FBI ने क्यों दी एंड्रॉयड और आईओएस यूजर्स को चेतावनी, जानें लें नहीं तो हो सकते हैं स्कैम का शिकार
FBI एंड्रॉयड और आईओएस यूजर्स को अपने डिवाइस से टेक्स्ट मैसेज भेजने की चेतावनी दे रहा है. दरअसल स्कैमर्स टोल सर्विस का मैसेज भेजकर लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं. इस तरह लोगों को लिंक भेजकर उनसे पैसे लूटे जा रहे हैं. यहां तक की उनकी पर्सनल डिटेल्स भी चुराई जा रही है.;
इन दिनों अमेरिकी लोगों को टेक्सट मैसेज भेजकर स्कैम का शिकार बनाया जा रहा है. इस स्कैम पर रोक लगाने के लिए फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने भी चेतावनी जारी की है. एफबीआई की ओर से एक बार फिर एंड्रॉय और आईफोन यूजर्स को चेतावनी दी है कि ऐसे मैसेज को तुरंत डीलीट कर दीजिए. एजेंसी का कहना है कि यह स्कैम स्टेट टू स्टेट मूव हो रहा है, और अगर यह पहले से ही आपके शहर में नहीं था, तो संभावना अधिक है कि यह जल्द ही आपके आस-पास हो सकता है.
स्कैमर्स की मंशा साफ है कि वह पहले अपने विक्टिम को एक मैसेज भेजते हैं. इस मैसेज में टोल संबंधित जानकारी दी जाती है. कि उनके पास आपके अनपेड टोल की रिसिप्ट हैं. अगर आप इन्हें भरने में देरी करते है, तो आप पर फाइन भी लग सकता है. इस तरह स्कैमर्स लोगों को शिकार बनाने के लिए उनसे उनकी कार्ड डिटेल और सब जानकारी मांगते हैं. ताकी उन्हें ठग लिया जाए.
बार-बार दी जा रही चेतावनी
आपको बता दें कि सिर्फ FBI ने ही नहीं ऐसे टेक्स्ट से बचने की चेतावनी दी है. इसमें एफटीसी भी शामिल है. फेडरल ट्रेड कमिशन (FTC) ने भी ऐसे ही टेक्स्ट मिलने की जानकारी दी है. एफटीसी का कहना है कि स्कैमर्स आपको लिंक भेजकर पैसे चुराने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में अगर इन मैसेज पर आप गलती से क्लिक करेंगे तो यह आपकी पर्सनल डिटेल्स जैसे आपके ड्राइविंग लाइसेंस नंबर की जानकारी चुरा सकते हैं.
इस तरह के स्कैम्स से बचने के लिए एफबीआई अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि इन स्कैम्स का शिकार होने से बचने के लिए आप टोल सर्विस की ऑफिशियल वेबसाइट का इस्तेमाल कीजिए. इसी वेबसाइट से अपने अकाउंट की डिटेल को जांच कीजिए. या फिर टोल सर्विस के कस्टमर्स सर्विस को कंटैक्ट करनी चाहिए और डिटेल लेनी चाहिए. इसके बाद आपको मिले ऐसे मैसेज को डिलीट करना चाहिए क्योंकी ऐसे लिंक्स आपकी प्रिवेसी को बनाए रखने में बाधा डाल सकता है.
कौन है इस स्कैम के पीछे?
जानकारी के अनुसार ऐसे स्कैम के अनुसार चाइनीज साइबर क्रिमीनल्स का हाथ है. यह क्रिमिनल्स सिर्फ टोल ऑथोरिटी स्कैम्स को ही अंजाम नहीं दे रहे बल्कि इमिग्रेशन सर्विस, शिपिंग सर्विस को भी अपना रहे हैं. इस तरह लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. अकसर स्कैमर्स ऐसे लोगों को शिकार बना रहे हैं जो उन देशों में नए हैं. उनका मकसद है कि कार्ड डिटेल्स लेकर पैसे चुराना है.