खत्म हुई इजरायल-हिजबुल्लाह की जंग! युद्धविराम पर PM नेतन्याहू और लेबनान के बीच हुआ समझौता
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक्स पर दी. उन्होंने लिखा, मेरे पास मिडिल ईस्ट के लिए गुड न्यूज है. मैंने इजरायल और लेबनान के प्रधानमंत्री से युद्धविराम पर बात की और उन दोनों ने अमेरिका की इस बात को मान लिया है. जंग को खत्म करने के लिए दोनों समझौता करेंगे. यह समझौता 27 नवंबर की मध्य रात्रि से लागू होगा.;
Israel-Hezbollah War: पिछले कुछ समय से इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच लेबनान में युद्ध देखने को मिल रहा है. इस हमले में सैंकड़ों लोग मारे गए. अब खबर सामने आ रही है. दोनों के बीच की जंग अब खत्म हो सकती है. इसके लिए इजरायल ने अमेरिका की मध्यस्थता में युद्ध विराम को मंजूरी दे दी है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार (27 नवंबर) को लेबनान और इजरायल के बीच समझौता होगा. इसकी जानकारी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक्स पर दी. उन्होंने लिखा, मेरे पास मिडिल ईस्ट के लिए गुड न्यूज है. मैंने इजरायल और लेबनान के प्रधानमंत्री से युद्धविराम पर बात की और उन दोनों ने अमेरिका की इस बात को मान लिया है.
इजरायल और लेबनान के बीच समझौता
इजरायल और लेबनान की जंग को खत्म करने के लिए दोनों समझौता करेंगे. यह समझौता 27 नवंबर की मध्य रात्रि से लागू होगा. बाइडेन ने बताया कि अमेरिका और फ्रांस सहित सभी मध्यस्थता में शामिल देश यह सुनिश्चित करेंगे कि यह डील पूरी तरह से लागू हो. उन्होंने हिजबुल्लाह को लेकर कहा कि अगर हिजबुल्लाह या किसी और ने यह समझौता तोड़ा और इजरायल के लिए खतरा साबित हुआ तो फिर इजरायल अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक आत्मरक्षा का अधिकार रखता है.
क्या बोले पीएम नेतन्याहू?
जानकारी के अनुसार युद्ध विराम समझौते को राष्ट्रीय सुरक्षा कैबिनेट ने 10-1 से पारित किया, जिसके बाद इस उपाय को मंजूरी दी गई. समझौते के बाद अपने भाषण में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "युद्धविराम की अवधि इस बात पर निर्भर करती है कि लेबनान में क्या होता है. हम समझौते को लागू करेंगे और किसी भी उल्लंघन का जोरदार तरीके से जवाब देंगे. " नेतन्याहू ने आगे कहा कि "हम हमास को खत्म करने का काम पूरा करेंगे, हम अपने सभी बंधकों को वापस लाएंगे, युद्ध तब तक समाप्त नहीं होगा जब तक हम इसके सभी लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर लेते, जिसमें उत्तर के निवासियों की सुरक्षित घर वापसी भी शामिल है और मैं आपको बताता हूं, यह होगा, ठीक वैसे ही जैसे दक्षिण में हुआ.
नेतन्याहू ने बताए युद्धविराम के तीन कारण
पहला कारण- पीएम नेतन्याहू ने बताया कि युद्धविराम से उनके देश को ईरानी खतरे पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी.
दूसरा कारण- नेतन्याहू ने कहा कि महीनों की लड़ाई के बाद इज़रायली सेना को राहत देना और हथियारों के भंडार को फिर से भरना है. "मैं खुले तौर पर कहता हूँ, यह कोई रहस्य नहीं है कि हथियारों और युद्ध सामग्री की डिलीवरी में बड़ी देरी हुई है. ये देरी जल्द ही हल हो जाएगी.
तीसरा कारण- उन्होंने कहा कि तीसरा कारण मोर्चों को अलग करना और हमास को अलग-थलग करना है. "युद्ध के दूसरे दिन से ही हमास को उम्मीद थी कि हिजबुल्लाह उसके साथ लड़ेगा. हिजबुल्लाह के बाहर होने के बाद हमास अपने आप पर ही रह गया है. हम हमास पर अपना दबाव बढ़ाएंगे और इससे हमें अपने बंधकों को छुड़ाने के पवित्र मिशन में मदद मिलेगी.