क्रिसमस से पहले पृथ्वी के पास से गुजरेगा एस्टेरॉयड! रफ्तार ने बढ़ाई NASA की टेंशन

नासा के एस्टेरॉयड वॉच डैशबोर्ड ने चेतावनी दी है कि चट्टान 2024 XN1, जिसे 'क्रिसमस ईव एस्टेरॉयड' भी कहा जाता है. आज 14,743 मील प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी के पास से गुजरेगा. नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने पहली बार एस्टेरॉयड को पहली बार 12 दिसंबर को खोजा गया था. उन्होंने इसे एक निकट दृष्टिकोण का लेबल दिया, जिसका अर्थ है कि यह 4.65 मिलियन मील या 7.5 मिलियन किलोमीटर के भीतर से गुजरा.;

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Christmas Eve Asteroid: दुनिया भर में बुधवार यानी 25 दिसंबर को क्रिसमस-डे मनाया जाएगा. आज रात से ही चर्च में क्रिसमस का जश्न शुरू हो जाएगा. इससे पहले नासा ने बड़ा अलर्ट जारी किया है. नासा का कहना है कि एक एस्ट्रोयड मगंलवार 24 दिसंबर की रात पृथ्वी की ओर से गुजरेगा.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, नासा के एस्टेरॉयड वॉच डैशबोर्ड ने चेतावनी दी है कि चट्टान 2024 XN1, जिसे 'क्रिसमस ईव एस्टेरॉयड' भी कहा जाता है. आज 14,743 मील प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी के पास से गुजरेगा. यह एस्टेरॉयड सुबह 02:56 बजे GMT पर पृथ्वी के सबसे नज़दीक पहुंचेगा. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 95 से 230 फीट केंद्र वाले इस एस्टेरॉयड में 12 मिलियन टन TNT के बराबर संभावित विनाशकारी बल है. एस्टेरॉयड का आकार एक हवाई जहाज के बराबर है.

नासा ने एस्टेरॉयड को लेकर किया अलर्ट

नासा ने कहा कि एस्टेरॉयड 2024 XN1 अगले पांच ग्रहों में सबसे बड़ा है जो पृथ्वी के करीब से गुजरेगा. इस पर नासा के वैज्ञानिक नजर बनाए हुए हैं, जो हमारे ग्रह के पृथ्वी के पास से गुजरने वाले ग्रहों और धूमकेतुओं पर नजर रखता है. विशेषज्ञों का कहना है कि इसके टकराव से कोई नुकसान नहीं होगा. एस्टेरॉयड के पृथ्वी से लगभग 4.48 मिलियन मील (7.21 मिलियन किलोमीटर) की दूरी से सुरक्षित रूप से गुजरने की उम्मीद है, जो पृथ्वी और चंद्रमा के बीच की दूरी से लगभग 18 गुना अधिक है.

पहली बार कब देखा गया

रिपोर्ट के मुताबिक, नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने पहली बार एस्टेरॉयड को पहली बार 12 दिसंबर को खोजा गया था. उन्होंने इसे एक निकट दृष्टिकोण का लेबल दिया, जिसका अर्थ है कि यह 4.65 मिलियन मील या 7.5 मिलियन किलोमीटर के भीतर से गुजरा.

कितने प्रकार के होते हैं एस्टेरॉयड को?

एस्टेरॉयड्स मुख्य रूप से तीन तरह के होते हैं. जिसमें C,S और M शामिल हैं. जिसमें सी- एस्ट्रोयड कार्बन युक्त पर्दाथ से बने होते हैं. एस-एस्ट्रोयड सिलिकेट खनिजों से बने होते हैं और एम-एस्ट्रोयड धातु से बने होते हैं. एस्ट्रोयड ज्यादातर बृहस्पति और मंगल ग्रह के बीच स्थित एस्ट्रोयड्स बेल्ट में पाए जाते हैं. इसका अध्ययन करके सौरमंडल के निर्माण के दैरान स्थितियों के बारे में इकट्ठी करते हैं.

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