Epstein Files: विवाद के बाद DoJ ने रीस्टोर की ट्रंप की फोटो, एपस्टीन के साथ दिखी मेलानिया
Jeffrey Epstein Files को लेकर अमेरिका में नया विवाद खड़ा हो गया है. अमेरिकी न्याय विभाग ने डोनाल्ड ट्रंप की एक तस्वीर को फाइल्स से हटाया, लेकिन भारी आलोचना के बाद उसे दोबारा बहाल करना पड़ा. इस तस्वीर में ट्रंप के साथ मेलानिया ट्रंप, जेफ्री एपस्टीन और गिस्लेन मैक्सवेल भी नजर आते हैं. डेमोक्रेट और रिपब्लिकन सांसदों ने आरोप लगाया कि एपस्टीन से जुड़े दस्तावेज़ों को चुनिंदा तरीके से छुपाया जा रहा है. DoJ का कहना है कि रेडैक्शन केवल पीड़ितों की पहचान बचाने के लिए किया गया है, न कि किसी नेता को बचाने के लिए.;
अमेरिका में जेफ्री एपस्टीन फाइल्स को लेकर एक बार फिर सियासी और कानूनी भूचाल आ गया है. इस बार विवाद की वजह बनी है एक ऐसी तस्वीर, जिसमें राष्ट्रपति Donald Trump नजर आते हैं. अमेरिकी न्याय विभाग (DoJ) ने पहले इस तस्वीर को फाइल्स से हटा दिया, लेकिन भारी आलोचना और सवालों के बाद उसे दोबारा बहाल करना पड़ा. यह पूरा मामला अब सिर्फ एक फोटो तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पारदर्शिता, कानून के पालन और सत्ता की जवाबदेही से जुड़ गया है.
खास बात यह है कि इस तस्वीर में ट्रंप अकेले नहीं थे, बल्कि उनके साथ Melania Trump, जेफ्री एपस्टीन और उसकी सहयोगी गिस्लेन मैक्सवेल भी दिखाई देती हैं. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि फाइल्स से तस्वीर हटाने का फैसला सुरक्षा के नाम पर था या फिर राजनीतिक दबाव का नतीजा.
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कौन-सी तस्वीर बनी विवाद की जड़?
जिस तस्वीर को हटाया गया था, वह एपस्टीन के एक डेस्क या क्रेडेंजा की थी, जिसमें कई चर्चित हस्तियों की तस्वीरें रखी हुई थीं. इनमें एक फोटो में डोनाल्ड ट्रंप कुछ महिलाओं के साथ खड़े दिखते हैं, जबकि दूसरी तस्वीर में ट्रंप, मेलानिया, Jeffrey Epstein और Ghislaine Maxwell साथ नजर आते हैं. इसी दस्तावेज़ में पूर्व राष्ट्रपति Bill Clinton और Pope John Paul II की तस्वीरें भी थीं.
DoJ ने क्यों हटाई थी फोटो?
अमेरिकी Department of Justice के मुताबिक, न्यूयॉर्क के साउदर्न डिस्ट्रिक्ट ने इस तस्वीर को संभावित रूप से पीड़ितों की पहचान से जुड़ा मानते हुए समीक्षा के लिए चिह्नित किया था. इसी आधार पर “अत्यधिक सावधानी” बरतते हुए तस्वीर को अस्थायी रूप से हटा दिया गया.
सोशल मीडिया पर मचा बवाल
तस्वीर हटते ही सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में सवाल उठने लगे. आलोचकों ने आरोप लगाया कि एपस्टीन फाइल्स से चुनिंदा चीजें हटाई जा रही हैं. देखते ही देखते यह मुद्दा पारदर्शिता बनाम छुपाव की बहस में बदल गया, जिसके बाद DoJ पर तस्वीर दोबारा जारी करने का दबाव बढ़ा.
DoJ ने क्यों बहाल की तस्वीर?
आलोचना के बाद DoJ ने स्पष्ट किया कि समीक्षा में यह पाया गया कि तस्वीर में किसी भी एपस्टीन पीड़ित की पहचान नहीं है. इसके बाद बिना किसी बदलाव या रेडैक्शन के फोटो को दोबारा वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया. विभाग ने कहा कि उनका मकसद सिर्फ कानून का पालन करना है, न कि किसी को बचाना.
डेमोक्रेट्स का सीधा हमला
डेमोक्रेटिक नेताओं ने इस पूरे मामले को ट्रंप से जोड़ते हुए हमला बोला. डेमोक्रेट सांसद Jamie Raskin ने आरोप लगाया कि एपस्टीन से जुड़े सभी दस्तावेज़ जारी करने के कानून की भावना और अक्षर—दोनों का उल्लंघन किया जा रहा है. उनके मुताबिक, यह “चुनिंदा छुपाव” का मामला है.
रिपब्लिकन सांसद भी नाराज़
दिलचस्प बात यह रही कि रिपब्लिकन सांसद Thomas Massie ने भी डेमोक्रेट्स के सुर में सुर मिलाया. उन्होंने कहा कि जब तक एपस्टीन पीड़ित पूरी तरह संतुष्ट नहीं होते, तब तक वह भी अधूरी जानकारी से संतुष्ट नहीं होंगे. उन्होंने 60 आरोपों वाले उस चार्जशीट का भी जिक्र किया, जिसे अब तक सार्वजनिक नहीं किया गया.
पीड़ितों की सुरक्षा या राजनीतिक ढाल?
आरोपों के जवाब में डिप्टी अटॉर्नी जनरल Todd Blanche ने साफ किया कि फाइल्स में की जा रही रेडैक्शन सिर्फ और सिर्फ कानून के तहत पीड़ितों की पहचान बचाने के लिए है. उनके मुताबिक, किसी भी राजनेता या प्रभावशाली व्यक्ति का नाम जानबूझकर नहीं हटाया जा रहा.
ट्रंप–एपस्टीन रिश्तों पर फिर सवाल
हालांकि न्यूयॉर्क टाइम्स की शुरुआती समीक्षा के अनुसार, एपस्टीन फाइल्स में ट्रंप का नाम बहुत कम जगहों पर आता है. लेकिन यह भी तथ्य है कि ट्रंप और एपस्टीन सालों तक सामाजिक रूप से करीबी रहे थे. ट्रंप द्वारा पहले इन फाइल्स को सार्वजनिक करने से हिचकिचाने के चलते अटकलें और तेज हो गई थीं. अब तस्वीर की वापसी ने एक बार फिर इस संवेदनशील रिश्ते को बहस के केंद्र में ला दिया है.