अमेरिकी दूतावास तक पहुंचने से पहले ही बवाल! पाकिस्तान में लैब्बैक मार्च में 2 की मौत, कई घायल

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास तक पहुंचने से पहले ही हिंसा भड़क उठी. तेहरीक-ए-लैब्बैक पाकिस्तान (TLP) के प्रदर्शन के दौरान दो लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए. प्रदर्शनकारियों ने लाल ज़ोन की ओर मार्च किया, सुरक्षा बलों ने मुख्य मार्गों को सील कर दिया और मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया.;

( Image Source:  Sora_ AI )

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद शुक्रवार को हिंसा और अफरा-तफरी के माहौल में तब्दील हो गई. कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के लाखों समर्थकों ने गाज़ा में हो रही हत्याओं के विरोध में अमेरिकी दूतावास तक मार्च करने की कोशिश की. इस दौरान हालात इतने बिगड़े कि प्रशासन को राजधानी के प्रमुख रास्तों पर शिपिंग कंटेनर लगाकर उन्हें सील करना पड़ा और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित करनी पड़ीं.

गुरुवार को लाहौर में हुए हिंसक झड़पों के बाद शुक्रवार को TLP ने इस्लामाबाद के लिए अपने ‘Final Call’ मार्च की घोषणा कर दी. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई भिड़ंत में दो लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए.

‘Final Call’ के नाम पर हिंसा, लाहौर से इस्लामाबाद तक जंग का माहौल

लाहौर में पुलिस ने जब TLP समर्थकों को इस्लामाबाद की ओर बढ़ने से रोकने की कोशिश की, तब प्रदर्शन हिंसक हो गया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, गाड़ियां फूंकीं और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. पुलिस ने जवाब में आंसू गैस के गोले दागे और कई लोगों को हिरासत में लिया. पुलिस के मुताबिक, इस झड़प में एक प्रदर्शनकारी की मौत हुई, जबकि TLP का दावा है कि उनके दो कार्यकर्ता मारे गए हैं. डॉन अख़बार के मुताबिक, लाहौर में हिंसा के बाद हजारों प्रदर्शनकारियों ने इस्लामाबाद की तरफ कूच किया है.

इस्लामाबाद को ‘किला’ बना दिया गया, रेड ज़ोन पूरी तरह सील

इस्लामाबाद प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र रेड ज़ोन को पूरी तरह से किले में तब्दील कर दिया है. यहां अमेरिकी दूतावास, कई अन्य दूतावासों और सरकारी इमारतों की सुरक्षा के लिए कंटेनर लगाकर सभी एंट्री पॉइंट्स को बंद कर दिया गया है. राजधानी के प्रमुख होटलों को खाली करवाया गया है और फैयजाबाद इंटरचेंज जैसे संवेदनशील इलाकों को बैरिकेड से सील कर दिया गया है.

अमेरिकी दूतावास ने अपने नागरिकों को जारी की चेतावनी

अमेरिकी दूतावास और उसके लाहौर, कराची व पेशावर स्थित कॉन्सुलेट्स ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. दूतावास ने कहा 'हम अमेरिकी नागरिकों को सलाह देते हैं कि वे बड़ी भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहें और अपने आसपास के माहौल के प्रति सतर्क रहें.'

दूतावास ने यह भी कहा कि प्रदर्शनों के कारण ट्रैफिक रूट बदल सकते हैं और सड़कें बंद हो सकती हैं, इसलिए सभी लोग अपने आसपास के हालात पर नजर रखें. ‘गाज़ा के लिए न्याय’ के नारे लगाते हुए TLP के प्रदर्शनकारियों ने कई जगहों पर तोड़फोड़ की. दर्जनों लोग घायल हुए, जिनमें 12 से अधिक पुलिस अधिकारी शामिल हैं. कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया.

TLP, जो कि धार्मिक संगठन Tehreek-e-Labaik Ya Rasool Allah (TLYR) का राजनीतिक विंग है, ने यह मार्च फिलिस्तीनियों के समर्थन में निकाला था. इस्लामाबाद के गृह मंत्रालय ने पाकिस्तान टेलीकम्यूनिकेशन अथॉरिटी (PTA) को आदेश दिया कि इस्लामाबाद और रावलपिंडी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं तुरंत बंद की जाएं. इसका उद्देश्य प्रदर्शनकारियों के बीच संचार व्यवस्था को बाधित करना बताया गया. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रशासन को डर है कि यदि मार्च राजधानी में प्रवेश कर गया तो हालात पूरी तरह नियंत्रण से बाहर हो सकते हैं.

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