Donald Trump: डोनाल्ड ट्रंप ने एक ही झटके में बदल दिए फैसले, अब अलापा शांति का राग, कहा- हमारा मकसद....
Donald Trump Latest News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नीदरलैंड में प्रस्तावित नाटो शिखर सम्मेलन के लिए रवाना होने से पहले एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अब वह चाहते हैं कि स्थिति जितनी जल्दी शांत हो सके, हो जाए. शासन परिवर्तन के लिए अराजकता की आवश्यकता होती है. हम उस स्तर अराजकता को नहीं देखना चाहते.;
Donald Trump News Today: ईरान इजरायल युद्ध थम गया है. अब इस मामले में तेजी से नए-नए परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं. पहले डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर का एलान किया, जिसको ईरान और इजरायल दोनों ने उल्लंघन किया. फिर मंगलवार शाम तक सीजफायर लागू भी हो गया. अब ईरान इजरायल वार के दौरान किए अपने बयान से मुकर गए हैं. उन्होंने ईरान पर अपने पहले के बयान का खंडन करते हुए कहा कि अमेरिका ईरान के शासन में परिवर्तन नहीं चाहता.
डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान उनके उन टिप्पणियों के बाद आया है, जिसमें उन्होंने सुझाव दिया था कि यदि ईरान में हालात नहीं सुधरे तो सत्ता परिवर्तन करना होगा. उन्होंने आगे कहा, "पहले ऐसा था, लेकिन अब मैं वैसा नहीं चाहता."
हम ईरान में अराजकता नहीं देखना चाहते- ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नीदरलैंड में नाटो शिखर सम्मेलन के लिए जाते समय एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रम्प ने कहा, "वह चाहते हैं कि स्थिति जितनी जल्दी हो सके शांत हो जाए. शासन परिवर्तन के लिए अराजकता की आवश्यकता होती है, और हम इतनी अराजकता नहीं देखना चाहते."
ट्रंप के रुख में बदलाव के बाद किसने क्या कहा?
1. डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान आने के बाद उनके प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने स्टैंड में बदलाव लाते हुए कहा कि अमेरिकी सैन्य कार्रवाई का मकसद केवल ईरान के परमाणु कार्यक्रम को बाधित करना था, न कि उनकी सरकार को बदलना.
2. अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने कहा, "अमेरिकी मिशन शासन परिवर्तन के बारे में नहीं था और न ही रहा है." उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी लगभग यही कहा है.
3. व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा, 'शासन परिवर्तन ईरानी लोगों को तय करना है और यह अमेरिकी सेना का लक्ष्य नहीं है. कूटनीति और सैन्य सहायता के माध्यम से ईरान का कई सप्ताह तक समर्थन करने के बाद अमेरिका ने पिछले सप्ताहांत इस मामले में सीधे दखल देते हुए ईरान पर हमला बोला और उसके तीन परमाणु सुविधाओं पर बमबारी की.
4. संयुक्त राष्ट्र में कार्यवाहक अमेरिकी दूत डोरोथी शिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि, "हमने हमले की रणनीति के तहत अपने मकसद को हासिल किया. हमारा मकसद ईरान की परमाणु हथियार बनाने की क्षमता को कम करना था."
5. इस बीच मध्य पूर्व में ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने कहा है कि अमेरिका और ईरान परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत फिर से शुरू करने पर विचार कर रहे हैं. शुरुआती बातचीत आशाजनक है. सकारात्मक परिणामों को लेकर हम आशान्वित हैं."
6. फॉक्स न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में विटकोफ ने कहा, "अब समय आ गया है कि ईरानियों के साथ बैठकर एक व्यापक शांति समझौते पर पहुंचा जाए."