अमेरिका में इंडियन्स की मौज, होटलों में मिल रहे चाय-समोसे; टूरिस्टों की लगी भीड़
भारत की इंटरनेशनल ट्रैवल में उछाल के पीछे मिडल क्लास की बढ़ती आबादी, हाई ट्रैवल बजट और बढ़ी हुई उड़ान क्षमता जैसे कुछ कारण है. वहीं, अमेरिका के कई होटल्स में भारतीयों का स्वागत करने के लिए चाय-समोसा परोसा जा रहा है.;
महामारी के चलते अमेरिका टूरिज्म पर काफी असर पड़ा था. अब इसे वापस पटरी पर लाने के लिए संघर्ष किया जा रहा है. वहीं, हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री को इंडियन टूरिस्ट की बढ़ती संख्या में नई उम्मीद मिली है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस नेशनल ट्रैवल एंड टूरिज्म ऑफिस के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में लगभग 1.9 मिलियन भारतीय अमेरिका गए.
आंकड़ों से पता चलता है कि यह उछाल बिजनेस विजिट के लिए जारी किए गए वीजा में 50 प्रतिशत की वृद्धि और हॉलिडे के लिए 43.5 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुआ.
होटल में परोसे जा रहे चाय-समोसा
अमेरिकी होटल और ट्रैवल फर्म इस तेजी से बढ़ते बाजार को रणनीतिक रूप से पूरा कर रहे हैं. एशियाई अमेरिकी होटल ओनर एसोसिएशन की सीईओ लॉरा ली ब्लेक ने कहा कि कुछ होटल ऐसी सर्विस भी दे रहे हैं, जो इंडियन टूरिस्ट को पसंद आ सकती हैं. इनमें लॉबी में चाय और समोसे से लेकर गेस्ट रूम में फेमस इंडियन टीवी चैनल तक शामिल है.
इन देशों के टूरिस्ट में आई कमी
भारत की इंटरनेशनल ट्रैवल में उछाल के पीछे इंडियन मिडल क्लास की बढ़ती आबादी, हाई ट्रैवल बजट और बढ़ी हुई उड़ान क्षमता भी हैं. इसके विपरीत, एनटीटीओ के आंकड़ों से पता चला है कि 2019 के लेवल की तुलना में इसी अवधि के दौरान चीन, जापान और दक्षिण कोरिया से आने वाले टूरिस्ट की संख्या में 44.5%, 50.8% और 23.9% की गिरावट आई है.
ये डेस्टिनेशन बन रहे लोगों की पसंद
चीन जैसे पूर्वी एशियाई देशों के वेल्दी कंज्यूमर्स खासकर दक्षिण-पूर्व एशिया डेस्टिनेशन्स पर ज्यादा ट्रैवल कर रहे हैं. इसके चलते वह यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका की लंबी दूरी की ट्रैवलिंग से बच रहे हैं. यूरोपीय टूरिस्ट अमेरिका लौट रहे हैं, लेकिन यूके, जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों से आने वाले ट्रैवलर्स 2019 के लेवल से नीचे बने हुए हैं.