Nepal Crisis: पीएम केपी शर्मा ओली का इस्तीफा, हिंसक विरोध-प्रदर्शन में 21 की मौत; देश छोड़ने की कर रहे तैयारी?
नेपाल में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ भड़के Gen-Z आंदोलन ने बड़ा राजनीतिक संकट खड़ा कर दिया है. काठमांडू सहित कई शहरों में हिंसा और आगजनी के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पद से इस्तीफा दे दिया. आर्मी चीफ की सलाह के बाद लिया गया यह कदम नेपाल की राजनीति में बड़ा मोड़ माना जा रहा है. अब तक 21 लोगों की मौत और 300 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं. मंत्रियों और नेताओं के घरों पर हमले जारी हैं, जबकि कई मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है. नेपाल में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं.;
नेपाल में सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन अब बड़े राजनीतिक संकट में बदल चुका है. मंगलवार (9 सितंबर) को प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. सूत्रों के मुताबिक, आर्मी चीफ जनरल अशोक राज सिगडेल ने ओली को सलाह दी थी कि इस्तीफे के बिना हालात काबू में नहीं आएंगे. गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से Gen-Z युवाओं के नेतृत्व में देशभर में बेकाबू प्रदर्शन हो रहे थे. प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन को भी आग के हवाले कर दिया था.
सोमवार से शुरू हुआ विरोध अब हिंसक दंगों में तब्दील हो गया है. पुलिस और सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं, जिसमें करीब 21 लोगों की मौत हो गई और 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए. राजधानी काठमांडू के अलावा पोखरा, लुंबिनी और विराटनगर में भी हालात काबू से बाहर हैं. सोशल मीडिया बैन ने पहले से नाराज़ युवाओं में और गुस्सा भर दिया, जिसके चलते पूरे देश में सरकार विरोधी आंदोलन फैल गया.
मंत्रियों और नेताओं के घर बने निशाना
प्रदर्शनकारी अब सीधे सत्ता से जुड़े चेहरों को निशाना बना रहे हैं. मंगलवार को मंत्रियों और विपक्षी नेताओं के घरों पर हमला किया गया. गृह मंत्री के घर में आग लगा दी गई, वहीं संचार मंत्री और अन्य नेताओं के घरों को भी भीड़ ने आग के हवाले कर दिया. विपक्ष के नेता पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ और नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा के घरों पर भी हमले हुए. सुरक्षा बल लगातार स्थिति को संभालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन भीड़ का आक्रोश थम नहीं रहा.
इस्तीफों की झड़ी लगी
केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद नेपाल सरकार में मंत्रियों के इस्तीफों की झड़ी लग गई है. कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी और जल आपूर्ति मंत्री प्रदीप यादव ने अपने पद छोड़ दिए हैं. इसके अलावा नेपाली कांग्रेस गुट से जुड़े कई मंत्री भी इस्तीफा देने लगे हैं. इससे पहले सोमवार को गृह मंत्री रमेश लेखक ने हिंसक प्रदर्शनों की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया था. लगातार हो रहे इस्तीफों से नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता और गहरी होती जा रही है.
क्या नेपाल छोड़ सकते हैं ओली?
नेपाल की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह आशंका जताई जा रही है कि पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली देश छोड़ सकते हैं. हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं और सरकार पर से जनता का भरोसा लगभग खत्म हो चुका है. Gen-Z आंदोलन के बाद नेपाल की राजनीति एक नए मोड़ पर खड़ी है. अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या नया नेतृत्व हालात को काबू में ला पाएगा या देश लंबे समय तक अस्थिरता की आग में झुलसता रहेगा.