शशि थरूर की आंखों में आंखें डाल तीखे सवाल पूछने वाले Ishaan कौन? वाशिंगटन से लेकर दिल्ली तक हल्ला
Who Is Ishaan Tharoor: कांग्रेस सांसद शशि थरूर और उनके बेटे ईशान थरूर के बीच वाशिंगटन डीसी में एक दिल छूने वाला पल देखने को मिला, जब ईशान ने आतंकवाद पर सवाल पूछा. वह अपने बेटे को इस मुकाम पर देखकर गर्व महसूस कर रहे थे.;
Who Is Ishaan Tharoor: जब एक बेटा पत्रकार हो और पिता देश का वरिष्ठ नेता, तो सवालों में नर्मी की कोई उम्मीद नहीं होती. ऐसा ही हुआ अमेरिका में, जब पत्रकार इशान थरूर ने अपने पिता और कांग्रेस सांसद शशि थरूर से ऐसा सवाल पूछ लिया जिसने न सिर्फ राजनीति, बल्कि बाप-बेटे के रिश्ते को भी नई परिभाषा दी.
इशान ने अपने पिता से पूछा कि क्या अमेरिका या किसी अन्य देश ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भारत से सबूत मांगे हैं, जिसमें पाकिस्तान पर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का आरोप है, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी. उन्होंने यह भी पूछा कि पाकिस्तान बार-बार अपनी संलिप्तता से इनकार करता रहा है, ऐसे में भारत ने इतनी बड़ी सैन्य कार्रवाई क्यों की?
बेटे को देख थरूर ने की स्माइल
एक पत्रकार के रूप में बेटे ईशान के सवाल पूछते देख शशि थरूर के चेहरे पर मुस्कान आ गई. हालांकि शशि थरूर ने बेहद संजीदा अंदाज़ में जवाब दिया, “भारत ने इतनी बड़ी प्रतिक्रिया बिना ठोस सबूतों के नहीं दी होती.” इस दौरान कुछ हल्के-फुल्के पल भी देखने को मिले जब शशि थरूर ने बताया कि इशान उनके ही बेटे हैं, तब पूरा हॉल ठहाका लगाने लगा.
थरूर अपने बेटे को इस मुकाम पर देखकर निश्चित रूप से गर्व महसूस कर रहे होंगे. उन्होंने बेटे को माइक ऊंचा रखने का भी इशारा किया था. शशि थरूर ने पाकिस्तान की बार-बार इनकार की नीति की आलोचना करते हुए कहा, हम जानते हैं कि पाकिस्तान क्या है. वे आतंकवादियों को भेजेंगे, वे यह इनकार करेंगे जब तक उन्हें रंगे हाथ नहीं पकड़ लिया जाता.
कौन हैं ईशान थरूर?
ईशान थरूर केवल कांग्रेस सांसद और लेखक शशि थरूर के बेटे ही नहीं हैं, बल्कि खुद एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय पत्रकार और विचारक हैं. वह अमेरिकी अख़बार The Washington Post में विदेश डेस्क पर कॉलम लिखते हैं और प्रसिद्ध न्यूज़लेटर ‘Today’s WorldView’ के सह-लेखक भी हैं. उनकी रिपोर्टिंग और विश्लेषण में भू-राजनीति, वैश्विक कूटनीति, और मानवाधिकार जैसे गंभीर विषयों की गूंज होती है.
ईशान को वर्ष 2021 में अमेरिकी एकेडमी ऑफ डिप्लोमेसी द्वारा प्रतिष्ठित "Arthur Ross Media Award in Commentary" से सम्मानित किया गया था, यह उनकी अंतरराष्ट्रीय मामलों पर गहरी पकड़ और संतुलित विश्लेषण का प्रमाण है. इससे पहले, वह Time मैगजीन में सीनियर एडिटर और रिपोर्टर रह चुके हैं, जहां उन्होंने हांगकांग और न्यूयॉर्क में काम किया और एशिया से जुड़ी कई प्रमुख रिपोर्ट्स को कवर किया.
शिक्षा की बात करें तो ईशान ने अमेरिका की प्रतिष्ठित Yale University से इतिहास, जातीयता, नस्ल और प्रवासन विषयों में स्नातक की डिग्री ली है. यह विषय आज की वैश्विक राजनीति में बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं और उनके लेखन में इनकी गहराई स्पष्ट झलकती है.
मार्च 2020 में ईशान ने अमेरिकी नागरिकता प्राप्त की थी. इस मौके पर उन्होंने ट्वीट कर कहा था, “यह मुझे गर्व से भर देता है कि मैं अब एक अमेरिकी हूं.”
ईशान का एक जुड़वां भाई कनिष्क थरूर भी एक लेखक और टिप्पणीकार हैं. दोनों भाइयों ने वैश्विक मुद्दों पर गहन विश्लेषण और लेखन के जरिए अपनी-अपनी पहचान बनाई है.
ईशान थरूर की पत्रकारिता में न सिर्फ तथ्य होते हैं, बल्कि उसमें एक विचारशील संवेदनशीलता भी नजर आती है. भारत, अमेरिका और मध्य-पूर्व जैसे राजनीतिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों पर उनकी पकड़ उन्हें एक ऐसा वैश्विक भारतीय पत्रकार बनाती है, जिनकी बात सुनी जाती है और जिनके सवाल चुभते भी हैं और सोचने पर मजबूर भी करते हैं.
हाल ही में, जब उन्होंने अपने पिता शशि थरूर से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पाकिस्तान की भूमिका पर सार्वजनिक मंच से सवाल पूछे, तो यह केवल पत्रकारिता का उदाहरण नहीं था, यह निष्पक्षता और वैचारिक स्वतंत्रता का प्रतीक भी था.