मलबे में लाशें, शहरों में अफरा-तफरी; भूकंप में तबाह हुआ म्यांमार के इस एयरपोर्ट का कंट्रोल टावर- पढ़ें Top 10 Updates
Earthquake: म्यांमार में शुक्रवार को 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिससे इमारतें धराशायी हो गईं, सड़कें फट गईं, और हजारों लोग जान बचाने के लिए भागने पर मजबूर हो गए. इस विनाशकारी भूकंप और उसके बाद आए तेज झटकों ने देशभर में भारी तबाही मचाई है.;
Earthquake: म्यांमार में शुक्रवार को 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिससे इमारतें धराशायी हो गईं, सड़कें फट गईं, और हजारों लोग जान बचाने के लिए भागने पर मजबूर हो गए. इस विनाशकारी भूकंप और उसके बाद आए तेज झटकों ने देशभर में भारी तबाही मचाई है. इस मामले में अब तक 1000 लोगों की जान जा चुकी है तो वहीं 2300 से ज्यादा घायल हैं. वहीं कई लोग अब भी मलबे के नीचे दबे हुए हैं.
भूकंप का केंद्र मांडले के पास था, जो म्यांमार का दूसरा सबसे बड़ा शहर है. भूकंप के बाद 6.4 तीव्रता का एक और शक्तिशाली झटका आया. नायपीडॉ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर गिर गया, जिससे हवाई यातायात बाधित हुआ. चीन से राहत दलों को ले जा रहे विमानों को यांगून की ओर मोड़ दिया गया.
भूकंप ने कई पुल, इमारतें और एक मठ भी ध्वस्त कर दिए. म्यांमार सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सहायता की अपील की है. देश में रक्तदान की भारी मांग है. संयुक्त राष्ट्र ने 5 मिलियन डॉलर (लगभग ₹42 करोड़) की राहत राशि जारी की है ताकि आपातकालीन सहायता कार्य शुरू किया जा सके.
म्यांमार-थाईलैंड भूकंप के 10 बड़े अपडेट:
- 1,600 से ज्यादा मौतें: म्यांमार और थाईलैंड में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप में अब तक 1,644 लोगों की मौत हो चुकी है.
- म्यांमार सबसे ज्यादा प्रभावित: अकेले म्यांमार में 1,644 मौतें हुई हैं, जबकि थाईलैंड में 10 लोगों की जान चली गई.
- भूकंप का केंद्र: भूकंप म्यांमार के सागाइंग क्षेत्र में 10 किमी की गहराई पर आया, जिससे भारी तबाही हुई.
- झटकों का सिलसिला: 7.7 तीव्रता के मुख्य भूकंप के बाद 6.7 तीव्रता का एक और झटका आया, साथ ही कई छोटे झटके भी महसूस किए गए.
- मांडले और सागाइंग में भारी तबाही: म्यांमार के मांडले और सागाइंग में कई इमारतें गिर गईं, अवा ब्रिज नदी में समा गया.
- थाईलैंड में निर्माणाधीन इमारत गिरी: बैंकॉक के चतुचक बाजार के पास एक निर्माणाधीन इमारत गिरने से 100 से अधिक मजदूर फंस गए.
- म्यांमार ने मांगी अंतरराष्ट्रीय मदद: भूकंप के बाद म्यांमार की सैन्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सहायता की अपील की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार और थाईलैंड की मदद का आश्वासन दिया. भारतीय वायु सेना ने 15 टन राहत सामग्री भेजी, जिसमें टेंट, कंबल, दवाएं और पानी शुद्धिकरण यंत्र शामिल हैं.
- एनडीआरएफ की 80 सदस्यीय टीम बचाव कार्य में मदद के लिए भेजी गई.
- संयुक्त राष्ट्र का राहत कोष: संयुक्त राष्ट्र (UN) ने म्यांमार के लिए 5 मिलियन डॉलर की सहायता देने का एलान किया.
- भारतीय नागरिक सुरक्षित: थाईलैंड में भारतीय दूतावास ने बताया कि अब तक किसी भारतीय नागरिक के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है.