कौन है आदर्श बेहरा जिसे सूडान में किया गया किडनैप, विद्रोही गुट के लड़ाकों ने पूछा- क्या तुम शाहरुख़ खान को जानते हो? Video
ओडिशा का 36 वर्षीय आदर्श बेहरा सूडान के युद्धग्रस्त इलाके अल फाशिर में विद्रोही गुट RSF के कब्ज़े में है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में उससे बंदूक की नोक पर नारे लगवाए जा रहे हैं. आदर्श 2022 से एक प्लास्टिक फैक्ट्री में काम कर रहा था, लेकिन अब उसकी ज़िंदगी खतरे में है. परिवार भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है, जबकि सूडान और भारत कूटनीतिक स्तर पर उसकी रिहाई के प्रयास में जुटे हैं.;
युद्धग्रस्त सूडान में भारत से गया एक सामान्य सा युवक आज अपनी ज़िंदगी की सबसे भयावह परिस्थितियों से गुजर रहा है. 36 वर्षीय आदर्श बेहरा, जो रोज़ी-रोटी के लिए ओडिशा से हज़ारों किलोमीटर दूर नौकरी करने गए थे, अब विद्रोही लड़ाकों के कब्ज़े में हैं. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहा है कि बंदूकधारी उग्रवादी उन्हें अपने नेता के समर्थन में नारे लगवा रहे हैं. मानो उनकी जान सिर्फ एक ‘स्लोगन’ पर टिकी हो.
लेकिन इस वीडियो के पीछे की कहानी सिर्फ एक भारतीय के अपहरण की नहीं, बल्कि उस युद्ध की भयावह हक़ीक़त है जिसने अब तक लाखों लोगों को दुनिया के सबसे असुरक्षित इलाकों में धकेल दिया है. सवाल यह भी है कि क्या भारत सरकार आदर्श को सुरक्षित घर ला पाएगी, या वह भी युद्ध की आग में खो जाने वाला एक और नाम बनकर रह जाएगा?
कौन हैं आदर्श बेहरा?
ओडिशा के जगतसिंहपुर ज़िले से ताल्लुक रखने वाले आदर्श बेहरा (36) 2022 में रोज़गार की तलाश में सूडान पहुंचे थे. वहां वे सुकाराती प्लास्टिक फ़ैक्ट्री में काम करते थे. परिवार के मुताबिक, आदर्श लंबे समय से वहां मुश्किल हालात में रह रहे थे, लेकिन आय ही उनका सहारा थी.
अपहरण का वीडियो आया सामने
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में आदर्श को रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) के लड़ाके घेरकर खड़े दिखाई देते हैं. उनसे हथियारों की नोक पर अपने कमांडर मोहम्मद हमदान दागालो के समर्थन में नारे लगवाए जाते हैं. इतना ही नहीं, उग्रवादी उनसे पूछते हैं, "शाहरुख़ खान को जानते हो?" यह दिखाता है कि अपहरण सिर्फ सैन्य नहीं, बल्कि मानसिक दबाव का खेल भी है.
सूडान सरकार की पुष्टि, भारत से मदद की मांग
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, सूडान में भारत के राजदूत और स्थानीय अधिकारियों ने पुष्टि की है कि आदर्श विद्रोहियों के कब्ज़े में हैं. सूडान के राजदूत मोहम्मद अब्दल्ला ने कहा कि भारत और सूडान मिलकर उन्हें छुड़ाने के प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा, “हमें उम्मीद है कि आदर्श सुरक्षित लौटेंगे, लेकिन हालात बेहद अस्थिर हैं.”
मेरे बच्चे डरे हुए हैं, कृपया बचाइए: परिवार
आदर्श का परिवार लगातार ओडिशा सरकार और विदेश मंत्रालय से गुहार लगा रहा है. उनके वीडियो संदेश में आदर्श खुद कहते हैं, “मैं अल फाशिर में हूं, यहां हालात बहुत ख़राब हैं... मेरी फैमिली डरी हुई है. कृपया मुझे यहां से निकालिए.” उनके दो छोटे बच्चे हर रोज़ पूछते हैं, "पापा कब आएंगे?"
सूडान क्यों जल रहा है?
अप्रैल 2023 से सूडान गृहयुद्ध की आग में जल रहा है. सेना और RSF के बीच सत्ता संघर्ष ने देश को बर्बाद कर दिया है. 1.3 करोड़ लोग बेघर हो चुके हैं, शहर मलबे में बदल चुके हैं, और विदेशी नागरिक लगातार खतरे में हैं. अल फाशिर, जहां आदर्श फंसे हैं, हाल ही में विद्रोहियों के कब्जे में आया है.
भारत–सूडान रिश्ते और मानवीय मदद का ज़िक्र
सूडान के राजदूत ने कहा कि भारत ने अभी तक दवाइयों, अनाज और राहत सामग्री भेजकर मदद की है. उन्होंने कहा, “भारत युद्ध के समय भी हमारा दोस्त रहा है. हम चाहते हैं कि युद्ध के बाद पुनर्निर्माण में भी भारत साथ रहे.”
विद्रोहियों के इरादे क्या हैं?
रैपिड सपोर्ट फोर्सेज पर पहले भी विदेशी नागरिकों को ‘प्रोपेगैंडा टूल’ की तरह इस्तेमाल करने के आरोप लगे हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, आदर्श को सिर्फ पैसे के लिए नहीं, बल्कि भारत पर दबाव बनाने और मीडिया में दिखने के लिए भी पकड़ा गया हो सकता है.
क्या भारत जल्द निकाल पाएगा नागरिक को?
विदेश मंत्रालय ‘हाई-लेवल’ ट्रैकिंग पर इस मामले को देख रहा है. हालांकि जमीनी हकीकत ये है कि अल फाशिर अब पूरी तरह युद्ध का मैदान बन चुका है, जहां एम्बेसी टीमें भी नहीं पहुंच सकतीं. अगर बातचीत नाकाम रही, तो आदर्श की रिहाई लंबी और जोखिमभरी प्रक्रिया बन सकती है.