हम परमाणु ताकत हैं, घबराओ मत! आतंकी हमले पर चुप्पी साधने वाली मरियम नवाज की गीदड़भभकी ने मचाया बवाल
पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान तनाव चरम पर है, लेकिन पाकिस्तान की पंजाब मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने हमले की निंदा करने की बजाय परमाणु शक्ति की डींग हांकी. अपने पिता नवाज शरीफ को ‘परमाणु शक्ति का जनक’ बताते हुए मरियम ने पाक सेना को ‘अल्लाह की ताकत’ कहा. विपक्ष ने इसे शर्मनाक बताया और नवाज की चुप्पी पर सवाल खड़े किए. पाकिस्तान की नीति पर अब अंतरराष्ट्रीय सवाल उठने लगे हैं.;
पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव चरम पर है. भारत ने कड़ा रुख दिखाते हुए उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठकें कीं, लेकिन दूसरी ओर पाकिस्तान के शीर्ष नेताओं की बयानबाजी केवल 'परमाणु ताकत' की घिसी पिटी धमकियों तक सिमट कर रह गई. खासकर पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने इस तनाव को लेकर जो प्रतिक्रिया दी, वह न केवल अपरिपक्व प्रतीत हुई बल्कि हमले की निंदा तक नहीं की गई.
मरियम ने अपने बयान में भारत का नाम लिए बिना कहा कि पाकिस्तान पर कोई आसानी से हमला नहीं कर सकता क्योंकि वह एक परमाणु राष्ट्र है. उन्होंने इस दौरान पाक सेना को 'अल्लाह की दी गई ताकत' बताया और आह्वान किया कि सभी राजनीतिक विचारधाराएं भूलकर देश को एकजुट रहना चाहिए. मगर उनका यह भाषण पाकिस्तान के अंदर की सुरक्षा और आतंकवाद के प्रति ज़िम्मेदारी से बचने जैसा प्रतीत होता है.
नवाज शरीफ की चुप्पी रणनीति या मजबूरी?
दिलचस्प बात यह है कि मरियम के पिता और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी अब तक इस आतंकी हमले पर मौन हैं. जब लंदन से लौटते वक्त पत्रकारों ने उनसे प्रतिक्रिया मांगी, तो उन्होंने जवाब देने से इनकार कर दिया. पाक मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, नवाज फिलहाल राजनयिक माध्यमों से समाधान की कोशिशों के पक्षधर हैं, मगर सवाल यह उठता है कि क्या आतंकवाद की निंदा करने से भी वे बचना चाहते हैं?
पीटीआई और मूनिस इलाही का पलटवार
पाकिस्तान के विपक्षी दलों ने नवाज परिवार की इस चुप्पी को लेकर खुलकर हमला बोला है. पीटीआई के नेता और पूर्व विदेश मंत्री मूनिस इलाही ने ट्वीट कर पूछा कि क्या नवाज शरीफ और मोदी के निजी रिश्ते पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा से ज्यादा मायने रखते हैं? साथ ही उन्होंने रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ पर भी निशाना साधा, जिनके पुराने बयान में पाकिस्तान को 'आतंकी देश' कहने की बात सामने आई थी.
अंतरराष्ट्रीय छवि को लेकर चिंतित पाकिस्तान
पाकिस्तान के सत्ता पक्ष द्वारा दिया गया ‘परमाणु शक्ति’ का राग दुनिया के लिए नया नहीं है, लेकिन आतंकी घटनाओं पर मौन रहकर या गोलमोल जवाब देकर देश की अंतरराष्ट्रीय साख को नुकसान ही पहुंचाया जा रहा है. एक ओर जहां भारत आतंक के खिलाफ कठोर कदम उठा रहा है, वहीं पाकिस्तान की सरकार आज भी बयानों की राजनीति और धार्मिक भावनाओं में लिपटी सुरक्षा की कल्पना बेच रही है.