हिजबुल्लाह के मीडिया रिलेशन चीफ का खात्मा, मिडिल बेरूत में इजरायल का कहर
Israel-Hezbollah war: लेबनान के हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह के एक अधिकारी ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि रविवार को मिडिल बेरूत पर एक महीने से अधिक समय के बाद हुए पहले इजरायली हवाई हमले में हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह का मुख्य प्रवक्ता मारा गया.;
Israel-Hezbollah war: लेबनान के हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह के मुख्य प्रवक्ता की रविवार को मिडिल बेरूत पर हुए इजरायली हवाई हमले में मौत हो गई. फिलिस्तीनी चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि गाजा पट्टी में इजरायली हमलों में पहले 12 लोग मारे गए थे.
हिजबुल्लाह अधिकारी ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि मोहम्मद अफीफ मिडिल बेरूत में हुए हमले में मारा गया. उन्हें मीडिया को जानकारी देने का अधिकार नहीं था. अफिफ सितंबर में इजरायल की सैन्य वृद्धि के बाद और लंबे समय से हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद विशेष रूप से दिखाई दिए थे, जो इजरायली हवाई हमले में मारे गए थे.
इजरायली हमलों से हिला बेरूत
इससे पहले इजरायली लड़ाकू विमानों ने बेरूत के दक्षिणी उपनगरों पर बमबारी की थी, जब सेना ने लोगों को कई इमारतों से बाहर निकलने की चेतावनी दी थी. दहियाह के नाम से मशहूर इस इलाके में हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह की मजबूत प्रजेंस है और ये हमले ऐसे समय में हुए हैं, जब लेबनानी अधिकारी अमेरिका की मध्यस्थता वाले युद्ध विराम प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं.
रविवार को ही इजरायली पुलिस ने कहा कि उन्होंने तटीय शहर कैसरिया में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निजी आवास पर फ्लेयर्स दागे जाने के बाद तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है.
नेतन्याहू के घर पर हमला
अधिकारियों ने बताया कि जब रात में नेतन्याहू और उनका परिवार अपने घर पर नहीं थे, तब उनके घर पर दो फ्लेयर्स दागे गए और इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। पिछले महीने हिजबुल्लाह की ओर से छोड़े गए ड्रोन ने भी आवास पर हमला किया था, उस समय भी नेतन्याहू और उनका परिवार घर से बाहर थे.
इजरायली क्यों कर रहे हैं नेतन्याहू का विरोध
नेतन्याहू को 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल में हमास के हमले से उत्पन्न बंधक संकट से निपटने के तरीके को लेकर महीनों तक बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों का सामना करना पड़ा, जिससे गाजा में चल रहे युद्ध की शुरुआत हो गई. आलोचक नेतन्याहू को सुरक्षा और खुफिया विफलताओं के लिए दोषी ठहराया हैं. इजरायलियों ने शनिवार रात को तेल अवीव शहर में फिर से रैली निकाली और उन्हें वापस लाने के लिए संघर्ष विराम समझौते की मांग की.