फिर जिंदा हुए गेम ऑफ थ्रोन्स के Dire Wolf, 12000 सालों से थे गायब, जानें कैसे हुआ ये कमाल
Dire Wolf दोबारा से जिंदा हो गए हैं. कंपनी के मुताबिक, 3 भेड़िया हुए हैं, जिनमें से दो जुड़वा भाई हैं. इनका नाम रोमुलस और रेमस है. वहीं, तीसरे भेड़िये का नाम खलीसी रखा गया है. रोमुलस और रेमस 1 अक्टूबर 2024 को पैदा हुआ था, जबकि खलीसी का जन्म 31 जनवरी, 2025 को हुआ था.;
सोचिए भला क्या 10,000 से ज्यादा साल पहले विलु्प्त हो चुके भेड़िय जिंदा हो सकते हैं? इसका जवाब है हां, क्योंकि अब साइंस ने बेहद तरक्की कर ली है. दरअसल डायर वोल्फ दोबारा से वापस लौट आए हैं.
यह कारनामा कोलोसल बायोसाइंसेज कंपनी ने किया है. डायर वोल्फ आईस बर्ग की प्रजाति थी. यह उस समय के भेड़ियों से बड़े और मजबूत थे. ये बाइसन और ग्राउंड स्लॉथ जैसे बड़े जानवरों का शिकार करने के लिए जाने जाते थे.
तीन भेड़िए हुए जिंदा
ये 3 जेनेटिक्ली इंजीनियर भेड़िए हैं, जिनकी उम्र तीन से छह महीने तक हो सकती है. इनका वजन लगभग 80 पाउंड होता है. जब यह बड़े हो जाएंगे, तब इनका वजन 140 पाउंड तक पहुंच सकता है. कंपनी के अनुसार, दो जुड़वा भाई हैं. इनका नाम रोमुलस और रेमस है. वहीं, तीसरे भेड़िये का नाम खलीसी रखा गया है. रोमुलस और रेमस का जन्म 1 अक्टूबर, 2024 को हुआ था, जबकि खलीसी का जन्म 31 जनवरी, 2025 को हुआ था.
कैसे किया कमाल?
इस फर्म ने जानवरों को पुनर्जीवित करने के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया. सबसे पहले टीम न दो फॉसिल सैंपल से डीएनए लिया. इसके बाद डायर वोल्फ का जीनोम इकट्ठा किया. फिर CRISPR जीन एडिटिंग टेक्नोलॉजी के जरिए जिंदा ग्रे भेड़ियों के एम्ब्रियो में जीनोम- एडिटिंग की, ताकि उनके स्कल के साइज, जबड़े, फर और मांसपेशियों के मास के लिए जैसे विशेषताओं के लिए जिम्मेदार है. बस फिर क्या बन गया एक भेड़या जो तकरीबन 10,000 साल से गायब है.
क्या है कोलोसल बायोसाइंसेज
कोलोसल बायोसाइंसेज एक इंटरनेशनल बायोटेक फर्म है, जिसने जेनेटिक इंजीनियरिंग के जरिए विलुप्त हो चुके जानवरों की प्रजाति को दोबारा जिंदा करने के अपनी कोशिशों के लिए जाना जाता है. साल 2021 में बेन लैम और जॉर्ज चर्च ने कोलोसल बायोसाइंसेज फर्म की स्थापना की थी.