Jagmeet Singh: कनाडा का वो सिख नेता, जिसके लिए भारत से बार-बार पंगा ले रहे जस्टिन ट्रूडो
Jagmeet Singh: कनाडा के भारत से बिगड़े रिश्तों के बीच जगमीत सिंह का नाम खूब सुर्खियों में है. माना जा रहा है कि सारी फसाद की जड़ जगमीत ही है. मूल रूप से भारत का होने के बाद भी भारत के खिलाफ जहर उगलना ही उसका काम है. वह पहले से ही निर्जर हत्याकांड को लेकर भारत पर कार्रवाई करने का दबाव बना रहा है.;
Jagmeet Singh: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अगले साल होने वाले संघीय चुनाव को लेकर अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है, लेकिन अपनी जीत के लिए वह भारत को बदनाम करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. ये सब वह सिर्फ इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि उनका दोस्त गठबंधन सहयोगी न्यू डेमोक्रेट्स पार्टी (NDP) के नेता और खालिस्तानी समर्थक जगमीत सिंह उनसे खफा हो गया है. अब उसे मनाने के लिए ट्रूडो अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं.
जगमीत सिंह ने ट्रूडो को अपना समर्थन देने से इनकार कर दिया है. उसने आरोप लगाया कि लिबरल पार्टी के लोग कमजोर और स्वार्थी हो गए हैं. इससे ट्रूडो की राजनीति में संकट पैदा हो गया है. पहले से ही उनकी सरकार अल्पमत में हैं और इस दौरान जगमीत को मनाना उनके लिए बड़ा चैलेंज बनता जा रहा है. वहीं भारत विरोधी जगमीत सिंह ने पहले ही कनाडाई सरकार से भारत के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
कौन हैं कनाडाई नेता जगमीत सिंह?
जगमीत सिंह कनाडा के किसी प्रमुख संघीय राजनीतिक दल का नेतृत्व करने वाले अल्पसंख्यक सिख समुदाय के पहले व्यक्ति बन गए हैं. 2017 में उन्हें 53.8 प्रतिशत के वोट के साथ एनडीपी नेता चुना गया था. इसके बाद उन्होंने 2019 से संसद सदस्य (MP) के तौर पर बर्नबी साउथ का प्रतिनिधित्व किया है. उसका जन्म 2 जनवरी 1979 को ब्रैम्पटन, ओंटारियो, कनाडा में हुआ था और वह भारतीय मूल का है. उसने कानून की पढ़ाई की और एक वकील के तौर पर काम किया. कनाडा की राजनीति में खालिस्तान का समर्थन करते हुए जगमीत सिंह एक बड़ा नाम बन चुका है.
भारत से चिढ़ और RSS को बैन करने की मांग
जगमीत सिंह को सिर्फ भारत ही नहीं भारत के संगठनों से भी तकलीफ है. उसके कनाडा की सरकार से देश में आरएसएस को बैन करने की मांग की है. जगमीत सिंह ने दावा किया कि कनाडाई सिखों में डर का माहौल है और उन्होंने कनाडा सरकार से भारत के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया.
जगमीत ने कहा कि कनाडाई लोग विशेष रूप से कनाडा में रहने वाले सिख समुदाय को भय, धमकियों, उत्पीड़न और हिंसा का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें जबरन वसूली, हिंसा और चुनावी हस्तक्षेप शामिल है. इसके साथ ही उसने आरोप लगाया कि ये सभी भारतीय अधिकारियों के हाथों से किया जा रहा है.
निज्जर की हत्या पर जगमीत का बवाल
भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने साल 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था, जिसकी जून 2023 में सरेआम एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. कनाडा और जगमीत सिंह लगातार इस हत्या का आरोप भारत पर लगाता रहा है. हालांकि, भारत ने कई बार इन सभी आरोपों का खंडन भी किया है. इसने कनाडा पर अपने देश में चरमपंथी और भारत विरोधी तत्वों को जगह देने का भी आरोप लगाया.