्चे चाहिए थे, लेकिन उनके पति की सोच अलग थी. वो सिर्फ 3 बच्चे चाहते थे. आखिर में कपल के 12 बच्चे हुए. 

कपल के हुए 12 बच्चे

आज अमांडा के 12 बच्चे हैं और इनमें से चार बार जुड़वां बच्चे हुए हैं. एक बार प्रेग्नेंसी में उन्होंने एक बच्चे को खो दिया, लेकिन बाद में जो बच्चे हुए, वो सभी हेल्दी हैं. हालांकि यह संख्या न अमांडा के सपने जैसी बड़ी थी, न ही उनके पति की योजना जितनी छोटी, लेकिन दोनों इससे खुश हैं. 

ज्यादा बच्चे नहीं है मुसीबत

अमांडा मानती हैं कि बड़ा परिवार संभालना मुश्किल नहीं है. बस थोड़ी प्लानिंग और सबका साथ जरूरी होता है. उन्होंने टिक टॉक पर एक वीडियो में बताया कि कैसे उन्होंने और उनके पति ने मिलकर जिम्मेदारी निभाई. उन्होंने अपने पति की बातों का भी ध्यान रखा और उन्हें यह भरोसा दिलाया कि बड़ा परिवार रखना कोई बोझ नहीं होगा.

कैसे चलता है इतना बड़ा घर?

अमांडा बताती हैं कि उनके परिवार का हर महीने का राशन खर्च लगभग 2.32 लाख रुपये होता है, लेकिन उन्होंने इस खर्च को संभालने के लिए कुछ उपाय किए हैं. बच्चों के दादा-दादी पैसों से मदद करते हैं. अमांडा के पापा अपने घर का बेसमेंट किराए पर देते हैं. अमांडा और उनके पति मिलकर बजट बनाते हैं और ज़िम्मेदारियां बांटते हैं.

घर को ही बनाया स्कूल

अमांडा के सभी 12 बच्चे 10 साल से छोटे हैं और वे सभी घर पर ही पढ़ाई करते हैं. बड़े बच्चे छोटे बच्चों को पढ़ाने में मदद करते हैं. अमांडा इसे एक टीम वर्क मानती हैं, जहां हर बच्चा कुछ सिखता और सिखाता है. इतने बड़े परिवार को एक साथ कहीं ले जाना आसान नहीं होता है. इसलिए अमांडा ने 15 लोगों वाली एक वैन ली है, जिससे सभी एक साथ आराम से ट्रैवल कर सकते हैं.

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