कौन हैं कमला परसाद बिसेसर जिन्हें PM मोदी ने बताया 'बिहार की बेटी'? त्रिनिनाद से बिहारी वोटरों को साधने की कोशिश
PM Kamla Persad Bissessar Profile: प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदाद में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम आप लोगों से सिर्फ खून या उपनाम से नहीं जुड़े हैं, हम अपनेपन से भी जुड़े हैं. भारत आपकी ओर देखता है और आपका स्वागत करता है. प्रधानमंत्री कमला के पूर्वज बिहार के बक्सर के रहने वाले थे. वह भी उस जगह का दौरा कर चुकी हैं. लोग उन्हें 'बिहार की बेटी' मानते हैं.;
Who Is Kamla Persad Bissessar? भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैरेबियन देश त्रिनिदाद और टोबैगो की 2 दिवसीय यात्रा पर हैं. उनकी यात्रा से त्रिनिदार की प्रधानमंत्री कमला सुशीला परसाद बिसेसर चर्चा में हैं. इसकी वजह यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 जुलाई को त्रिनिदाद और टोबैगो की अपनी यात्रा के दौरान कमला प्रसाद-बिसेसर को "बिहार की बेटी" बताया है.
पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय से बात करते हुए कहा, "कमला परसाद बिसेसर के पूर्वज बिहार के बक्सर से थे. कमला जी उस जगह का दौरा भी कर चुकी हैं, जहां से चलकर उनके पूर्वज यहां पहुंचे थे."
हम सिर्फ खून से नहीं, अपने से भी जुड़े हैं - PM
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "हम सिर्फ खून या उपनाम से नहीं जुड़े हैं, हम अपनेपन से जुड़े हैं. भारत आपकी ओर देखता है और आपका स्वागत करता है. प्रधानमंत्री कमला के पूर्वज बिहार के बक्सर के रहने वाले थे. वह भी उस जगह का दौरा कर चुकी हैं. लोग उन्हें बिहार की बेटी मानते हैं."
21वीं सदी में बिहार दिखाएगा दुनिया को नया रास्ता
"बिहार की विरासत भारत और दुनिया का गौरव है. बिहार ने सदियों से दुनिया को विभिन्न क्षेत्रों में रास्ता दिखाया है. 21वीं सदी में भी बिहार से नए अवसर निकलेंगे."
त्रिनिदाद में भी है पटना, कोलकाता ओर बनारस
प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदार की 25 साल पहले की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि कैसे तब से कैरेबियाई देश और भारत के बीच दोस्ती और मजबूत हुई है. उन्होंने सांस्कृतिक संबंधों के बारे में बात की और बताया कि बनारस, पटना, कोलकाता और दिल्ली जैसे शहर न केवल भारत में हैं बल्कि त्रिनिदाद में भी सड़कों के नाम से जाने जाते हैं.
त्रिनिदाद की 40 फीसदी आबादी भारतीय मूल के
उन्होंने कहा, "नवरात्र, महाशिवरात्रि और जन्माष्टमी यहां खुशी, उत्साह और गर्व के साथ मनाई जाती है. चौताल और भितक गण यहां पनपते रहते हैं. मैं यहां कई जाने-पहचाने चेहरों की गर्मजोशी देख रहा हूं." त्रिनिदाद और टोबैगो में लगभग 40 प्रतिशत लोग भारतीय मूल के हैं.
जोधपुर से भी छोटा है त्रिनिदाद
भारत के विदेश मंत्रालय के अनुसार भारतीय मूल के लगभग 5,56,800 लोग वहां रहते हैं। इनमें से 1,800 अनिवासी भारतीय (एनआरआई) हैं, जबकि बाकी स्थानीय नागरिक हैं. भारतीय मूल के लोगों के पूर्वज 1845 और 1917 के बीच भारत से गिरमिटिया मजदूर के रूप में वहां पहुंचे थे.
भले ही त्रिनिदाद और टोबैगो एक छोटा देश है, जो भारत के जोधपुर से भी छोटा है, लेकिन भारतीय समुदाय ने देश की संस्कृति और अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका निभाई है. भारतीय परंपराएं आज भी उनके खान-पान, संगीत, भाषा और धार्मिक त्योहारों में साफ देखी जा सकती हैं.
त्रिनिदाद के NRI को आईसीआई कार्ड देने का ऐलान
इसके अलावा, पीएम मोदी ने यह भी घोषणा की कि त्रिनिदाद और टोबैगो में रहने वाले भारतीय प्रवासियों की छठी पीढ़ी को अब ओसीआई (ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया) कार्ड दिए जाएंगे.
इससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री का त्रिनिदाद और टोबैगो में भव्य स्वागत किया गया. हवाई अड्डे पर देश की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर, 38 मंत्रियों और चार सांसदों ने उनका स्वागत किया. पियार्को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया.
कौन हैं कमला प्रसाद बिसेसर?
कमला परसाद बिसेसर का जन्म दक्षिण त्रिनिदाद के गांव सिपरिया में हुआ था. उनके पिता का नाम लिलराज और माता का नाम रीता परसाद था. पिता मुनीम थे, जो टेक्साको के अकाउंटिंग डिपार्टमेंट में काम करते थे. उनकी मां रीता कोको के खेतों में मजदूर करती थीं. कमला का एक भाई और 3 बहनें थीं. उनकी 2 बहनें, इंग्लैंड और न्यूयॉर्क में रहती हैं.
कमला परसाद बिसेसर एडवोकेट पेशे से पॉलिटिशियन औरट टीचर हैं. वह त्रिनिदाद और टोबैगो की छठीं और पहली महिला प्रधानमंत्री हैं. वे पहले साल 2010 से 2015 तक देश की प्रधानमंत्री रहीं और अब मई 2025 में दूसरी बार देश की प्रधानमंत्री चुनी गईं हैं. कमला यूनाइटेड नेशनल कांग्रेस (UNC) की नेता हैं. 3 बार साल 2006 से 2007 तक, 2010 में और साल 2015 से 2025 तक विपक्ष की नेता रह चुकी हैं.
टाइम मैग्जीन ने बिसेसर को माना था सबसे प्रभावशाील नेता
वह पहली महिला एटॉर्नी जनरल होने के साथ कार्यवाहक प्रधानमंत्री भी रह चुकी हैं. राष्ट्रमंडल देशों की अध्यक्ष भी कमला परसाद रही हैं. कमला ने वेस्टइंडीज यूनिवर्सिटी से BA, LLB और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स डिग्री की थी. उनके पति का नाम डॉ. ग्रेगरी बिसेसर है और उनका एक बेटा भी है.
अमेरिका की टाइम मैग्जीन ने कमला बिसेसर परसाद को देश की साल 2011 में कमला परसाद बिसेसर को टाइम मैग्जीन ने दुनियाभर में 13वीं सबसे प्रभावशाली महिला नेता नामित किया था.