मुत्तकी ने जम्मू-कश्मीर को बताया भारत का हिस्सा, पाक को लगी मिर्ची; कहा- वह खुद ही आतंकवाद...

भारत और अफगानिस्तान के संयुक्त बयान में जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा बताए जाने पर पाकिस्तान भड़क गया है. इस्लामाबाद ने अफगान राजदूत को तलब कर कड़ा विरोध दर्ज कराया और बयान को संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के खिलाफ बताया. वहीं, अफगान विदेश मंत्री मौलवी मुत्तकी की भारत यात्रा और दोनों देशों के बीच बढ़ते रिश्तों ने पाकिस्तान की बेचैनी और बढ़ा दी है.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  नवनीत कुमार
Updated On : 12 Oct 2025 8:58 AM IST

भारत और अफगानिस्तान के बीच जारी संयुक्त बयान ने पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है. इस्लामाबाद ने कड़ा विरोध जताते हुए अफगान राजदूत को तलब किया और आधिकारिक आपत्ति दर्ज कराई. पाकिस्तान को खास तौर पर इस बात पर एतराज है कि बयान में जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा बताया गया है. इस मुद्दे को उसने संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के खिलाफ करार दिया है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत-अफगानिस्तान का बयान कश्मीर की कानूनी स्थिति को बदलने की कोशिश है. मंत्रालय ने इसे “भारतीय कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर के लोगों की कुर्बानियों और भावनाओं के प्रति असंवेदनशील” बताया. इस बयान ने पाकिस्तान में राजनीतिक और मीडिया हलकों में एक नई बहस छेड़ दी है.

मुत्ताकी के बयान से भी नाराज़ इस्लामाबाद

केवल बयान ही नहीं, अफगान विदेश मंत्री मौलवी आमिर खान मुत्ताकी की टिप्पणी ने भी पाकिस्तान को चुभा दिया. मुत्ताकी ने कहा था कि “आतंकवाद पाकिस्तान की आंतरिक समस्या है.” इस पर पाकिस्तान ने पलटवार करते हुए कहा कि अफगानिस्तान अपने इलाके से सक्रिय आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करने में विफल रहा है.

पाकिस्तान ने दी चेतावनी

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह कई बार अफगान सरकार को उन आतंकी समूहों की जानकारी दे चुका है जो उसकी भूमि से पाकिस्तान के खिलाफ साजिश रच रहे हैं. साथ ही कहा गया कि “अफगानिस्तान आतंकवाद पर नियंत्रण की जिम्मेदारी से खुद को अलग नहीं कर सकता.” मंत्रालय ने यह भी दोहराया कि पाकिस्तान में रह रहे अवैध अफगान नागरिकों को जल्द अपने देश लौटना चाहिए.

भारत-अफगानिस्तान ने की आतंकवाद की निंदा

भारत और अफगानिस्तान के बीच 10 अक्टूबर को हुई वार्ता में विदेश मंत्री एस. जयशंकर और मुत्ताकी के बीच क्षेत्रीय शांति और आतंकवाद-विरोधी सहयोग पर चर्चा हुई. भारत ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करने के लिए अफगानिस्तान का आभार जताया और दोनों देशों ने “आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा” की. संयुक्त बयान में अफगानिस्तान ने दोहराया कि उसकी भूमि का भारत विरोधी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाएगा. यह तालिबान सरकार का भारत के प्रति अब तक का सबसे बड़ा भरोसा जताने वाला वक्तव्य माना जा रहा है, जिसने पाकिस्तान की चिंताएं और बढ़ा दी हैं.

भारत की नई विकास परियोजनाएं

भारत ने अफगानिस्तान में कई नई स्वास्थ्य परियोजनाओं की घोषणा की है. इनमें काबुल के इंदिरा गांधी बाल स्वास्थ्य संस्थान में नया थैलेसीमिया सेंटर, आधुनिक डायग्नोस्टिक लैब, काबुल और बगरामी में 30-बेड अस्पताल, ऑन्कोलॉजी और ट्रॉमा सेंटर, तथा पक्तिका, खोस्त और पक्तिया प्रांतों में मातृत्व स्वास्थ्य क्लिनिक शामिल हैं.

मुत्ताकी की यात्रा से बढ़ी भारत-अफगान निकटता

मौलवी मुत्ताकी की 9 से 16 अक्टूबर की भारत यात्रा तालिबान शासन के बाद अफगानिस्तान का पहला उच्चस्तरीय दौरा है. मुत्ताकी ने कहा, “भारत-अफगान रिश्तों का भविष्य उज्ज्वल है.” यह बयान दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों की मजबूती का संकेत देता है जबकि पाकिस्तान के लिए यह एक और राजनयिक झटका साबित हो रहा है.

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