काठमांडू के सांसद पर एक्शन, RPP के दो नेताओं का पासपोर्ट रद्द; राजशाही की मांग को लेकर हुई हिंसा में अब तक क्‍या हुआ?

Nepal News: आरपीपी के दो नेताओं को लेकर जानकारी सामने आई कि वह 28 मार्च को राजशाही समर्थक हिंसा में शामिल थे. पुलिस ने कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. उनके खिलाफ देशद्रोह का आरोप है. इन नेताओं में सांसद धवल शमशेर राणा और रवींद्र मिश्रा शामिल हैं, जिनके पासपोर्ट रद्द करने की खबर सामने आई.;

Nepal News: नेपाल की राजधानी काठमांडू में पिछले कुछ दिनों से राजशाही प्रशासन को फिर से बवाल करने की मांग उठ रही है. पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह की अपील पर राजशाही समर्थक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. पुलिस ने हिंसा कर रहे उग्रवादियों को हिरासत में लिया था. सरकार ने लोगों को अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बहाली की अपील की थी. इस बीच आंदोलन में कथित राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (RPP) के दो नेताओं के शामिल होने का दावा किया गया. नेपाल सरकार उन पर एक्शन लेते हुए उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सांसद धवल शमशेर राणा और रवींद्र मिश्रा के पासपोर्ट रद्द करने की खबर सामने आई. इससे पहले शाह के पासपोर्ट रद्द का मुद्दा संसद में उठाया गया था. अब राणा के परिवार कई बड़े खुलासे किए हैं.

क्या है आरोप?

आरपीपी के दो नेताओं को लेकर जानकारी सामने आई कि वह 28 मार्च को राजशाही समर्थक हिंसा में शामिल थे. पुलिस ने कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया और अब कोर्ट में पेश किया जाएगा, जिसमें एक पत्रकार सहित दो लोग मारे गए थे. एक्शन लेते हुए उनके भी पासपोर्ट रद्द कर सकती है.

पार्टी ने वरिष्ठ उपाध्यक्ष मिश्रा और महासचिव राणा, जो निचले सदन के सदस्य हैं. काठमांडू जिला कोर्ट की न्यायाधीश तारादेवी महराजन ने 5 दिनों के लिए कस्टडी में भेज दिया है. कोर्ट ने राज्य के खिलाफ अपराधों से जुड़े आरोपों के तहत आगे की जांच की इजाजत दी. कोर्ट के सूचना अधिकारी दीपक कुमार श्रेष्ठ ने कहा कि दोनों सोमवार को अदालत में कुल 11 लोगों को पेश किया गया था. इनमें रवींद्र मिश्रा और धवल शमशेर राणा भी शामिल हैं.

राणा की बेटी का बयान

सांसद धवल शमशेर राणा की बेटी शिवांगिनी ने TOI को बताया कि उनके पिता को नेपाल में कैंसर का पता चला था और सितंबर में मुंबई में हेड एंड नेक कैंसर इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में इलाज हुआ था. अभी-अभी रेडिएशन थेरेपी का एक दौर पूरा किया था. उन्हें ट्रीटमेंट की भी मंजूरी नहीं दी जा रही है. मुझे हैरानी नहीं है कि अगर सरकार उनके खिलाफ हास्यास्पद आरोप लगाते हैं. उनका पासपोर्ट जब्त कर लिया गया. अगली सूचना तक उनके पासपोर्ट रख लिए गए हैं.

विवाद के पीछे पूर्व राजा

काठमांडू में पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह और उनके समर्थक राज्य में राजशाही और हिंदू राष्ट्र बहाल करने की मांग कर रहे हैं. राजधानी में उग्र हुए लोग पथराव और आगजनी कर रहे हैं, जिससे स्थिति बिगड़ गई है. नेपाल सरकार ने हिंसा के लिए शाह पर लाखों का जुर्माना लगाया है. उनके पासपोर्ट को रद्द करने पर भी विचार किया जा रहा है.

Similar News