कूटनीति तुमसे न हो पाएगी! भारत से जीतना है तो महिलाओं को डिस्को भेजो पाक
हाल ही में पाकिस्तान के पत्रकार नजम सेठी ने कहा कि यूएस में भारत के प्रभाव को काउंटर करने के लिए हमें अपनी महिलाओं को पब भेजना चाहिए. कूटनीति के लिए पार्क में टहलना और पब में जाकर बैठना जरूरी होता है.;
पाकिस्तान के जाने-माने पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक नजम सेठी ने हाल ही में एक ऐसा बयान दिया है, जो चर्चा का बड़ा कारण बन गया है. समा टीवी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के डिप्लोमैट मजबूत नहीं हैं. उन्हें कूटनीति में बहुत कुछ सीखने की जरूरत है.
इस दौरान नजम अमेरिका में भारत के बढ़ते प्रभाव पर बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भारत ने अपनी संस्कृति और कूटनीति से अमेरिका में एक मजबूत जगह बना ली है. इसी बातचीत में सेठी ने पाक को अमेरिका में अपना इंफ्लुएंस बनाने के लिए एक ऐसा सुझाव दे दिया, जिसने विवाद खड़ा कर दिया. उन्होंने महिलाओं को पब जाने के लिए कहा.
पाक महिलाओं को भेजे पब
इस बातचीत के दौरान नजम ने कहा कि अगर पाकिस्तान को अमेरिका में भारत जैसा असर दिखाना है, तो उसे परंपरागत कूटनीति के अलावा कुछ नए तरीके अपनाने होंगे. उन्होंने मजाकिया ढंग से कहा कि 'हमें भी अपनी कुछ महिलाओं को पब्स में भेजना चाहिए.' यह बात मज़ाक में कही गई थी, लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे गंभीरता से ले लिया और काफी आलोचना शुरू हो गई.
बताया कैसे पब में जाने से होगा फायदा
इसके बाद उन्होंने समझाया कि सिर्फ भाषा जानना काफी नहीं होता है बल्कि कल्चर और लोगों की सोच को भी समझना जरूरी है. उन्होंने कहा कि 'कभी-कभी आपको पब में जाकर बैठना पड़ता है. वहीं बातचीत होती है. वहीं नए रिश्ते बनते हैं. कभी पार्क में टहलते हुए ही अच्छे कॉन्टैक्ट बन जाते हैं, जो किसी दफ्तर में नहीं बनते हैं.'
चार्म जरूरी है
नजम ने समझाया कि कूटनीति का मतलब सिर्फ गंभीर बातें और भाषण नहीं होता है. उसमें थोड़ा हंसी-मज़ाक और हल्का-फुल्का अंदाज़ भी जरूरी होता है. असली असर तब होता है, जब इंसान-से-इंसान का रिश्ता बनता है और आज के दौर में चार्म यानी अपनी बात को दिलचस्प और असरदार ढंग से कहना बहुत जरूरी हो गया है.'