'उसने अपना हाथ मेरी ड्रेस के अंदर टाइट्स के नीचे डाल दिया'; बैरिस्टर ईव रॉबिन्सन ने बताई अपने साथ यौन उत्पीड़न कहानी
ब्रिटेन की बैरिस्टर ईव रॉबिन्सन ने हाल ही में बीबीसी से बातचीत में अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न की दिल दहला देने वाली कहानी साझा की. ईव ने बताया कि एक गर्मी की शाम को, जब वह अपने सहकर्मियों के साथ आफ्टर-वर्क ड्रिंक के लिए एक बार में बैठी थीं, तभी एक बैरिस्टर, जिसे उन्होंने पहले केवल कुछ बार ही देखा था, ने उनके साथ यौन उत्पीड़न किया.;
ब्रिटेन की कानूनी बिरादरी एक बड़े विवाद में घिर गई है. 23 वर्षीय प्रशिक्षु बैरिस्टर ईव रॉबिन्सन ने पहली बार अपने साथ हुई यौन उत्पीड़न की घटना पर खुलकर बोला है. ईव ने बताया कि कैसे उनके ही पेशे से जुड़े एक बैरिस्टर ने सार्वजनिक जगह पर उनका यौन शोषण किया.
बीबीसी को दिए इंटरव्यू में ईव ने कहा कि आरोपी ने न केवल उन्हें छेड़ा बल्कि बार-बार उनके निजी हिस्सों को छूने की कोशिश की। यह मामला अब सिर्फ व्यक्तिगत उत्पीड़न तक सीमित नहीं रहा बल्कि पूरे कानूनी समुदाय में 'सिस्टमिक सेक्सुअल हैरेसमेंट और बुलिंग' के आरोपों को हवा दे गया है.
ईव रॉबिन्सन का दर्दनाक अनुभव
ईव ने बताया कि उसने अपना हाथ मेरे चारों ओर रखा और फिर मेरी ड्रेस के अंदर और टाइट्स के नीचे डाल दिया… यह बेहद भयानक था और आपकी निजी जगह का पूरी तरह से उल्लंघन था. ईव ने कहा कि उन्होंने आरोपी का हाथ कई बार हटाया लेकिन उसने लगातार छेड़छाड़ जारी रखी. सदमे की स्थिति में वे कुछ सेकंड के लिए जड़ हो गईं और फिर वॉशरूम जाकर खुद को बंद कर लिया.
आरोपी के खिलाफ शिकायत और सजा
घटना के एक महीने बाद ईव ने अपने चैंबर्स में आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई. मामला Bar Standards Board तक पहुंचा और ट्रिब्यूनल ने आरोपी बैरिस्टर क्रेग चार्ल्स टिपर के व्यवहार को यौन उत्पीड़न और अवैध उत्पीड़न माना. टिपर को कुछ महीनों के लिए प्रैक्टिस से निलंबित कर दिया गया.
स्वतंत्र समीक्षा का नेतृत्व बैरनेस हैरियट हार्मन KC ने किया. रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि ईव का अनुभव कोई अकेली घटना नहीं है. रिव्यू के मुताबिक, बैरिस्टरों के बीच “सिस्टमिक सेक्सुअल हैरेसमेंट और बुलिंग” मौजूद है. कई प्रशिक्षुओं का मानना है कि अगर वे शिकायत करेंगे तो यह उनके करियर के लिए 'career suicide' साबित होगा.
सत्ता का असमान संतुलन
कानूनी पेशे में वरिष्ठ और कनिष्ठ बैरिस्टरों के बीच भारी शक्ति असमानता है. एक महिला बैरिस्टर ने कहा कि 'कानून के क्षेत्र में निश्चित रूप से एक पावर डायनेमिक है और जो लोग सीनियर नहीं हैं, वे शिकायत करने से डरते हैं क्योंकि इससे उनका करियर खत्म हो सकता है और ऐसा कोई नहीं चाहता. कुछ महिला बैरिस्टरों ने बताया कि कोर्टरूम में उन्हें गाली दी गई और जज के सामने अपमानित किया गया.
एक महिला ने दावा किया कि एक पुरुष बैरिस्टर ने उनसे पूछा कि क्या वे 'sadomasochistic sexual acts' पसंद करती हैं और उन्हें डेमो देने की पेशकश की. एक और महिला ने आरोप लगाया कि मैनचेस्टर के एक बैरिस्टर ने उनके Bar Professional Training Course की फीस भरने का ऑफर दिया, बदले में अंतरंग संबंध की मांग की.
जजों पर भी गंभीर आरोप
रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि एक जज ने करीब 15 साल पहले अपने ज्यूडिशियल चैंबर्स में यौन संबंध बनाए। पॉल किर्टले नामक इस जज को चेतावनी दी गई लेकिन वह अब भी बेंच पर मौजूद हैं. बैरनेस हार्मन ने कहा कि अदालतें न्याय के प्रशासन की जगह हैं, न कि यौन गतिविधियों के लिए, 36 सिफारिशें और सुधार की जरूरत.
रिव्यू में 36 सुधारात्मक सुझाव दिए गए, जिनमें शामिल हैं. अनिवार्य एंटी-बुलिंग और एंटी-हैरेसमेंट ट्रेनिंग, नया शिकायत निवारण सिस्टम. एक स्वतंत्र कंडक्ट ज़ार की नियुक्ति. बैरिस्टर और प्रशिक्षु/जूनियर स्टाफ के बीच रिश्तों पर पाबंदी.
बार काउंसिल की प्रतिक्रिया
बार काउंसिल की चेयर बारबरा मिल्स KC ने कहा कि बार में बुलीइंग और उत्पीड़न के लिए कोई जगह नहीं है… निर्णायक कार्रवाई की आवश्यकता है, उन्होंने स्वीकार किया कि समस्या गहरी है और ठोस कदम उठाने की जरूरत है.