आखिर 8 साल पहले ऐसा क्या हुआ था कि अब होने लगा ब्रेस्ट में अचानक दर्द? सर्जरी में निकली चाकू की ब्लेड फिर

तंजानिया के मुहिंबिली नेशनल हॉस्पिटल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 44 वर्षीय पुरुष के ब्रेस्ट में अचानक दर्द और मवाद निकलने की शिकायत के बाद एक्स-रे में आठ साल से फंसी चाकू की ब्लेड का पता चला. आठ साल पहले एक हिंसक झगड़े में घायल हुए मरीज के पुराने घावों में यह ब्लेड छिपी रही.;

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By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 19 Aug 2025 12:13 AM IST

तंजानिया के मुहिंबिली नेशनल हॉस्पिटल में डॉक्टरों को एक चौंकाने वाला मामला मिला, जब उन्होंने 44 वर्षीय पुरुष के सीने में आठ साल से फंसी चाकू की ब्लेड का पता लगाया. मरीज अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने अपने स्तन से दर्द और मवाद निकलने की शिकायत की थी. सामान्य जांच में कुछ असामान्य नहीं मिला, लेकिन एक्स-रे में चौंकाने वाला रहस्य सामने आया- उनके सीने में एक धातु की वस्तु फंसी हुई थी.

यह मामला नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में हाल ही में प्रकाशित किया गया है और यह मानव शरीर की आश्चर्यजनक सहनशीलता को उजागर करता है. मरीज ने बताया कि पिछले दस दिनों से उनके दाहिने स्तन से सफेद मवाद निकल रहा था, लेकिन उन्हें छाती में दर्द, सांस लेने में कठिनाई, खांसी या बुखार जैसी कोई समस्या नहीं हुई.

आठ साल पहले हुई थी चोट

मरीज ने बताया कि आठ साल पहले वह एक हिंसक झगड़े में घायल हो गए थे, जिसमें उनके चेहरे, पीठ, छाती और पेट में गंभीर चोटें आई थीं. उस समय घाव सिल दिए गए थे और वे सामान्य जीवन में लौट गए थे. इसके बावजूद आठ साल तक चाकू की ब्लेड ने कोई समस्या नहीं दी और बड़ी अंगों को भी नुकसान नहीं पहुंचाया. यह संभव हो सका क्योंकि उस समय अस्पताल में रेडियोलॉजिकल सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं.

एक्स-रे ने खोला रहस्य

हाल ही में संक्रमण के कारण डॉक्टरों ने एक्स-रे करने का निर्णय लिया. इमेजिंग में सीने के मध्य हिस्से में धातु की वस्तु दिखाई दी, जिसके चारों ओर ओजिंग या पुराना हेमेटोमा और चोट के कारण बने फाइब्रोसिस का संकेत मिला. डॉक्टरों ने कहा, 'प्रारंभिक लेटरल छाती की रेडियोग्राफ में केंद्रीय छाती में धातु की वस्तु फंसी हुई दिखाई दी, जिसके आसपास का धुंधला हिस्सा ओजिंग या पुराना हेमेटोमा या पोस्ट-ट्रॉमैटिक फाइब्रोसिस का संकेत देता है, जो मरीज की चाकू की चोट का परिणाम हो सकता है.

सफल शल्यक्रिया और स्वस्थ वापसी

जांच में पता चला कि मवाद मृत ऊतक के जमा होने के कारण हो रहा था. सर्जनों ने सावधानीपूर्वक ब्लेड, मृत ऊतक और मवाद को निकाल दिया. मरीज को 24 घंटे आईसीयू में रखा गया और उसके बाद सामान्य वार्ड में दस दिन के रिकवरी पीरियड के लिए स्थानांतरित किया गया, जिसमें कोई जटिलता नहीं आई.

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