बोइंग की उड़ान पर ब्रेक! हजारों वर्कर्स की हड़ताल से फाइटर जेट प्रोडक्शन ठप- जानें विवाद की जड़

अमेरिका की एयरोस्पेस दिग्गज कंपनी बोइंग को बड़ा झटका लगा है. उसके 3,000 से ज्यादा कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे फाइटर जेट्स का निर्माण ठप हो गया है. यह हड़ताल मुख्यतः वेतन, शिफ्ट शेड्यूल और वर्किंग कंडीशंस को लेकर हुई है. यूनियन ने कहा है कि कंपनी उनके साथ "अनुचित व्यवहार" कर रही है.;

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By :  सागर द्विवेदी
Updated On : 5 Aug 2025 12:06 AM IST

अमेरिका के मिसौरी स्थित सेंट लुइस और इलिनॉय क्षेत्र में 3,200 से अधिक यूनियनकर्मी 4 अगस्त को काम छोड़कर हड़ताल पर चले गए. ये सभी कर्मचारी बोइंग कंपनी के लिए F-15 और F/A-18 जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों के निर्माण में लगे हुए हैं. कर्मचारियों ने कंपनी के दूसरे अनुबंध प्रस्ताव को भारी बहुमत से खारिज कर दिया, जिसे वे अपनी वित्तीय और कार्यस्थल से जुड़ी चिंताओं के समाधान के लिए अपर्याप्त मानते हैं.

बोइंग के डिफेंस कारोबार के तेजी से बढ़ने और नए सैन्य अनुबंधों (जैसे F-47A) को हासिल करने के बीच, यूनियन नेताओं का कहना है कि कंपनी के मुनाफे और अग्रिम पंक्ति में काम कर रहे कर्मचारियों के मूल्य के बीच का असंतुलन अब और बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.

अनुबंध प्रस्ताव से नाखुश कर्मचारी

हड़ताल की मुख्य वजह बोइंग द्वारा पेश किया गया चार वर्षीय अनुबंध है, जिसमें 20% वेतन वृद्धि, $5,000 का साइनिंग बोनस, और छुट्टियों व बीमार अवकाश की नई व्यवस्था का वादा किया गया था. हालांकि कंपनी ने दावा किया कि इससे औसत वेतन में 40% तक बढ़ोतरी होगी, लेकिन International Association of Machinists and Aerospace Workers District 837 के सदस्यों ने इस प्रस्ताव को पुराने, अस्वीकार किए गए प्रस्ताव जैसा ही बताया.

कर्मचारियों की मांगें: सिर्फ वेतन नहीं, सम्मान भी चाहिए

यूनियन नेताओं ने कहा है कि कर्मचारियों की मांगें सिर्फ वेतन बढ़ाने तक सीमित नहीं हैं. वे बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, नौकरी की सुरक्षा, पारदर्शी प्रमोशन पॉलिसी, प्रदर्शन मूल्यांकन की स्पष्ट प्रणाली और रिटायरमेंट के बाद की स्थिरता की भी मांग कर रहे हैं. District 837 के अध्यक्ष टॉम बोएलिंग ने कहा, 'कर्मचारी ऐसा अनुबंध डिज़र्व करते हैं जो उनके कौशल, प्रतिबद्धता और राष्ट्र रक्षा में उनकी भूमिका को सच्ची मान्यता दे सके.

बोइंग की प्रतिक्रिया

बोइंग ने अनुबंध खारिज होने पर निराशा जताई और कहा कि कंपनी ने कामकाज जारी रखने के लिए वैकल्पिक योजनाएं पहले से ही तैयार कर ली थीं। बोइंग सेंट लुइस डिफेंस फैसिलिटी के वाइस प्रेसिडेंट डैन गिलियन ने इस प्रस्ताव को 'उदार' बताया. वहीं कंपनी के CEO केली ऑर्टबर्ग ने कहा कि कंपनी ने पहले भी ऐसी हड़तालों का सामना किया है, जैसे पिछले साल नॉर्थवेस्ट में सात हफ्ते चली हड़ताल.

अमेरिका की रक्षा तैयारियों पर असर

इस हड़ताल से F-15, F/A-18, T-7A रेड हॉक ट्रेनर जेट और MQ-25 स्टिंगरे ड्रोन जैसे महत्वपूर्ण सैन्य प्लेटफॉर्म्स की असेंबली प्रभावित हुई है। इसके अलावा, हाल ही में अमेरिका की वायुसेना द्वारा स्वीकृत F-47A की उत्पादन प्रक्रिया में भी देरी हो सकती है. इस स्थिति ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बोइंग की भूमिका और श्रमिक अधिकारों के बीच संतुलन की अहमियत को फिर से उजागर कर दिया है.

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