कौन था मोस्ट वॉन्टेड आतंकी हिजबुल्ला का तबातबाई? 10 साल बाद इजरायल को मिली कामयाबी, जानें कैसे किया ढेर
इजरायल ने बेरूत में बड़ी एयरस्ट्राइक करते हुए हिजबुल्ला के टॉप कमांडर तबातबाई को मार गिराया. तबातबाई को इजरायल पिछले 10 सालों से मारने की प्लानिंग कर रहा था, लेकिन अब जाकर उसको ये बड़ी कामयाबी मिली है.;
लेबनान की राजधानी बेरूत में रविवार को इजरायल ने एक सटीक हवाई हमला किया, जिसका लक्ष्य हिज़्बुल्ला का शीर्ष सैन्य कमांडर हैथम अली तबातबाई था. इज़रायली सेना ने पुष्टि करते हुए बताया कि ऑपरेशन सफल रहा और आतंकी संगठन के इस कमांडर को मार गिराया गया.
इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि हमला बेरूत के सेंट्रल जोन में किया गया. जहां तबातबाई छिपकर काम कर रहा था. इज़रायल के अनुसार, तबातबाई ही वह शख्स था जो हिज़्बुल्ला की सैन्य क्षमताओं के विस्तार और हथियारों की निगरानी करता था.
दूसरे सबसे ताकतवर नेता को बनाया निशाना
टाइम्स ऑफ इज़रायल के मुताबिक, तबातबाई को हिज़्बुल्ला महासचिव नईम कासिम के बाद संगठन का दूसरा सबसे प्रभावशाली नेता माना जाता था. इजरायल पिछले 10 सालों से उसे खत्म करने की कोशिश कर रहा था और अब जाकर यह मिशन पूरा हो सका.
कौन था तबातबाई?
तबातबाई को हिज़्बुल्ला का वास्तविक चीफ ऑफ स्टाफ कहा जाता था. वह संगठन के सबसे अनुभवी सैन्य रणनीतिकारों में शामिल था. रिपोर्ट्स के अनुसार उसका जन्म साल 1968 को बेरूत में हुआ था. उनकी मां साउथ लेबनान की निवासी थी तो पिता ईरानी मूल के थे. कम उम्र में ही तबातबाई हिज़्बुल्ला में शामिल हो गया था. अमेरिका ने साल 2016 से ही उसे मोस्ट वांटेड टेररिस्ट सूची में डाला हुआ था. साल 2018 में उसके बारे में कोई भी सूचना देने पर 50 लाख डॉलर का इनाम घोषित किया गया था.
राडवान फोर्स का प्रमुख का प्रमुख था तबातबाई
तबातबाई हिज़्बुल्ला की खास राडवान फोर्स का भी प्रमुख था. यह वही यूनिट है जिसका उद्देश्य इजरायल पर हमले की योजना बनाना और उन्हें अंजाम देना माना जाता है. अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, उसने सीरिया और यमन में हिज़्बुल्ला के विशेष सैन्य अभियानों का नेतृत्व भी किया था. साल 2015 में दक्षिणी सीरिया में इज़रायल ने इसे निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन उस हमले में इसके बजाय हिज़्बुल्ला कमांडर इमाद मुगनिया के बेटे जिहाद मुगनिया की मौत हो गई थी.