ट्रंप ने जिसे कभी बताया था आतंक की पनाहगाह, अब उसी के गाने लगे गीत! शहबाज़ और मुनीर से मुलाकात कर बताया- Great Leaders
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को पहले 'आतंकवादियों का पनाहगाह' कहने के बावजूद अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर की ओवल ऑफिस में मुलाकात के दौरान जमकर तारीफ की. उन्होंने दोनों नेताओं को "Great Leaders" बताया, जबकि यह मुलाकात हाल ही में अमेरिका-पाकिस्तान व्यापार समझौते और यूएन महासभा में हुई चर्चाओं के बाद हुई है.;
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से ओवल ऑफिस में मुलाकात की. बैठक से पहले ही ट्रंप ने दोनों नेताओं की तारीफ करते हुए उन्हें 'great leaders" बताया और कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और फील्ड मार्शल "बहुत महान इंसान" हैं.
यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई जब ट्रंप संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के इतर आठ इस्लामिक देशों के शीर्ष नेताओं से मिल चुके थे, जहां गाज़ा में जारी इज़राइल-हमास युद्ध को समाप्त करने की रणनीति पर चर्चा हुई थी. हाल ही में अमेरिका-पाकिस्तान के बीच हुए व्यापार समझौते के बाद इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है.
ट्रंप की दोनों नेताओं के लिए खुली तारीफ
रिपोर्टर्स से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि 'हमारे पास एक महान नेता आ रहे हैं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और फील्ड मार्शल. फील्ड मार्शल एक बहुत महान शख्स हैं, और प्रधानमंत्री भी उतने ही महान हैं, दोनों आ रहे हैं, और हो सकता है कि वे अभी इस कमरे में मौजूद हों.'
अमेरिका-पाकिस्तान व्यापारिक रिश्तों में नई गर्माहट
पिछले जुलाई में अमेरिका और पाकिस्तान के बीच हुए व्यापार समझौते को पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी सफलता माना गया. इस डील के तहत अमेरिका को पाकिस्तान के अप्रयुक्त तेल भंडारों में निवेश का मौका मिलेगा, वहीं इस्लामाबाद के लिए अमेरिकी टैक्स में कमी की भी व्यवस्था की गई.
ट्रंप और पाकिस्तान: बदलता रुख
यह बदलते रिश्ते खास इसलिए हैं क्योंकि ट्रंप पहले पाकिस्तान को "आतंकवादियों का सुरक्षित ठिकाना" कह चुके हैं. अब वही ट्रंप पाकिस्तान के साथ नजदीकियां बढ़ा रहे हैं. सेना प्रमुख असीम मुनीर ने हाल ही में अमेरिका के दो दौरे किए और यहां तक कि उन्होंने ट्रंप का नाम नोबेल शांति पुरस्कार के लिए भी सुझाया.
भारत-पाक तनाव और ट्रंप की भूमिका
ट्रंप कई बार दावा कर चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम कराने में भूमिका निभाई थी. खासकर, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उन्होंने "शांति स्थापना" में मध्यस्थता की बात कही. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कहा है कि इस ऑपरेशन में किसी भी विदेशी दखल की कोई भूमिका नहीं थी.
अफगानिस्तान और चीन के बीच रणनीतिक अहमियत
ट्रंप के लिए पाकिस्तान की अहमियत अफगानिस्तान से भी जुड़ी है. उन्होंने बग्राम एयरबेस पर दोबारा नियंत्रण की जरूरत पर जोर दिया है, यह कहते हुए कि यह जगह चीन की परमाणु संपत्तियों के बेहद नजदीक है और रणनीतिक रूप से अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण है.