दिख रहा भारत का संस्कार... व्हाइट हाउस में 'नमस्ते' करते दिखीं जॉर्जिया मेलोनी, ट्रंप की बैठक में हुई थीं शामिल | Video
ज़ेलेंस्की की यह ड्रेस उनकी आमतौर पर पहनी जाने वाली सैन्य वर्दी से काफी अलग थी. यह जून में हेग में हुए नाटो सम्मेलन के दौरान उनकी पहनी गई ड्रेस जैसी ही लग रही थी. वे ट्रम्प से इसलिए मिले ताकि रूस के साथ शांति समझौते पर चल रहे मतभेदों को दूर किया जा सके.;
व्हाइट हाउस में बीते सोमवार को हुई बैठक के दौरान एक दिलचस्प नज़ारा देखने को मिला. इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के एक सहयोगी का अभिवादन 'नमस्ते' कहकर किया. यह देखकर वहां मौजूद लोग थोड़ी देर के लिए हैरान रह गए. आमतौर पर ऐसी बैठकों में लोग हाथ मिलाते हैं या फॉर्मल इंट्रो करते हैं, लेकिन मेलोनी का यह अंदाज़ सबको अलग और खास लगा.
सोमवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की यूरोपीय नेताओं के साथ व्हाइट हाउस पहुंचे. वहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उनका स्वागत किया. वॉशिंगटन डी.सी. में मौजूद सभी यूरोपीय नेता भी इस बैठक में शामिल हुए. ज़ेलेंस्की और ट्रम्प की मुलाकात का मुख्य विषय रूस के साथ चल रहा युद्ध था. इस दौरान ज़ेलेंस्की ने काले रंग की सूट-जैसी जैकेट और शर्ट पहनी थी, लेकिन उन्होंने टाई नहीं लगाई थी.
समझौते के तहत दूर होंगे मतभेद
ज़ेलेंस्की की यह ड्रेस उनकी आमतौर पर पहनी जाने वाली सैन्य वर्दी से काफी अलग थी. यह जून में हेग में हुए नाटो सम्मेलन के दौरान उनकी पहनी गई ड्रेस जैसी ही लग रही थी. वे ट्रम्प से इसलिए मिले ताकि रूस के साथ शांति समझौते पर चल रहे मतभेदों को दूर किया जा सके. पिछले हफ़्ते अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद ट्रम्प ने कहा था कि यूक्रेन को क्रीमिया पर अपना दावा छोड़ना होगा और नाटो में शामिल होने की कोशिश भी रोकनी होगी. ये दोनों बातें रूस की मुख्य शर्तें हैं.
देश की स्वतंत्रता पर कोई समझौता नहीं
बैठक का मुख्य मुद्दा रूस-यूक्रेन युद्ध रहा. ट्रम्प हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिले थे. उस बैठक के बाद ट्रम्प ने कहा था कि शांति समझौते के लिए यूक्रेन को क्रीमिया पर दावा छोड़ना होगा और नाटो में शामिल होने की कोशिश भी रोकनी होगी. ये दोनों बातें रूस की पुरानी शर्तें रही हैं, लेकिन यूक्रेन इनसे सहमत नहीं है. यूरोपीय नेताओं ने भी इस वार्ता में हिस्सा लिया, क्योंकि यह मुद्दा केवल यूक्रेन या अमेरिका तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे यूरोप की सुरक्षा और स्थिरता से जुड़ा है. कुल मिलाकर, यह मुलाकात बहुत अहम रही. एक तरफ ट्रम्प रूस के साथ संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं ज़ेलेंस्की अपने देश की स्वतंत्रता पर कोई समझौता नहीं करना चाहते और इस गंभीर माहौल में उनका 'नमस्ते' कहना सबके लिए एक यादगार और अलग पल बन गया.
जियोर्जिया मेलोनी और मोदी की दोस्ती
पिछले कुछ समय से इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दोस्ती लगातार चर्चा में है. अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दोनों नेताओं को एक-दूसरे के साथ गर्मजोशी से मिलते और मुस्कुराते हुए कई बार देखा गया है. 2023 में भारत में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान मेलोनी और मोदी की मुलाकात सबसे ज़्यादा सुर्खियों में रही. मेलोनी ने मोदी को 'सबसे प्यारा और करिश्माई नेता' कहकर संबोधित किया. इसके बाद सोशल मीडिया पर 'मेलोडी' (Meloni + Modi) ट्रेंड भी करने लगा. लोगों ने दोनों की दोस्ती को लेकर कई मीम्स और पोस्ट बनाए, जिन्हें खूब पसंद किया गया.