Exclusive: कच्ची नींद से जागा शेर होता है खतरनाक, बलूचों ने भारत के साथ उठाया हथियार तो पाक हो जाएगा साफ

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने भारत को झकझोर कर रख दिया. बलोच नेता रज्जाक बलोच ने पाकिस्तान पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि अगर भारत अब भी चुप बैठा रहा तो यह आतंकियों के हौसले बढ़ाएगा. उन्होंने बलूचिस्तान की तरफ से भारत का समर्थन करते हुए कहा कि ये वक्त पाकिस्तान को उसकी असली औकात दिखाने का है.;

By :  संजीव चौहान
Updated On : 26 May 2025 11:52 AM IST

पहलगाम में जो कुछ पाकिस्तान ने कराया है. उससे बुरा भारत के साथ अब और क्या हो सकता है? बलूचिस्तान के लोग यह बात भारत को पाकिस्तान के खिलाफ उकसाने के इरादे से नहीं कह रहे हैं. कश्मीर घाटी के बैसरन पर्यटन (Pahalgam BaisaranVelley Terror Attack) स्थल पर, निर्दोष भारतीयों की कौम ‘हिंदू’ पता चलते ही काफिरों ने (Pakistani Terrorist) उन्हें मार डाला. इसमें गलती पाकिस्तान की है. पहलगाम नरसंहार का तांडव दुनिया ने देखा है. अकेले बलूचिस्तान (Baluchistan), सिंध (Sindh Pakistan), गिलगित बटालिस्तान (Gilgit Batalistan) ने ही नहीं देखा. हां, मैं इतना वायदा करता हूं कि अगर हिंदुस्तानी फौज ने इस बार पाकिस्तान (Attack on Pakistan) पर धावा बोला तो, बलूचिस्तान की बलोचिस्चान लिबरेशन आर्मी (Baluchistan Liberation Army BLA) भारत के साथ मिलकर पाकिस्तान के ऊपर टूट पड़ेगी.

पिछले 70 साल से हमेशा रहम खाकर पाकिस्तान (Pakistan) को बख्शते आ रहे भारत को अब, उसके ऊपर हमला बोल देना चाहिए. ताकि दुनिया देखे कि भारत की फौज (Indian Army) ने कैसे पाकिस्तान को उसकी औकात बताई-दिखाई है. पहलगाम में हाथ डालकर पाकिस्तान ने खुद ही भारत (India Pakistan Relation) को कच्ची नींद से जगाया है. कच्ची नींद से जागा हुआ शेर कितना घातक-गुस्सैल होता है, इस वक्त भारत से बेहतर यह बात और कौन समझ सकता है? हिंदुस्तान की फौजें-हुकूमत इस ‘आपदा’ (मुसीबत) को ‘अवसर’ में बदलकर पाकिस्तान को अगर घुटनो के बल जमीन पर बैठाने में कामयाब हो जाती है, तो भारत का हमेशा की तरह जमाने में परचम लहरा जाएगा. जबकि भारत के हाथों बीते 70 साल से ही लुट-पिट रहा पाकिस्तान जमाने में मुंह दिखाने काबिल नहीं रहेगा.

मक्कार पाकिस्तान के होश उड़ जाएंगे

मैं यह नहीं कह रहा हूं कि पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए भारत, हमारे (बलूचिस्तानियों या किसी और देश के कहने पर) उकसाने से पाकिस्तान (Pakistan Baluchistan)के खिलाफ जा खड़ा हो. मैं तो यह कहता हूं कि पहलगाम खूनी कांड के बाद भी अगर भारत खामोश बैठ गया तो, पाकिस्तान और उसके यहां पल रहे आतंकवादियों और भाड़े की बिकाऊ पाकिस्तानी फौज और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई का सीना चौड़ा हो जाएगा. जोकि इस वक्त भारत के हित में चीन को छोड़कर और कोई देश नहीं चाहता है. दुनिया चाहती है कि आतंकवाद से जूझ रहा हिंदुस्तान अपनी समझ से, पाकिस्तान को ऐसा करार जवाब जरूर दे, ताकि पाकिस्तानी हुक्मराम और उसकी बिकाऊ आर्मी के होश फाख्ता हो सकें.

अमेरिकी-बलोच कांग्रेस महासचिव रज्जाक

यह तमाम बातें रज्जाक बलोच ने कही हैं. रज्जाक बलोच अमेरिकी-बलोच कांग्रेस के महासचिव (Razzak Balock General Secretary America Baloch Congress) हैं. रज्जाक बीते करीब 30 साल से अमेरिका में रह रहे हैं. 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम बैसरन घाटी (Jammu and Kashmir Valley) में हुए आतंकवादी हमले (Pahalgam Terror Attack) से बेहाल रज्जाक बलोच (Razzak Baloch) गुरुवार 1 मई 2025 को स्टेट मिरर हिंदी (State Mirror Hindi) के एडिटर क्राइम-इन्वेस्टीगेशन से जूम-मीटिंग के जरिए एक्सक्लूसिव बात कर रहे थे.

भारत के जागने से ही पाकिस्तान निपटेगा

धूर्त-मक्कार पाकिस्तानी हुकूमत से खार खाए बैठे रज्जाक बलोच ने कहा, “बेशक पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा पहलगाम में कराया गया नरसंहार-आतंकवादी हमला भारत और दुनिया कभी नहीं भूल सकती है. भारत और दुनिया के अमन-पसंद देशों के लिए यह हमला नासूर की तरह आने वाली सदियों तक सालेगा. ऐसे में अगर भारत आगे-पीछे का पाकिस्तान से सब हिसाब इस बार बराबर कर लेता है तो उसके ऊपर दुनिया की कोई भी ताकत, किसी तरह का इल्जाम लगाने की जुर्रत नहीं कर सकती है.

पाकिस्तान को ठंडा करने का सही वक्त

रज्जाक बलोच आगे कहते हैं, “पहलगाम जैसे आतंकवादी हमले को भला भारत खामोशी के साथ कैसे बर्दाश्त करके बैठ सकेगा? कौन कहेगा कि पाकिस्तानी आतंकवादियों ने पहलगाम में खूनी तांडव में 26 निर्दोषों का कत्ल करके बहादुरी दिखाई है? मेरी नजर में तो वह भाड़े के पिट्ठू (पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले पाकिस्तानी आतंकवादी) थे. ऐसे में भारत अगर पाकिस्तान को इस बार उसकी औकात बता देता है तो, चीन के सिवाए दुनिया के और किसी भी देश को इस पर लेशमात्र इसे भला दुनिया क्यों गलत कहेगी? आत्म-सम्मान और आत्मरक्षा का ह़क तो इस इंसानी दुनिया में जब जानवर-कीड़े मकोड़ों तक को है. तब फिर भारत जैसी दुनिया की उभरती हुई सुपर-पावर को पहलगाम कांड पर ही, पाकिस्तान को ठिकाने क्यों नहीं लगा देना चाहिए?”

रज्जाक बलोच से हुई पूरी बातचीत यहां देखें

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