फूल बना नर्स की मौत का कारण, फिर मर चुकी मां से हुई मुलाकात और हो गई जिंदा
आपने भी यह कहानी सुनी होगी कि लोग मरने के बाद फिर जिंदा हो जाते हैं. ऐसे ही एक खबर दोबारा सामने आई है, जहां एक नर्स की फूलों के कारण मौत हो जाती है, क्योंकि उसे एलर्जी होती है. इसके बाद वह मरने के बाद अपने मां से परलोक में मिलती है.;
2018 की बात है. कनाडा की एक नर्स जूलिया इवांस रोज़ की तरह अपने काम पर पहुंची थीं. सब कुछ सामान्य लग रहा था. लेकिन उन्हें जैसे ही लिली के फूलों की खुशबू आई, कुछ गड़बड़ महसूस हुआ. उन्हें पहले से पता था कि उन्हें इन फूलों से एलर्जी है, मगर उन्होंने सोचा कि ये एलर्जी मामूली होगी. लेकिन वो खुशबू उनके लिए जानलेवा साबित हुई.
हालांकि, वह अचानक से दोबारा जिंदा हो गई और उन्होंने बताया कि वह इस दौरान अपनी मां से मिली थी, जिनकी बहुत पहले ही मौत हो चुकी है.
धीरे-धीरे सांसें रुकने लगीं
फूलों को सूंघने के बाद उनका गला सूज गया, और शरीर में तेज़ रिएक्शन शुरू हो गया, जिसे मेडिकल भाषा में एनाफिलेक्टिक शॉक कहते हैं. सहकर्मियों ने तुरंत मदद की। डॉक्टर ने एपिनेफ्रीन का इंजेक्शन दिया, लेकिन गलती से उसमें दस गुना ज़्यादा डोज़ थी. जूलिया का दिल इतनी तेज़ी से धड़कने लगा कि उन्हें लगा, अब वह फट जाएग.
अंधेरे में एक जानी-पहचानी आवाज़
जैसे ही जूलिया बेहोश हुईं, उन्होंने खुद को काले शून्य में पाया. वहां, उन्होंने एक जानी-पहचानी, सुकून भरी आवाज़ सुनी, जो उनकी मां की आवाज़ थी, जिनकी मौत 1983 में हो गई थी. उनकी मां ने कहा, "सब ठीक है, जानू... मां आ गई हैं.' इस पल ने उन्हें उस गहरे दर्द से जोड़ दिया जिसे उन्होंने सालों पहले झेला था. अपनी सबसे अच्छी दोस्त की मौत, सौतेली माँ का डूबना, और अपनी मां की ब्रेन एन्यूरिज्म से मृत्यु.
फिर आया वो झटका… और वापसी
पर जैसे ही सब कुछ शांत होने लगा, एक ज़ोर का झटका आया और जूलिया की चेतना दोबारा उनके शरीर में लौट आई. डॉक्टरों की कोशिशें कामयाब रहीं। जूलिया की जान बच गई. मगर उनके अंदर कुछ बदल चुका था.