युगांडा में फैला 'डिंगा डिंगा' वायरस, डांस करने लगती है बॉडी, बीमारी बना रही है महिलाओं को निशाना

इस बीमारी ने युगांडा के बुंदीबुग्यो जिले में लगभग 300 लोगों को प्रभावित किया है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और लड़कियां हैं. हालांकि किसी की भी मौत की सूचना नहीं मिली है, स्वास्थ्य अधिकारी जल्द मेडिकल देखभाल मिलने के महत्व पर जोर दे रहे हैं.;

Edited By :  रूपाली राय
Updated On : 21 Dec 2024 7:57 AM IST

देश-दुनिया में अजीबोगरीब बीमारियाँ और वायरस फैल रहे हैं, खासकर कोरोना महामारी (कोविड-19) के साथ ही कुछ ऐसे वायरस भी सामने आए हैं, जिन्होंने लोगों को हिलाकर रख दिया है। इसी तरह अफ्रीका के युगांडा में एक ऐसी बीमारी सामने आई है, जिसमें लोग नाचने और हिलने-डुलने लगते हैं. यह एक ऐसी रहस्यमय बीमारी है जिसे स्थानीय रूप से 'डिंगा डिंगा' कहा जाता है, जिसका अर्थ है 'डांस की तरह कांपना'.

इस बीमारी ने युगांडा के बुंदीबुग्यो जिले में लगभग 300 लोगों को प्रभावित किया है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और लड़कियां हैं. समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक इस स्थिति में फीवर और उनकंट्रोलड बॉडी का कांपना, गतिशीलता को गंभीर रूप से बाधित करना शामिल है. जो लोग 'डिंगा डिंगा' वायरस से संक्रमित हैं, वे कई तरह के लक्षण बता रहे हैं जिनमें बुखार के साथ शरीर कांपना और अत्यधिक कमजोरी शामिल है. गंभीर मामलों में लोगों को लकवे का भी अनुभव हो रहा है. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, संक्रमित लोगों के लिए चलना मुश्किल है क्योंकि उनका शरीर अनियंत्रित रूप से कांपता है. युगांडा में स्वास्थ्य अधिकारी रहस्यमय बीमारी और इसके कारण की जांच कर रहे हैं.

एक हफ्ते के भीतर ठीक हो जाते हैं

हालांकि किसी की भी मौत की सूचना नहीं मिली है, स्वास्थ्य अधिकारी जल्द मेडिकल देखभाल मिलने के महत्व पर जोर दे रहे हैं. ट्रीटमेंट में वर्तमान में सामुदायिक स्वास्थ्य टीमों द्वारा प्रशासित एंटीबायोटिक्स शामिल हैं. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कियिता क्रिस्टोफर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि मरीज़ आमतौर पर एक हफ्ते के अंदर ठीक हो जाते हैं. उन्होंने हर्बल उपचारों पर निर्भरता को हतोत्साहित करते हुए कहा, 'इस बात का कोई साइंटिफिक  एविडेंस नहीं है कि हर्बल मेडिसिन इस बीमारी का इलाज कर सकती है. हम स्पेसिफिक ट्रीटमेंट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं, और मैं स्थानीय लोगों से डिस्ट्रिक्ट हेल्थ फैसिलिटीज से देखभाल करने का आग्रह करता हूं.'

1518 के 'डांसिंग प्लेग' जैसी  है बीमारी 

इस बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए, स्वास्थ्य अधिकारी अच्छी स्वच्छता बनाए रखने, प्रभावित व्यक्तियों के संपर्क से बचने और नए मामलों की तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य टीमों को रिपोर्ट करने की सलाह देते हैं. इस बीमारी की तुलना फ्रांस के स्ट्रासबर्ग में 1518 के 'डांसिंग प्लेग' जैसे ऐतिहासिक प्रकोप से की गई है, जहां लोग कई दिनों तक अनियंत्रित रूप से डांस करते थे, जिससे कभी-कभी थकावट के कारण मौत हो जाती थी. बताया जा रहा है कि बूंदीबुग्यो में इस बीमारी के 300 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि किसी की मौत नहीं हुई है, लेकिन इस बीमारी का पता सबसे पहले 2023 में चला था. इस पर डॉक्टर भी सैंपल लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय को जांच के लिए भेज रहे हैं.

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