पहले पैंट उतार के दिखाओ..पीरियड लीव मांग रही थी स्टूडेंट, कॉलेज स्टाफ ने मांगा सबूत

चीन से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जिसमें एक स्टूडेंट को पीरियड लीव मांगना भारी पड़ गया. जब उनसे अपने कॉलेज स्टाफ से छुट्टी मांगी तो उसे सबूत पेश करने को कहा. उससे कहा गया कि पहले आप अपनी पैंट उतार के दिखाइए कि इसके बाद ही आपको छुट्टी मिलेगी.;

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Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 16 Nov 2025 10:54 AM IST

सोचिए, आप दर्द में हैं, असहज हैं और बस इतना चाहती हैं कि आपको एक दिन की छुट्टी मिल जाए लेकिन बदले में आपको कहा जाए कि 'पैंट उतारो, तभी यकीन करेंगे.' हैरान कर देने वाला ये मामला चीन की राजधानी बीजिंग की गेंग्डन इंस्टीटूटें ऑफ़ बीजिंग यूनिवर्सिटी ऑफ़  टेक्नोलॉजी का है, जहां एक छात्रा को पीरियड्स के कारण छुट्टी मांगना इतना भारी पड़ गया कि उसे अपनी गरिमा तक पर सवाल खड़ा हुआ महसूस हुआ.

15 मई को, पीड़ित छात्रा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उसने पूरे मामले की कहानी सामने आई. उसका कहना था कि जब वह असहज महसूस कर रही थी और बीमारी की छुट्टी लेने कैंपस क्लिनिक पहुंची, तो स्टाफ ने उससे कहा, 'अगर सच में पीरियड हो रहे हैं, तो अपनी पैंट उतारकर दिखाओ.' छात्रा के पूछने पर कि क्या हर लड़की से यही कहा जाता है, तो एक महिला स्टाफ ने बेहिचक कहा, यह रूल है, मेरा पर्सनल डिसजन नहीं.'

छात्राएं बनाती है बहाने 

जब छात्रा ने इस कथित नियम का लिखित सबूत मांगा, तो कोई जवाब नहीं मिला. उल्टा, उसे बाहर के अस्पताल जाने की सलाह दे दी गई. अगले दिन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बयान जारी कर कहा कि यह प्रोसेस नियमों के अनुसार थी. छात्रा की सहमति ली गई थी और कोई मेडिकल टेस्ट या डिवाइस इस्तेमाल नहीं हुआ. एक स्टाफ सदस्य सू के मुताबिक, कई छात्राएं हर महीने 4–5 बार पीरियड का बहाना बनाकर छुट्टी लेती हैं. इस दुरुपयोग को रोकने के लिए यह जांच ज़रूरी है.' हालाँकि इस प्रक्रिया से काफी इंस्टिट्यूट को कफी ट्रोल किया जा रहा है.

अपने फैसले पर अड़ी है छात्रा 

छात्रा की इस आपबीती ने चीनी सोशल मीडिया को हिलाकर रख दिया. पूर्व वकील और महिला अधिकार विशेषज्ञ झांग योंगकुआन ने इस नियम को 'छात्रा की निजता का गंभीर उल्लंघन और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करने वाले कानूनों के खिलाफ़' बताया. उन्होंने साफ कहा – यह हर हाल में यौन उत्पीड़न और गरिमा हनन की श्रेणी में आता है.' वहीं छात्र का भी कहना है कि लिखित नियम दिखाओ, मैं चुप हो जाऊंगी. इस पूरे घटनाक्रम के बाद भी छात्रा पीछे हटने को तैयार नहीं. उसका कहना है कि अगर यूनिवर्सिटी ऐसा कोई नियम दिखा दे जो लिखित हो, तो मैं सोशल मीडिया से अपना पूरा कंटेंट हटा दूंगी.ट

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