'अब उन्हें जाना ही होगा'; पार्टी के कितने सांसद चाहते हैं ट्रूडो की विदाई, क्या बोले जगमीत सिंह?
कनाडा में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर विपक्ष का दबाव बढ़ गया है. न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के नेता जगमीत सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश में ट्रूडो से सोमवार तक इस्तीफा देने की मांग की. सिंह ने ट्रूडो की नीतियों को कनाडा की आर्थिक समस्याओं और रोजगार संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया.;
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ 'असहमति' को लेकर चर्चा के कुछ ही घंटों बाद, एक विपक्षी नेता ने ट्रूडो से सोमवार तक इस्तीफा देने की मांग की. उन्होंने कहा कि उनकी नीतियों और फैसलों के कारण सैकड़ों-हजारों कनाडाई नौकरियां खतरे में पड़ गई हैं. विपक्षी नेता ने सरकार पर देश की अर्थव्यवस्था को संकट में डालने और रोजगार सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया है, जिससे कनाडा में राजनीतिक माहौल और गरमा गया है.
विपक्षी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के नेता जगमीत सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जारी एक वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो से इस्तीफा देने की मांग की. उन्होंने कहा, 'आज मैं जस्टिन ट्रूडो से इस्तीफा देने की अपील कर रहा हूं. अब उन्हें जाना ही होगा. कनाडाई लोग जीवन की कठिनाइयों से जूझ रहे हैं. मैं जहां भी जाता हूं, यही सुनता हूं. लोग न तो घर खरीद पा रहे हैं और न ही किराने का सामान. इसके अलावा, डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी ने सैकड़ों-हजारों कनाडाई नौकरियों को खतरे में डाल दिया है.'
जगमीत सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि, कनाडाई लोगों के सामने गंभीर चुनौतियां हैं, लेकिन जस्टिन ट्रूडो और उनकी लिबरल पार्टी इन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय अपने अंदरूनी झगड़ों में उलझी हुई है. वे कनाडाई लोगों के लिए लड़ने के बजाय खुद के लिए लड़ रहे हैं. इसी कारण से, आज मैं ट्रूडो से इस्तीफा देने की मांग कर रहा हूं.'
उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने क्यों दिया इस्तीफा?
पूर्व वित्त मंत्री और उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए खुलासा किया कि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने उन्हें वित्त मंत्री के पद से इस्तीफा देने के लिए कहा था और कैबिनेट में दूसरी भूमिका की पेशकश की थी. हालांकि, फ्रीलैंड ने यह पद छोड़ने का फैसला किया, क्योंकि उनके अनुसार, कैबिनेट से बाहर होना ही 'ईमानदार और व्यावहारिक विकल्प' था.
न्यूज नाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रीलैंड ने कहा, 'पिछले कुछ हफ्तों से, आप और मैं कनाडा के लिए आगे के सबसे अच्छे रास्ते को लेकर असहमति में हैं. फ्रीलैंड ने कहा कि देश इस समय अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा 25% टैरिफ लगाए जाने की धमकी का सामना कर रहा है. उन्होंने चेतावनी दी कि कनाडा 'महंगे राजनीतिक हथकंडों' जोखिम नहीं उठा सकता.
अपने इस्तीफा पत्र में फ्रीलैंड ने लिखा, 'हमारा देश एक गंभीर चुनौती का सामना कर रहा है. इसका मतलब है कि हमें अपने राजकोषीय घाटे को कम करना होगा, ताकि टैरिफ युद्ध जैसी संभावित चुनौतियों से निपटने के लिए हमारे पास पर्याप्त संसाधन हों.' हाल ही में ट्रंप और ट्रूडो के बीच हुई एक बैठक में ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि यदि कनाडा और मैक्सिको प्रवासियों और नशीली दवाओं की तस्करी पर नियंत्रण नहीं रखते हैं, तो अमेरिका को भेजे जाने वाले सभी उत्पादों पर 25% शुल्क लगाया जाएगा.
पार्टी के 60 सांसद चाहते हैं विदाई
खबरों के मुताबिक, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर इस्तीफा देने का दबाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है. उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री क्रिस्टिना फ्रीलैंड के इस्तीफे के बाद ट्रूडो बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं. इतना ही नहीं उनकी पार्टी के सांसद उन्हें कमजोर प्रधानमंत्री बता रहे हैं. कनाडाई मीडिया के मुताबिक, अभी फैसला नहीं लिया है कि वह इस्तीफा देंगे या फिर पद पर बने रहेंगे. हाउस ऑफ कॉमन्स में 153 सीटों के साथ लिबरल पार्टी की सरकार थी. इनमें से 60 सांसद चाहते हैं कि जस्टिन ट्रूडो पद छोड़ दें